Re: बात एक रात की
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Re: बात एक रात की
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कोतवाल श्री मोटा भाई हा हा हा |
Re: बात एक रात की
आज का अपडेट अभी करता हूँ
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भूमि को अपने सामने देख कर राजू की पेन्ट गीली हो गई
ये इस कहानी के मुख्य कैरेक्टर भूमि की फोटो |
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Re: बात एक रात की
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राजू के मुँह से आबाज भी नही निकल पा रही थी
और बो थरथर काँपने लगा राजू सोच रहा था ये कैसे हो सकता है सागर और भूमि ने जब राजू की गीली पेन्ट देखी तो बो अपनी हसी नही रूक पाये और जोर जोर से दोनो हँसने लगे राजू को बहुत बुरा लगा लेकिन शर्म भी आ रही थी राजू - गुरू क्या मेरी खिल्ली उडा रहे हो ये अच्छी बात नही सागर - अरे सोरी यार बुरा क्यो मानता है हा हा हा राजू का ध्यान भूमि पर गया लेकिन ये यहाँ कैसे आ गई गुरू भूमि राजू को घूरने लगी राजू ने आखे नीचे झुकाली और भूमि उसकी पेन्ट को देख कर फिर हसने लगी गुरू हटो मै बाथरूम मै जाने दो सागर- अरे रूको अब खडे खडे तो निपट गया अब क्या करना है बाथरूम मेँ ही ही ही और दोनो हँसने लगेँ लेकिन राजू सागर को धक्का देते हुये जल्दी से बाथरूम मे घुस गया और थोडी बाद एक तौलिया लपेट कर बाहर आया |
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जो इस कहानी की आइटम है |
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