भाव विभोर करने वाली सशक्त रचना यहाँ पस्तुत करने के लिए श्री पुष्पा जी एवं सुन्दर सहज अनुवाद करने के लिए श्री रजनीश जी, आप दोनों कों हार्दिक धन्यवाद.......
धन्यवाद रजनीश जी , ... आपको ये सूत्र पसंद आया और आपने इसे सराहा इससे मुझे और आगे लिखने की प्रेरणा मिली है,. और जी हाँ मै जरुर कोशिश करुँगी की लिखते रहूँ . आपने मेरे लिखे सूत्र को बहुत भावनात्मक रूप से पढ़ा और समझा इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद .