आपने मुझे जो सम्मान दिया है, उसके लिये मैं आपका ह्रदय से धन्यवाद करता हूँ, वैभव जी. कृपया लेखन कार्य जारी रखें और पोस्ट करते रहें. आप में कमाल की प्रतिभा है.
आपके प्रोत्साहन के लिए आपका कोटि-कोटि धन्यवाद सर ,कभी-कभी पढ़ाई में इतना व्यस्त हो जाता हूँ कि समय नहीं मिल पाता लेकिन मैं आगे से इसका ध्यान रखूँगा।
मैं आपके प्रोत्साहन और मार्गदर्शन के लिए आपका अत्यन्त आभारी हूँ।
नौसेना के शौर्य को अपने बहुत सुन्दर वर्णन किया है। इस रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई।
आप चाहें तो आप इसपे और भी कई बंध लिख सकते हैं क्योंकि भारतीय सेना की शौर्य गाथा अपार है।