View Full Version : ऑस्ट्रेलियाई कप्तान क्लार्क हैं कितने पा
चेन्नई में हो रहे वार्म अप मैच के पहले ही दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमजोरी खुल कर सामने आ गई। आईपीएल-6 में सबसे महंगे बिके ग्लेन मैक्सवेल से लेकर धमाकेदार ओपनर एड कोवन तक ने युवा ऑफ स्पिनर परवेज रसूल के आगे घुटने टेक दिए।
स्पिन के लिए मददगार चेन्नई की पिच पर जब कश्मीर के रसूल ने अपनी उंगलियों का जादू दिखाया, तो मेहमान बल्लेबाज हैरान रह गए। 167 रन जोड़ने तक महज 3 विकेट गंवाने वाली ऑस्ट्रेलिया ने अपने अगले 7 विकेट महज 74 रन जोड़ते हुए गंवा दिए।
जिस प्रकार भारतीय बल्लेबाज तेज उछाल भरी गेंदबाजी के खिलाफ नौसिखुए साबित होते रहे हैं, ठीक उसी तरह इंग्लैंड से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक के बल्लेबाज फिरकी गेंदबाजों के हाथों कठपुतली बनते आए हैं।
जब रसूल सरबजीत ल़ड्डा के साथ मिल कर कंगारुओं की भुर्जी बना रहे थे, तब टीवी पर इस मैच को बड़े गौर से देख रहे टीम इंडिया के स्पिनर हरभजन सिंह, आर अश्विन और प्रज्ञान ओझा मन ही मन मुस्कुरा रहे थे।
इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 1-2 से पिटने के बाद भारतीय टीम में टेस्ट क्रिकेट में धमाकेदार वापसी के लिए बड़ी बेताबी है। इसीलिए सेलेक्टर्स ने कंगारुओं के खिलाफ पहले दो मैचों के लिए मेहमानों के सबसे बड़े 'दुश्मन' हरभजन सिंह को चुना है।
कप्तान माइकल क्लार्क
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने अपने टेलेंट से क्रिकेट के हर पूर्व दिग्गज से लेकर खेल प्रेमी तक को अपना दीवाना बनाया है। महज 89 टेस्ट मैचों में 52.54 की शानदार औसत से 6989 रन बनाने वाले क्लार्क का भारत में रिकॉर्ड औसत रहा है।
इंडिया में खेले 10 टेस्ट मैचों में क्लार्क ने 38.11 के एवरेज से 686 रन बनाए हैं। इसमें 2 सेंचुरी और 3 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। उनका बेस्ट स्कोर 151 रन का रहा है, जो कि उन्होंने बेंगलुरु में 6 अक्टूबर 2004 को हुए टेस्ट में बनाया था। वह भारत में उनका पहला टेस्ट मैच था।
भारतीय टीम के खिलाफ उन्होंने अब तक खेले 18 टेस्ट मैचों में 54.26 की औसत से 1628 रन बनाए हैं। इसमें 5 शतक और 5 अर्धशतक शुमार हैं।
स्पिन के खिलाफ रिकॉर्ड
89 मैचों की 148 पारियों में से 15 बार क्लार्क नॉट आउट रहे हैं। शेष 133 इनिंग्स में से क्लार्क 47 बार स्पिनर्स का शिकार बने हैं।
भारतीय दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने उन्हें 6 बार आउट किया है, तो स्टार ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का क्लार्क 4 बार शिकार बने हैं।
लेफ्ट आर्म स्पिनर मुरली कार्तिक ने 1 बार और लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने क्लार्क को लगातार तीन पारियों में आउट किया है।
