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View Full Version : बहना ने भाई की कलाई पर राखी बाँधी है.!!


Advo. Ravinder Ravi Sagar'
20-08-2013, 01:38 AM
कच्चे धागे से मुहब्बत की डोर बाँधी है.!
बहना ने भाई की कलाई पर राखी बाँधी है.!!
लंबी उमर की दुआएं दी हैं,
माथे लगा तिलक ब्लायें ली हैं,
बहना ने भाई की कलाई पर आस बँधी है.!
कच्चे धागे से मुहब्बत की डोर बाँधी है.!!
सिर्फ़ धागा नहीं बंधन जीवन का,
रिश्तों को निभाने और करमो का,
बहना ने भाई संग अपनी तक़दीर बाँधी है.!
कच्चे धागे से मुहब्बत की डोर बाँधी है.!!
अरमानो को बहना के पुर करना,
आँचल बहना के की रक्षा करना,
बहना ने भाई की कलाई पर विश्वास बाँधा है.!
कच्चे धागों से सारे जहाँ का प्यार बाँधा है.!!

rajnish manga
20-08-2013, 08:56 AM
रक्षा बंधन के पावन अवसर पर भाई बहन के प्यार को समर्पित इस शानदार कविता के लिये आपका धन्यवाद, मित्र.

dipu
20-08-2013, 10:24 AM
very true

Advo. Ravinder Ravi Sagar'
22-08-2013, 12:41 AM
thanks

abhisays
22-08-2013, 01:25 AM
bahut acche ravi ji. :bravo:

bindujain
22-08-2013, 07:02 AM
कच्चे धागे से मुहब्बत की डोर बाँधी है.!
बहना ने भाई की कलाई पर राखी बाँधी है.!!
लंबी उमर की दुआएं दी हैं,
माथे लगा तिलक ब्लायें ली हैं,
बहना ने भाई की कलाई पर आस बँधी है.!
कच्चे धागे से मुहब्बत की डोर बाँधी है.!!
सिर्फ़ धागा नहीं बंधन जीवन का,
रिश्तों को निभाने और करमो का,
बहना ने भाई संग अपनी तक़दीर बाँधी है.!
कच्चे धागे से मुहब्बत की डोर बाँधी है.!!
अरमानो को बहना के पुर करना,
आँचल बहना के की रक्षा करना,
बहना ने भाई की कलाई पर विश्वास बाँधा है.!
कच्चे धागों से सारे जहाँ का प्यार बाँधा है.!!

अच्छा है