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View Full Version : ज़िन्दगी ... .


bindujain
24-03-2013, 07:38 AM
जगजीत सिंह जी की एक बेहद सार्थक ग़ज़ल

ज़िंदगी क्या है जानने के लिये
ज़िंदा रहना बहुत जरुरी है
आज तक कोई भी रहा तो नही

सारी वादी उदास बैठी है
मौसमे गुल ने खुदकशी कर ली
किसने बरुद बोया बागो मे

आओ हम सब पहन ले आइने
सारे देखेंगे अपना ही चेहरा
सारे हसीन लगेंगे यहाँ

है नही जो दिखाई देता है
आइने पर छपा हुआ चेहरा
तर्जुमा आइने का ठीक नही

हम को गलिब ने येह दुआ दी थी
तुम सलामत रहो हज़ार बरस
ये बरस तो फकत दिनो मे गया

लब तेरे मीर ने भी देखे है
पखुड़ी एक गुलाब की सी है
बात सुनते तो गलिब रो जाते

ऐसे बिखरे है रात दिन जैसे
मोतियो वाला हार टूट गया
तुमने मुझको पिरो के रखा था

bindujain
24-03-2013, 07:48 AM
ज़िंदगी तेरा पता चाहिए

मुझको अपनी नज़र ऐ ख़ुदा चाहिए,
कुछ नहीं और इसके सिवा चाहिए,
एक दिन तुझसे मिलने ज़रूर आऊंगा,
ज़िंदगी मुझको तेरा पता चाहिए,
इस ज़माने ने लोगों को समझा दिया,
तुमको आंखें नहीं,आईना चाहिए,
तुमसे मेरी कोई दुश्मनी तो नहीं,
सामने से हटो,रास्ता चाहिए…!!

- बशीर बद्र

jai_bhardwaj
25-03-2013, 12:24 AM
ये जो ज़िन्दगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं इक हसीन सा ख्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है

कभी खो दिया, कभी पा लिया
कभी रो लिया, कभी गा लिया
कहीं रहमतों की हैं बारिशें
कहीं तिश्नगी बेहिसाब है

bindujain
26-03-2013, 09:10 AM
ये जो ज़िन्दगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं इक हसीन सा ख्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है

कभी खो दिया, कभी पा लिया
कभी रो लिया, कभी गा लिया
कहीं रहमतों की हैं बारिशें
कहीं तिश्नगी बेहिसाब है



कभी खो दिया, कभी पा लिया
कभी रो लिया, कभी गा लिया
कहीं रहमतों की हैं बारिशें
कहीं तिश्नगी बेहिसाब है

bindujain
27-03-2013, 03:39 PM
जिंदगी ...


दिल के धड़कने को जो तुम
जिंदगी कहते हो तो
मुझे एतराज़ है
तुम्*हारे इस ख्*याल से
धड़कनों से तो सिर्फ यह
नश्*वर शरीर ही जिंदा रहता है
जिंदगी तो हर वक्*़त को
जीने का नाम है
...
इस जीने के क्रम में
कुछ किश्*तों की अदाएगी जैसा हाल होता है
जिंदगी का
टुकड़ो में बँटी यह जिंदगी
कभी परिश्रम करती है कभी प्रयास करती है
तब जाकर कहीं इन दो आंखों में
उम्*मीद के कुछ क्षण नज़र आते हैं तो कभी
रह जाती है सिर्फ़ हिस्*से में वितृष्*णा
जिंदगी इक पहेली भी है तो कभी सहेली भी
बिल्*कुल सीधी सरल तो कभी एक उलझन
जो सुलझाये न सुलझे
....
एक सिलसिला जन्*म से मृत्*यु तक
अनवरत् चलता रहता है
एक का पालन -पोषण
हर दूसरी जिंदगी का कर्तव्*य
बन जाना ही नहीं
बल्कि हर एक की नज़र में
इसकी परिभाषाएं अलग हैं
कभी एक चुनौती लगती है
तो कभी जैसे कोई जंग हो
जिसे हर हाल में लड़ना ही है
...
कभी जिंदगी बहती नदिया सी
तो कभी ठहरा हुआ पानी
जीत उसकी होती है हरदम
जिसने हार कभी न मानी
....

bindujain
30-03-2013, 06:59 PM
तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है ,

जहाँ भी जाऊ ये लगता हैं तेरी महफ़िल है



ये आसमान ये बादल ये रास्ते ये हवा

हर एक चीज हैं अपनी जगह ठिकाने से

कई दिनों से शिकायत नहीं जमाने से

ये जिंदगी हैं सफर तू , सफर की मंजिल है



तेरे बगैर जहाँ में कोई कमी सी थी

भटक रही थी जवानी अंधेरी राहों में

सुकून दिल को मिला, आके तेरी बाहों में

में इक खोयी हुयी मौज हूँ, तू साहिल है



तेरे जमाल से रोशन हैं कायनात मेरी

मेरी तलाश तेरी दिलकशी रहे बाकी

खुदा करे के ये दीवानगी रहे बाकी

तेरी वफ़ा ही मेरी हर खुशी का हासिल है



हर एक फूल किसी याद सा महकता है

तेरे ख़याल से जागी हुयी फिजायें हैं

ये सब्ज पेड़ हैं, या प्यार की दुवाएं हैं

तू पास हो के नहीं फ़िर भी तू मुकाबिल हैं



हर एक शय हैं मोहब्बत के नूर से रोशन

ये रोशनी जो ना हो, जिंदगी अधूरी हैं

राह-ये-वफ़ा में, कोई हमसफ़र जरुरी हैं

ये रास्ता कही तन्हा कटे तो मुश्किल हैं

bindujain
30-03-2013, 08:54 PM
तू इस तरह स मेरी जिंदगी में शामिल है , जहाँ भी जाऊ ये लगता हैं तेरी महफ़िल है
To my life have you been so integral, Thy vicarious company now is a ritual।

ये आसमान ये बादल ये रास्ते ये हवा
हर एक चीज हैं अपनी जगह ठिकाने से
कई दिनों से शिकायत नहीं जमाने से
ये जिंदगी हैं सफर तू , सफर की मंजिल है
Be it the firmament or clouds or lanes or air, So well put-up are all with extreme debonair,
For a while, to being peevish I have been inure, After finding you as the light at the end for sure।

तेरे बगैर जहाँ में कोई कमी सी थी
भटक रही थी जवानी अंधेरी राहों में
सुकून दिल को मिला, आके तेरी बाहों में
में इक खोयी हुयी मौज हूँ, तू साहिल में
Sans you, The world appeared incomplete, Straying young I was amidst darkness replete
Solace in your arms I found long after, Like a lost wave lastly finds an anchor

तेरे जमाल से रोशन हैं कायनात मेरी
मेरी तलाश तेरी दिलकशी रहे बाकी
kहुडा करे के ये दीवानगी रहे बाकी
तेरी वफ़ा ही मेरी हर खुशी का हासिल हें
My world is lit by your pulchritude, My search for your cheery attitude,
May He keep it all with madness in spate, Thy love is all I have as prize till date।

हर एक फूल किसी याद सा महकता है
तेरे ख़याल से जागी हुयी फिजायें हैं
ये सब्ज पेड़ हैं, या प्यार की दुवाएं हैं
तू पास हो के नहीं फ़िर भी तू मुकाबिल हैं
Every blooming flower is an endearing reminder, That thy memory pervades this refreshing air,Warm wishes of love, I see in these green forests, All this, when you're away, as thy image manifests।

हर एक शय हैं मोहब्बत के नूर से रोशन
ये रोशनी जो ना हो, जिंदगी अधूरी हैं
राह-ये-वफ़ा में, कोई हमसफ़र जरुरी हैं
ये रास्ता कही तन्हा कटे तो मुश्किल हैं
Every thing is shining with love. O see!Without this beacon a void this life would be.
On a fidel-path, a company is all you need,A solitary travel for sure you will not plead.

bindujain
31-03-2013, 08:08 AM
नाराज़ होते है तो बुलाता कोई नहीं..
चले जाते है तो आवाज़ देता कोई नहीं..
जिंदगी के मायने कितने बदल गये है अब,
कभी हमारी एक आवाज़ को तरसते थे लोग ,
अब तो चुप रहते है तो पुकारता कोई नहीं..

bindujain
31-03-2013, 08:10 AM
अब न कोई कमी

अब ना कोई कमी सी लगती है
जिन्दगी, जिन्दगी-सी लगती है

हमसफर तुम हो इस सफर में तो
तीरगी रोशनी-सी लगती है

इश्क रहमत भी है इबादत भी
आशिकी बन्दगी-सी लगती है

तेरे चेहरे की मुस्कुराहट से
जीस्त मेरी जुड़ी-सी लगती है

समंदर तुम हो एक प्यासा और
मेरी हस्ती नदी-सी लगती है

सबसे अनमोल तेरी चाहत है
तू मेरी जिंदगी-सी लगती है

bindujain
05-04-2013, 09:40 PM
कसक दिल की दिल में चुभी रह गई ,
जिंदगी में तुम्हारी कमी रह गई ।

एक मैं , एक तुम , एक दीवार थी,
ज़िन्दगी आधी-आधी बटी रह गई ।

मैंने रोका नहीं , वो चला भी गया ,
बेबसी दूर तक देखती रह गई ।

रात के भीगी -भीगी छतो की तरह ,
मेरी पलकों पे थोड़ी नमी रह गई ।

कसक दिल की दिल में चुभी रह गई ,

ज़िन्दगी में तुम्हारी कमी रह गई ।"

bindujain
07-04-2013, 05:05 PM
तेरी याद आ गई


http://ri.rediffiland.com/homepimages/home5/248/9b947077641d75307ee88fe206926f11/homep/images/1255348634


जिंदगी फिर मुझको बहला गई
तेरी याद आ गई


कुछ ख्याल आँसू बनकर
आँखों में आ उतरे
कुछ देर रहे भटकते
फिर गालों पर आ झरे
तू आँसू बनकर मुझको सहला गई
तेरी याद आ गई

मैं कुछ सूखा, कुछ रूखा
खड़ा था कबसे अपने ही मन में
वो हँसी उठी कहीं अतीत से
बादल बन छा गई फिर आंगन में
तू बारिश बनकर मुझको नहला गई
तेरी याद आ गई

वीरान दरख़्त एक उगा था मुझ में
ना पत्ते ना फूल बस खामोशी
और थी धुएँ और बर्फ में दबी
अहसासों की लंबी होती बेहोशी
तू दीप बनकर जली, बर्फ वो पिघला गई
तेरी याद आ गई

सूखे पत्तों की आहट ही कब से
बस सुन रहा था में
गुम हो चुकी थी रोशनी
अंधेरों को ही बुन रहा था मैं
तू चाँद सी निकली, चाँदनी फैला गई
तेरी याद आ गई

जिंदगी फिर मुझको बहला गई
तेरी याद आ गई

jai_bhardwaj
09-04-2013, 06:30 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=26428&stc=1&d=1365514191

यूँ तो हर लम्हा तनहा है ज़िन्दगी

पर फिर भी हर पल साथ है ज़िन्दगी

बेचैन कर देती है कई बार ज़िन्दगी

फिर भी हसीं लगती है हर पल ये ज़िन्दगी

हज़ारों सतरंगी सपनों,

अनगिनत रंगों में रंगी है ये ज़िन्दगी

कभी भीड़ में तनहा तो कभी

अपने में सिमटी नज़र आती है ज़िन्दगी

कभी पास तो कभी दूर नज़र आती है ज़िन्दगी

मुश्किल तमाम लेकर बढ़ती है ज़िन्दगी

संघर्षों से लड़कर जीना सिखाती है ज़िन्दगी

मन में फ़ैली घनघोर घटाओं

के साथ बरसती है ज़िन्दगी

काँटों से भरे पथ पर फूल

बिखेरती है ज़िन्दगी

कभी जीवन की राह में कड़ी धूप है ज़िन्दगी

तो कभी ममता की बड़ी छाँव है ज़िन्दगी

हर लम्हा एक नई राह दिखाती है ज़िन्दगी

वक्त के साथ सबकुछ सिखा देती है ज़िन्दगी

bindujain
10-04-2013, 11:12 AM
ज़िन्दगी ऐसे गुज़रती जा रही है,
जैसे कोई रेल चलती जा रही है,

मन लगा है स्वयं से नज़रें चुराने,
रुक गया है प्लेटफोर्म पर पुराने,
तन का सिग्नल लाल करती जा रही है,
http://t1.gstatic.com/images?q=tbn:ANd9GcSKq3-0lrT0aI3HiMe_nEZKkNnSxvbN2MinXPTqXwO--mA9YawZ
खेत नदिया ताल पोखर छूटते हैं,
पटरियों पर कितने पत्थर टूटते हैं,
काल की भी दाल गलती जा रही है,