17 अक्टूबर 2008 को मोहाली में हुए टेस्ट मैच की दोनों पारियों में क्लार्क को अमित मिश्रा ने चलता किया था। इसके बाद दिल्ली में हुए उस सीरीज के अगले टेस्ट मैच की पहली पारी में भी क्लार्क मिश्रा की फिरकी में फंसे।
3 जनवरी 2013 को श्रीलंका के खिलाफ हुए सिडनी टेस्ट मैच में क्लार्क दोनों पारियों में स्पिनर्स का शिकार बने। पहली पारी में उन्हें रंगना हेराथ ने करुणारत्ने के हाथों लपकवा कर चलता किया, तो दूसरी पारी में तिलकरत्ने दिलशान ने लाहिरु थिरिमने के हाथों कैच करवा कर क्लार्क को पवेलियन लौटा दिया।
शेन वाटसन
स्टार ऑलराउंडर शेन वाटसन ने मेहमान कंगारुओं की बड़ी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। अब तक करियर में 38 टेस्ट मैच खेल चुके वाटसन ने 37.02 की औसत से 2481 रन बनाए हैं। इसमें 2 सेंचुरी और 19 हाफ सेंचुरी शुमार हैं।
स्पिनर्स के खिलाफ रिकॉर्ड
विस्फोटक पारियों खेलने में उस्ताद वाटसन का स्पिनर्स के खिलाफ औसत थोड़ा बेहतर रहा है। 38 मैचों की 69 पारियों में से कुल 16 बार वे स्पिनर्स के खिलाफ आउट हुए हैं। दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों ने वाटसन को ज्यादा परेशान किया है।
राइट आर्म स्पिनर्स के खिलाफ वाटसन 10 बार आउट हुए हैं, तो खब्बू फिरकी गेंदबाजों ने उन्हें 6 बार आउट किया है।
भज्जी हैं भारी
टीम इंडिया के हरभजन सिंह ने टेस्ट में वाटसन को तीन बार आउट किया है। 6 नवंबर 2008 को नागपुर में हुए टेस्ट में भज्जी ने दोनों पारियों में वाटसन का विकेट लिया था। पहली पारी में जहां वाटसन क्लीन बोल्ड हुए थे, वहीं दूसरी इनिंग में उन्हें विकेटकीपर धोनी ने कैच किया था।
9 अक्टूबर 2010 को बेंगलुरु में हुए टेस्ट मुकाबले की दोनों पारियों में प्रज्ञान ओझा ने वाटसन का विकेट लिया था। उस मैच की पहली पारी में वाटसन कैच आउट हुए तो दूसरी पारी में उन्हें ओझा ने उनके स्टंप्स उखाड़ दिए।
वीरेंद्र सहवाग भी वाटसन को बोल्ड करने का कारनामा कर चुके हैं।
अप्रैल 2012 में वेस्ट इंडीज टूर के दौरान कैरेबियाई स्पिनर्स ने भी वाटसन को परेशान किया था।
एड कोवन
ऑस्ट्रेलिया के खब्बू ओपनर एड कोवन ने 2011 में टेस्ट डेब्यू किया था। उसके बाद से अब तक खेले 13 टेस्ट मैचों में वे 1 सेंचुरी और 5 हाफ सेंचुरी समेत 722 रन बना सके हैं। टेस्ट में 32.81 की औसत रखने वाले कोवन ने भारत के खिलाफ 4 टेस्ट मैच खेले हैं। भारतीय पिचों पर वे पहली बार खेल रहे हैं।
स्पिन के खिलाफ रिकॉर्ड
13 मैचों की 22 पारियों में से 6 बार कोवन को स्पिनर्स ने आउट किया है। राइट आर्म स्पिन का सामना करते हुए जहां उन्होंने 5 बार विकेट गंवाया है, वहीं खब्बू स्पिन के आगे वे एक बार नतमस्तक हुए हैं।
2011-12 में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में हुई टेस्ट सीरीज में कोवन को ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने परेशान किया था।
अश्विन ने 26 दिसंबर 2011 को मेलबर्न में हुए बॉक्सिंग डे टेस्ट में अश्विन ने कोवन को विकेट के पीछे लपकवाया था।
