आज की शाम इन सुन्दर पंक्तिओं के साथ...
"..छोड़ दो मुड़कर देखना उनको,जो तुमसे दूर जाया करते हैँ...
जिनको साथ नहीं चलना होता,वो अक्सर रूठ जाया करते हैँ..."
Good morning rajatji....
Aisi koi Baat nahi ji......hum koi aisi badi hasti nahi hai....shayari ki duniya Mai sirf Apni pahechan banayi hai humne...or kuch nahi....
Good morning everyone....
Aap sabka sukriya
गुड मार्निंग, हैपी न्यू इयर, मेरी क्रिसमस, हैपी दीपावली, शिखा जी। बड़े-बड़े लोग एक साथ इधर आपकी प्रोफाइल में दिखाई दे रहे हैं। मुझे तो बड़ा डर लग रहा है। पता नहीं कौन हैं आप? डर के मारे सारी बधाइयाँ एक साथ निकल रही हैं। माफ़ कीजिएगा। डर के कारण मैंने तो अपनी एक बड़ी कविता भी आपके नाम समर्पित कर दी है! कृपा दृष्टि बनाए रखिएगा।