इक भिखारी गीत गाने में लगा है,
एक मोटू लाल खाने में लगा है,
धूप है, बत्ती भी जलती जा रही है,

है थकन से चूर मंजिल पाएगी ही,
आएगी मंजिल, कभी तो आएगी ही,
मन में कोई आस पलती जा रही है,

ज़िन्दगी ऐसे गुज़रती जा रही है,
जैसे कोई रेल चलती जा रही है.

bindujain
10-04-2013, 11:15 AM
http://t3.gstatic.com/images?q=tbn:ANd9GcSvF5oqL3EUbv8GtBGjY4b5ai1MZWzmP m1TL4ztKuCDx9ZewP-6DQ


कागज के पन्नों में जल रहे थे कुछ साल ज़िन्दगी के ,
धुआँ ही धुआँ से हो गये कई ख्याल ज़िन्दगी के ।
इन सभी में एक तेरी याद है बस जो दिल बेहलाती है ,
वरना शताते हैं हमे कई सारे सवाल ज़िन्दगी के ।
वफ़ा थी मोहब्बत में ,दोस्ती में थी बेवफ़ाई ,
होते है कई तजूर्बें बेमिसाल ज़िन्दगी के ।
हंसते चेहरे जलते पावं , नदिया चिडियाँ गावं ,
हर पल नजर आते हैं कमाल ज़िन्दगी के ।
शाम से सुबह ,सुबह से रात का सफ़र ,
मालिक हैं हम ऎसी बेहाल ज़िन्दगी के ।

jai_bhardwaj
10-04-2013, 07:53 PM
ज़िन्दगी एक सौगात है, कबूल कीजिये :hello:

ज़िन्दगी एक एहसास है, महसूस कीजिये :clapping:

ज़िन्दगी एक दर्द है, बाँट लीजिये :cheers:

ज़िन्दगी एक प्यास है, प्यार दीजिये :valentineday:

ज़िन्दगी एक जुदाई है, सब्र कीजिये :peace:

ज़िन्दगी एक आँसू है, जब्र कीजिये :cryingbaby:

ज़िन्दगी एक मिलन है, मुस्कुरा लीजिये:laughlaugh:

ज़िन्दगी आखिर ज़िन्दगी है, जी लीजिये:fantastic:

jai_bhardwaj
10-04-2013, 08:03 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=26450&stc=1&d=1365606204

सुनते थे तेरे अंजुमन में कांटे हैं ज़िन्दगी
लो, हम भी तेरे पास आये हैं ज़िन्दगी
काँटे मुझे पसंद हैं और चुभन भी इनकी
बस मुझसे कभी दूर जाना न ज़िन्दगी

bindujain
10-04-2013, 09:09 PM
ज़िन्दगी एक सौगात है, कबूल कीजिये :hello:

ज़िन्दगी एक एहसास है, महसूस कीजिये :clapping:

ज़िन्दगी एक दर्द है, बाँट लीजिये :cheers:

ज़िन्दगी एक प्यास है, प्यार दीजिये :valentineday:

ज़िन्दगी एक जुदाई है, सब्र कीजिये :peace:

ज़िन्दगी एक आँसू है, जब्र कीजिये :cryingbaby:

ज़िन्दगी एक मिलन है, मुस्कुरा लीजिये:laughlaugh:

ज़िन्दगी आखिर ज़िन्दगी है, जी लीजिये:fantastic:

सूत्र पसंद करने तथा सहयोग करने का का शुक्रिया

bindujain
10-04-2013, 09:10 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=26450&stc=1&d=1365606204

सुनते थे तेरे अंजुमन में कांटे हैं ज़िन्दगी
लो, हम भी तेरे पास आये हैं ज़िन्दगी
काँटे मुझे पसंद हैं और चुभन भी इनकी
बस मुझसे कभी दूर जाना न ज़िन्दगी



सूत्र पसंद करने तथा सहयोग करने का का शुक्रिया

jai_bhardwaj
18-04-2013, 08:21 PM
ज़िन्दगी में दो लम्हा कोई मेरे पास ना बैठा,
आज सब मेरे पास बैठे जा रहे थे

कोइ तोहफा न मिला आजतक मुझको,
आज फूल ही फूल दिए जा रहे थे

तरस गया मैं किसी के हाथ से मिले एक कपडे को,
आज नए नए कपडे ओढ़ाए जा रहे थे

कभी दो कदम साथ ना चलने वाले,
आज काफिला बना कर चले जा रहे थे

आज पता चला कि मौत कितनी हसीं होती है,
और हम तो यूँ ही जिए जा रहे थे

jai_bhardwaj
26-04-2013, 08:50 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=26768&stc=1&d=1366991429

