rajnish manga
01-04-2013, 11:56 AM
असरानी ने एप्रिल फूल मजाक किया
अभिनेता असरानी जब कक्षा छः में पढ़ते थे तो उन्होंने अपने एक अध्यापक, जो चार्ली चैपलिन की तरह लगते थे मगर हर समय गुस्से में रहते थे, को अप्रेल फूल बनाने के सोची. वह बाहर से हाँफते हुए क्लास में आये और अध्यापक से बोले कि उनके घर में आग लग गयी है. वह बेचारे क्लास छोड़ कर घर की ओर भाग पड़े. घर आ कर उन्होंने यह देख कर चैन की सांस ली कि सब ठीक ठाक था. अगले तीन चार दिनों तक असरानी डर के मारे स्कूल नहीं गए. फिर जब गए तो क्लास में सिर झुका कर बैठ गये. उन मास्टर जी का पीरियड शुरू हुआ तो उन्होंने असरानी को अपने पास बुला कर उस दिन के मज़ाक का कारण पूछा. असरानी ने बताया कि वह उन्हें अप्रैल फूल बनाना चाहता था. इस पर मास्टर जी हंस पड़े और समझाने लगे कि अप्रैल फूल तो हंसी-मज़ाक के लिए होता है. जो तुमने किया उससे मुझे भी परेशानी हुई और तुम भी इतने दिन डर की वजह से स्कूल नहीं आये. उस दिन के बाद असरानी ने ऐसा मज़ाक किसी के साथ नहीं किया.
अभिनेता असरानी जब कक्षा छः में पढ़ते थे तो उन्होंने अपने एक अध्यापक, जो चार्ली चैपलिन की तरह लगते थे मगर हर समय गुस्से में रहते थे, को अप्रेल फूल बनाने के सोची. वह बाहर से हाँफते हुए क्लास में आये और अध्यापक से बोले कि उनके घर में आग लग गयी है. वह बेचारे क्लास छोड़ कर घर की ओर भाग पड़े. घर आ कर उन्होंने यह देख कर चैन की सांस ली कि सब ठीक ठाक था. अगले तीन चार दिनों तक असरानी डर के मारे स्कूल नहीं गए. फिर जब गए तो क्लास में सिर झुका कर बैठ गये. उन मास्टर जी का पीरियड शुरू हुआ तो उन्होंने असरानी को अपने पास बुला कर उस दिन के मज़ाक का कारण पूछा. असरानी ने बताया कि वह उन्हें अप्रैल फूल बनाना चाहता था. इस पर मास्टर जी हंस पड़े और समझाने लगे कि अप्रैल फूल तो हंसी-मज़ाक के लिए होता है. जो तुमने किया उससे मुझे भी परेशानी हुई और तुम भी इतने दिन डर की वजह से स्कूल नहीं आये. उस दिन के बाद असरानी ने ऐसा मज़ाक किसी के साथ नहीं किया.