aspundir
20-05-2013, 10:51 PM
http://i1.dainikbhaskar.com/thumbnail/600x519/web2images/www.bhaskar.com/2013/05/20/2601_k1.jpg
लंदन. दक्षिण अमेरीकी देश स्वाजीलैंड के राजा मस्वाती (थर्ड) की 14वीं रानी बनने से इनकार करते हुए एक 22 वर्षीय लड़की ने ब्रिटेन से शरण मांगी है। स्*वाजी राजा की पहले से 13 पत्*नियां हैं। महिला तिनत्*सवालो नगोबेन को उस वक्*त भागकर ब्रिटेन जाने पर मजबूर होना पड़ा जब उस पर अरबपति निरंकुश राजा की बुरी नजर पड़ी। इस राजा को उसकी ऐश ओ आराम वाली जिंदगी के लिए जाना जाता है।
स्*वाजीलैंड के रीति रिवाजों के मुताबिक 45 वर्षीय राजा को हर साल अपने लिए नर्इ रानी चुनने का अधिकार है। यह राजा अभी 27 बच्*चों का पिता है। पिछले वर्ष इस राजा की छठी पत्*नी उसे छोड्कर भाग गई थी। उसने अपने पति पर वर्षों तक भावनात्*मक और शारीरिक रूप से प्रताड्ति करने का आरोप लगाया था। बर्मिंघम में रहने वाली नगोबेनी जब केवल 15 साल की थी, तब राजा की उस पर नजर पड़ी। राजा ने अपनी चौ*थी पत्*नी के महल में उसे देखा था। नगोबेनी का कहना है कि जब राजा की उससे शादी करने की नीयत के बारे में पता चला तो वह घबरा गई।
बतातें चलें कि राजा की काली नजर पड़ने से पहले नगोबेनी एक निजी बोर्डिंग स्*कूल में पढ़ाई कर रही थी। लेकि*न जब राजा ने अपनी हरकतें शुरू कीं तो वह बोर्डिंग स्*कूल की अपनी सहज जिंदगी छोड्ने पर मजबूर हो गई और उसे वहां से फरार होना पड़ा। नगोबेनी का कहना है कि भागने के अलावा उसके पास कोई वि*कल्*प ही नहीं बचा था। कोई भी राजा के आदेश को मानने से इनकार करने की हिम्*मत नहीं दिखा सकता। युवती ने कहा, 'वह मुझे बोर्डिंग स्*कूल में कॉल करने लगा। वह पूछता था कि क्*या वह शाही परिवार की सदस्*य बनना चाहती है। मैं डर से बिल्*कुल चुप रहती थी लेकिन मुझे पता था कि मैं उससे शादी करना और अपनी जिंदगी राजा को सौंपना नहीं चाहती थी।' नगोबेनी की मां इंग्*लैंड में रहती थी और बोर्डिंग स्*कूल में उसकी पढ़ाई के वक्*त उसकी अंटी मुख्*य गार्जियन थी। उन्*होंने ही पांच साल पहले नगोबेनी को बर्मिंघम भाग जाने के लिए व्*यवस्*था की।
दरअसल राजा की पत्नियों को सुरक्षाकर्मियों के घेरे में राजमहल में रखा जाता है और जब तक राजा की इजाजत न हो, तब तक वे कहीं नहीं जा सकती। राजा की पत्नियां केवल एक चीज करती हैं। वे साल में एक बार अमेरिका जाती हैं और राजा की ओर से दिए गए शॉपिंग अलाउअंस से वे वहां खरीदारी करती हैं।
स्*वाजीलैंड में विपक्षी दलों पर प्रतिबंध लगा हुआ है और एक्टिविस्*टों को गिरफ्तार और प्रताडि़त किया जाता है। लेकिन इंग्*लैंड आने के बाद से नगोबेनी दमनकारी स्*वाजी व्*यवस्*था के खिलाफ मुखर हो गई हैं। नगोबेनी अब जानी-मानी एक्टिविस्*ट बन गई हैं और वह लंदन में स्*वाजी दूतावास के बाहर अपने संगठन स्*वाजी विजिल के साथ अक्*सर प्रदर्शन करती हैं। उनकी इन गतिविधियों के कारण स्*वाजी सरकार उनपर हमेशा नजर रख रही है। अब वह मानती है कि पहले की तुलना में उनकी जिंदगी को अब ज्*यादा खतरा है।
युवती का कहना है कि हाल ही में खबर मिली थी कि उसे पकड़कर स्*वदेश ले जाने के लिए स्*वाजीलैंड से लोगों को इंग्*लैंड भेजा गया है। इससे वह सही मायने में भयभीत है। अगर वह वापस गई तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा या फिर राजनीतिक कार्यकर्ताओं की तरह उसे भी प्रताडि़त या फिर मार दिया जाएगा।
भय के साये में जी रही नगोबेनी ने पहली बार 2007 में इंग्*लैंड से राजनीतिक शरण की मांग की थी जिसे 2011 में खारिज कर दिया गया। पिछले माह युवती को गिरफ्तार कर आव्रजन हिरासत केंद्र ले जाया गया, लेकिन बर्मिंघम से लेबर पार्टी के सांसद रोजर गॉडसिफ के हस्*तक्षेप के बाद उसे रिहा कर दिया गया।
मजेदार बात यह है कि इंग्*लैंड के राजकुमार विलियम और केट की शादी और पिछली गर्मियों में महारानी के डायमंड जुबली समरोह में यह राजा शाही परिवार का मेहमान रह चुका है।