कुछ इस तरह से ज़िन्दगी बीती मेरी
कि हर ख्वाब धुंधला हो गया

शकल और सवाल दोनों अनजान थे मेरे लिए
बिना पहचान के यह फासला बनता गया

हाँ, बस इतना याद था मुझे कि वो मुझमे ही था कहीं
यही जवाब तो मुझे सवालों में उलझाता गया

क्या पूछता मैं उससे वो अनजान था मेरे लिए
फिर क्यों अपनी पहचान दे गया

अगर जाना ही था उसे तो
क्यों अपनी यादें मुझे दे गया

कभी कभी मैं सोचता हूँ, इन उलझे सवालों के बीच
उलझन के हर पहलू में ,वह रंग तो भर गया

bindujain
02-05-2013, 03:22 PM
ज़िन्दगी क्या ह
कुछ लफ्ज़ ऐसे होते हैं
जिन्हें बयाँ कर पाना
उनके बारे में कुछ
कह पाना
बेहद मुश्किल होता है
मसलन एक लफ्ज़ है
ज़िन्दगी!!

ज़िन्दगी
लम्हों और एहसासों के बीच का
एक अजीबोगरीब रिश्ता है
अमीक रब्त है उनका
जैसे हर लम्हा अलग है
एक दूसरे से
वैसे ही
हर एक एहसास जुदा जुदा है
एक दूसरे से
कभी जब सोचता हूँ
कि कितना कुछ लिखा है
मैंने इस ज़िन्दगी के बारे में
तो हर बार लगता है
अभी कितना कुछ है लिखने को
बहुत कुछ बाकी है अभी
जिसे सोचा तक नहीं
अभी देखा ही कहाँ ज़िन्दगी को
ठीक से.

ज़िन्दगी एक ख्याल है.
ख़्वाब है.
अनसुलझी पहेली या अधूरी रह गयी
जरूरत
जज्बात, मौसिकी या एक खूबसूरत ग़ज़ल?
यादों की हरी डालियों पर
बातों की कोमल पत्तियाँ है ज़िन्दगी
आसूँओं की बरसात में
धुली उन पत्तियों की लताफत है ज़िन्दगी
वक़्त की रफ़्तार से
तेज़ है ज़िन्दगी
नाज़ुक कभी चट्टान है ज़िन्दगी
दरिया के पानी की तरह मगरूर है
ज़िन्दगी
खुदा की सनक है
इंसानी दुआ है ज़िन्दगी
जहां समझा शुरुआत है
वहीँ ख़त्म मिली है ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
तू ही बता
क्या है
ज़िन्दगी!!

bindujain
02-05-2013, 04:27 PM
अच्छे विचार : बुरे विचार

http://indizen.files.wordpress.com/2010/06/belladonna.jpg?w=199&h=300
“मुझे कोई मार्ग नहीं सूझ रहा है. मैं हर समय उन चीज़ों के बारे में सोचता रहता हूँ जिनका निषेध किया गया है. मेरे मन में उन वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा होती रहती है जो वर्जित हैं. मैं उन कार्यों को करने की योजनायें बनाते रहता हूँ जिन्हें करना मेरे हित में नहीं होगा. मैं क्या करूं?” – शिष्य ने गुरु से उद्विग्नतापूर्वक पूछा.

गुरु ने शिष्य को पास ही गमले में लगे एक पौधे को देखने के लिए कहा और पूछा कि वह क्या है. शिष्य के पास उत्तर नहीं था.

“यह बैलाडोना का विषैला पौधा है. यदि तुम इसकी पत्तियों को खा लो तो तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी. लेकिन इसे देखने मात्र से यह तुम्हारा कुछ अहित नहीं कर सकता. उसी प्रकार, अधोगति को ले जाने वाले विचार तुम्हें तब तक हानि नहीं पहुंचा सकते जब तक तुम उनमें वास्तविक रूप से प्रवृत्त न हो जाओ”.

bindujain
02-05-2013, 05:35 PM
क्या भरोसा है इस ज़िन्दगी का

"दो बातन को भूल मत, जो चाहे कल्याण ।
नारायण एक मौत को, दूजो श्री भगवान ॥"

क्या भरोसा है इस ज़िन्दगी का, साथ देती नहीं ये किसी का ।
सांस रुक जाएगी चलते-चलते, शम्मा बुझ जाएगी जलते-जलते ॥

चार दिन की मिली जिंदगानी तुझे, चार दिन में ही करनी मुलाकात है ।
राख़ बनकर के एक दिन तो उड़ जायेंगे, उससे पहले ही प्रभु से मिलना तो है ॥
क्या भरोसा है इस ज़िन्दगी का...................