24 जनवरी 2012 को एडिलेड में हुए टेस्ट की दोनों पारियों में अश्विन ने कोवन का शिकार किया। पहली पारी में कोवन को अश्विन की गेंद पर वीवीएस लक्ष्मण ने कैच किया, वहीं दूसरी पारी में कोवन महज 10 रन बना कर अश्विन की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए।
फिलिप ह्यूग्स
ऑस्ट्रेलिया के दूसरे खब्बू ओपनर फिलिप ह्यूग्स ने महज 24 साल की उम्र में 20 टेस्ट मैचों का अनुभव हासिल कर लिया है। अब उन्होंने 36.25 की औसत से रन बटोरते हुए 1305 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना करियर शुरू करने वाले फिलिप का टेस्ट की पिच पर भारतीय टीम से पहली बार सामना होगा।
स्पिनर्स के खिलाफ रिकॉर्ड
ह्यूग्स ने पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के स्पिनर्स के खिलाफ अच्छी तकनीक दिखाई है। अब तक खेली 37 पारियों में से वे कुल 9 बार स्पिनर्स के जाल में फंसे हैं।
द. अफ्रीकी पॉल हैरिस ने 2009 में तीन बार ह्यूग्स को अपना शिकार बनाया था।
सिडनी में श्रीलंका खिलाफ इस साल हुए टेस्ट की दोनों पारियों में ह्यूग्स को रंगना हेराथ ने चलता दिया।
हेराथ और पॉल हैरिस ने ह्यूग्स को अब तक 3-3 बार आउट किया है। पाकिस्तानी लेग स्पिनर दानिश कनेरिया और श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान और सूरज रणदीव ने 1-1 बार ह्यूग्स को आउट किया।
उस्मान ख्वाजा
इस्लामाबाद, पाकिस्तान में जन्मे इस खब्बू बल्लेबाज को अब तक कुल 6 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला है, जिनमें वे 29.22 की औसत से कुल 263 रन बना सके हैं। एक पारी में वे अपना स्कोर 65 रन से ज्यादा नहीं कर सके।
स्पिनर्स के खिलाफ रिकॉर्ड
इस संक्षिप्त करियर में खेली 11 पारियों में से कुल 2 बार वे स्पिनर्स का शिकार बने हैं। 3 जनवरी 2011 को सिडनी टेस्ट में इंग्लैंड के ग्रीम स्वान ने उन्हें जॉनेथन ट्रॉट के हाथों कैच करवा कर आउट किया था।
उसके बाद 17 नवंबर 2011 को जोहानिसबर्ग टेस्ट में साउथ अफ्रीकी स्पिनर इमरान ताहिर ने उन्हें आउट किया।
डेविड वार्नर
विस्फोटक ओपनर डेविड वार्नर ने अब तक खेले 15 टेस्ट मैचों में 44.50 की बेहतरीन औसत से 1068 रन बनाए हैं। इसमें 3 सेंचुरी और 5 हाफ सेंचुरी शामिल हैं।
गेंदबाजों के कसाई वार्नर ने भी भारत के खिलाफ 4 टेस्ट मैच खेले हैं। अपने करियर का बेस्ट स्कोर उन्होंने टीम इंडिया के ही विरुद्ध 13 जनवरी 2012 को पर्थ टेस्ट में बनाया था। उस मैच में उन्होंने 180 रन बनाए थे।
स्पिनर्स के खिलाफ रिकॉर्ड
वार्नर अब तक खेली 26 इनिंग्स में से कुल 5 बार स्पिनर्स का सामना करते हुए ढेर हुए हैं। इसमें से कुल 1 बार लेफ्ट आर्म स्पिनर ने उन्हें आउट किया है।
24 जनवरी 2012 को एडिलेड टेस्ट में भारत के आर अश्विन ने उन्हें आउट किया था।
वेस्ट इंडीज के शिलिंगफोर्ड ने उन्हें 2 बार आउट किया है, तो श्रीलंका के रंगना हेराथ और दिलशान ने 1-1 बार वार्नर का कीमती विकेट हासिल किया है।
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