लंदन. दक्षिण अमेरीकी देश स्वाजीलैंड के राजा मस्वाती (थर्ड) की 14वीं रानी बनने से इनकार करते हुए एक 22 वर्षीय लड़की ने ब्रिटेन से शरण मांगी है। स्*वाजी राजा की पहले से 13 पत्*नियां हैं। महिला तिनत्*सवालो नगोबेन को उस वक्*त भागकर ब्रिटेन जाने पर मजबूर होना पड़ा जब उस पर अरबपति निरंकुश राजा की बुरी नजर पड़ी। इस राजा को उसकी ऐश ओ आराम वाली जिंदगी के लिए जाना जाता है।
स्*वाजीलैंड के रीति रिवाजों के मुताबिक 45 वर्षीय राजा को हर साल अपने लिए नर्इ रानी चुनने का अधिकार है। यह राजा अभी 27 बच्*चों का पिता है। पिछले वर्ष इस राजा की छठी पत्*नी उसे छोड्कर भाग गई थी। उसने अपने पति पर वर्षों तक भावनात्*मक और शारीरिक रूप से प्रताड्ति करने का आरोप लगाया था। बर्मिंघम में रहने वाली नगोबेनी जब केवल 15 साल की थी, तब राजा की उस पर नजर पड़ी। राजा ने अपनी चौ*थी पत्*नी के महल में उसे देखा था। नगोबेनी का कहना है कि जब राजा की उससे शादी करने की नीयत के बारे में पता चला तो वह घबरा गई।
बतातें चलें कि राजा की काली नजर पड़ने से पहले नगोबेनी एक निजी बोर्डिंग स्*कूल में पढ़ाई कर रही थी। लेकि*न जब राजा ने अपनी हरकतें शुरू कीं तो वह बोर्डिंग स्*कूल की अपनी सहज जिंदगी छोड्ने पर मजबूर हो गई और उसे वहां से फरार होना पड़ा। नगोबेनी का कहना है कि भागने के अलावा उसके पास कोई वि*कल्*प ही नहीं बचा था। कोई भी राजा के आदेश को मानने से इनकार करने की हिम्*मत नहीं दिखा सकता। युवती ने कहा, 'वह मुझे बोर्डिंग स्*कूल में कॉल करने लगा। वह पूछता था कि क्*या वह शाही परिवार की सदस्*य बनना चाहती है। मैं डर से बिल्*कुल चुप रहती थी लेकिन मुझे पता था कि मैं उससे शादी करना और अपनी जिंदगी राजा को सौंपना नहीं चाहती थी।' नगोबेनी की मां इंग्*लैंड में रहती थी और बोर्डिंग स्*कूल में उसकी पढ़ाई के वक्*त उसकी अंटी मुख्*य गार्जियन थी। उन्*होंने ही पांच साल पहले नगोबेनी को बर्मिंघम भाग जाने के लिए व्*यवस्*था की।
दरअसल राजा की पत्नियों को सुरक्षाकर्मियों के घेरे में राजमहल में रखा जाता है और जब तक राजा की इजाजत न हो, तब तक वे कहीं नहीं जा सकती। राजा की पत्नियां केवल एक चीज करती हैं। वे साल में एक बार अमेरिका जाती हैं और राजा की ओर से दिए गए शॉपिंग अलाउअंस से वे वहां खरीदारी करती हैं।
स्*वाजीलैंड में विपक्षी दलों पर प्रतिबंध लगा हुआ है और एक्टिविस्*टों को गिरफ्तार और प्रताडि़त किया जाता है। लेकिन इंग्*लैंड आने के बाद से नगोबेनी दमनकारी स्*वाजी व्*यवस्*था के खिलाफ मुखर हो गई हैं। नगोबेनी अब जानी-मानी एक्टिविस्*ट बन गई हैं और वह लंदन में स्*वाजी दूतावास के बाहर अपने संगठन स्*वाजी विजिल के साथ अक्*सर प्रदर्शन करती हैं। उनकी इन गतिविधियों के कारण स्*वाजी सरकार उनपर हमेशा नजर रख रही है। अब वह मानती है कि पहले की तुलना में उनकी जिंदगी को अब ज्*यादा खतरा है।
युवती का कहना है कि हाल ही में खबर मिली थी कि उसे पकड़कर स्*वदेश ले जाने के लिए स्*वाजीलैंड से लोगों को इंग्*लैंड भेजा गया है। इससे वह सही मायने में भयभीत है। अगर वह वापस गई तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा या फिर राजनीतिक कार्यकर्ताओं की तरह उसे भी प्रताडि़त या फिर मार दिया जाएगा।
भय के साये में जी रही नगोबेनी ने पहली बार 2007 में इंग्*लैंड से राजनीतिक शरण की मांग की थी जिसे 2011 में खारिज कर दिया गया। पिछले माह युवती को गिरफ्तार कर आव्रजन हिरासत केंद्र ले जाया गया, लेकिन बर्मिंघम से लेबर पार्टी के सांसद रोजर गॉडसिफ के हस्*तक्षेप के बाद उसे रिहा कर दिया गया।
मजेदार बात यह है कि इंग्*लैंड के राजकुमार विलियम और केट की शादी और पिछली गर्मियों में महारानी के डायमंड जुबली समरोह में यह राजा शाही परिवार का मेहमान रह चुका है।