कोई तेरा नहीं सब है धोखा यहाँ, काहे जीवन को पल-पल गवांता है तू ।
राम को भूल बैठे हैं जिनके लिए, चार दिन में ही तुझको जला आयेंगे ॥
क्या भरोसा है इस ज़िन्दगी का...................

ले के कंधे पे तुझको चले जायेंगे, तेरे अपने ही तुझको जला आएंगे ।
चार दिन के मुसाफिर तू सो क्यों रहा, अब तो कर ले मोहब्बत मेरे राम से ॥
क्या भरोसा है इस ज़िन्दगी का...................

तुलसी मीरा के जैसे तो हम हैं नहीं, शबरी की जैसी भक्ति भी हममे नहीं ।
फिर भी तेरे ही बच्चे हैं हम रामजी, हमको अपनी शरण मैं ले लो रामजी ॥
क्या भरोसा है इस ज़िन्दगी का..................

bindujain
02-05-2013, 05:38 PM
ज़िन्दगी

http://2.bp.blogspot.com/_Nk6YCRmqxKE/TGAowDxHe4I/AAAAAAAAArY/CF5kGymaYUo/s320/sand-in-hand.JPG


ये ज़िन्दगी रेत की तरह होती है
जब तक इसे खुले हाथों में रक्खो तब तक ये तुम्हारी है
पर अगर इसे मुट्ठी में बंद करना चाहो
तो ये उँगलियों के बीच से फिसल जाती है
यही ज़िन्दगी है:

bindujain
02-05-2013, 06:01 PM
'ज़िन्दगी'


http://3.bp.blogspot.com/-thFk1GGb954/T1-8hB7xSXI/AAAAAAAAAts/CRGsxWhD0Kg/s320/arai100@yahoo.com.jpg


लोग कहते है कि
ज़िन्दगी ज़हर होती है!
कुछ लोग कहते है
ज़िन्दगी कि कहर होती है!!
पर मुझे तो लगता है
कि तड़पती रहे जो
हमेशा किनारों के लिए
ज़िन्दगी वो लहर होती है!!!

jai_bhardwaj
03-05-2013, 07:36 PM
'ज़िन्दगी'


http://3.bp.blogspot.com/-thfk1ggb954/t1-8hb7xsxi/aaaaaaaaats/crgsxwhd0kg/s320/arai100@yahoo.com.jpg


लोग कहते है कि
ज़िन्दगी ज़हर होती है!
कुछ लोग कहते है
ज़िन्दगी कि कहर होती है!!
पर मुझे तो लगता है
कि तड़पती रहे जो
हमेशा किनारों के लिए
ज़िन्दगी वो लहर होती है!!!

पर मुझे तो लगता है
कि तड़पती रहे जो
हमेशा किनारों के लिए
ज़िन्दगी वो लहर होती है!
जद्दोजहद भरी ज़िन्दगी की एक शानदार परिभाषा .......आभार बन्धु .....

rafik
23-05-2014, 02:51 PM
ज़िन्दगी


http://2.bp.blogspot.com/_nk6ycrmqxke/tgaowdxhe4i/aaaaaaaaary/cf5kgymayuo/s320/sand-in-hand.jpg


ये ज़िन्दगी रेत की तरह होती है
जब तक इसे खुले हाथों में रक्खो तब तक ये तुम्हारी है
पर अगर इसे मुट्ठी में बंद करना चाहो
तो ये उँगलियों के बीच से फिसल जाती है
यही ज़िन्दगी है:

बड़े काम का हें जीवन ,यदि जीवन में काम करे

rafik
26-06-2014, 09:58 AM
सुनहरे ख्वाब जो दिखाए जिंदगी ने,
है उसका क्या भरोसा साथ कब तलक निभाएगी !!


