नमस्कार अनिल जी
हाँ चर्चाओं में दिलचस्पी तो रखता हूँ पर अब संभल कर इन चीज़ों में कदम रखता हूँ ताकि कोई विवाद न हो जाए |
जरुर ! उस सूत्र में कुछ लिखना चाहूँगा | पहले कुछ समझ लेता हूँ |
इस सम्मान के लिए धन्यवाद आपका |
शुभ-प्रभात श्रीमान! आजकल बहुत कम बात-चीत हो पाती है| चलो पहले कुशल क्षेम पूछ लेते हैं|
कैसे हो? आपकी उन्होंने कल ज्यादा तो नहीं मारा ना......................?
हम थोड़े ठीक से हैं, कुछ तबियत नासाज हो गई है| परिवार में भी सभी ठीक ही होंगे|