है किये जिंदगी ने वादे बहुत,

मौत का वादा है पक्का एक दिन जरुर आएगी !!

bindujain
02-07-2014, 10:25 PM
http://media.santabanta.com/images/picsms/2014/hindi-3231.jpg

bindujain
02-07-2014, 10:28 PM
http://4.bp.blogspot.com/_VD9tZkRYrQ0/SZTRSTBE-VI/AAAAAAAABII/0W251bAvbRw/s1600/Preity+Zinta.jpg

Life is much shorter than I imagined it to be.
In Hindi :जितना मैंने सोचा था , ज़िन्दगी उससे कहीं छोटी है.

Abraham Cahan अब्राहम कहन

bindujain
02-07-2014, 10:33 PM
Every man dies. Not every man really lives.

In Hindi : सभी लोग मरते हैं. पर वास्तव में सभी लोग जीते नहीं हैं.


William Wallace विलियम वालेस
https://fbcdn-sphotos-g-a.akamaihd.net/hphotos-ak-xpa1/t1.0-9/p235x350/10428603_144101132430335_179976935269095542_n.jpg

bindujain
02-07-2014, 10:35 PM
https://fbcdn-sphotos-a-a.akamaihd.net/hphotos-ak-xaf1/t1.0-9/s720x720/305124_276492502450998_151347444_n.jpg
In three words I can sum up everything I’ve learned about life: it goes on.
In Hindi : तीन शब्दों में मैंने ज़िन्दगी में जो कुछ भी सीखा है उसका सार दे सकता हूँ– ज़िन्दगी चलती जाएगी.
Robert Frost राबर्ट फ्रोस्ट

bindujain
02-07-2014, 10:37 PM
: It is not length of life, but depth of life.
In Hindi :जीवन की लम्बाई नहीं गहराई मायने रखती है.
Ralph Waldo Emerson राल्फ वाल्डो एमरसन


https://fbcdn-sphotos-e-a.akamaihd.net/hphotos-ak-xfa1/t1.0-9/p235x350/10365893_144101035763678_941777747576243825_n.jpg

bindujain
02-07-2014, 10:38 PM
https://fbcdn-sphotos-h-a.akamaihd.net/hphotos-ak-xpf1/t1.0-9/p180x540/10291831_144100739097041_2534432627430722499_n.jpg
:Life is half spent before we know what it is.
In Hindi : जब तक हम ये जान पाते हैं कि ज़िन्दगी क्या है तब तक ये आधी ख़तम हो चुकी होती है.
George Herbert जार्ज हेबर्ट

rajnish manga
03-07-2014, 07:33 AM
विश्वप्रसिद्ध व्यक्तियों के अति सुन्दर विचार- जीवन के बारे में. यह सूत्रवाक्य हमारे लिये गाइड का काम करते हैं. आपका धन्यवाद.

rafik
03-07-2014, 09:48 AM
:iagree::iagree::iagree::iagree:

rafik
03-07-2014, 04:19 PM
http://humour.amulyam.com/images/humour/medium/1403/396088.jpg

bindujain
09-07-2014, 07:22 AM
http://1.bp.blogspot.com/-LFJBA4lJ_LU/UaMf-eZRa1I/AAAAAAAAAjk/hYLNOiflRls/s1600/Slide5.JPG

Dr.Shree Vijay
09-07-2014, 05:43 PM
सुंदर.........

rafik
10-07-2014, 10:16 AM
http://humour.amulyam.com/images/humour/medium/1405/409524.jpg

rafik
10-07-2014, 11:54 AM
http://humour.amulyam.com/images/humour/medium/1402/392603.jpg

rafik
13-10-2014, 10:53 AM
नाराज़ नहीं मै तुमसे ख़ुदा से खफा हूँ
करना होता है जुदा तो मिलाते क्यों हो ?
सुना है हर मंजिल मिल जाती है ढूँढने से
मगर मंजिल ही नहीं जिसकी वो रास्ता दिखाते क्यों हो ?

बने नहीं रिश्ते इतने जितने टूट गए
दूर करना ही था सबसे तो पास लाते क्यों हो ?
नहीं जाती उन रिश्तों की याद दिल से
भूलना ही था तो उन्हें याद दिलाते क्यों हो ?

गर जख्न्म ही देना है तुम्हे बार-बार
फिर इतना नाजुक दिल बनाते ही क्यों हो ?
जानते हो सर झुकेगा नहीं मेरा भी तेरे दर पर
फिर हर बार मुझे अजमाते क्यूँ हो ?