Re: हेमंत कुमार के अमर गीत
तेरे द्वार खड़ा एक जोगी - Tere Dwaar Khada Ek Jogi (Hemant Kumar)
Movie/Album: नागिन (1954) Music By: हेमंत कुमार Lyrics By: राजिंदर कृष्ण Performed By: हेमंत कुमार काशी देखी, मथुरा देखी, देखे तीरथ सारे कहीं न मन का मीत मिला तो आया तेरे द्वारे तेरे द्वार खड़ा एक जोगी ना माँगे यह सोना चाँदी, माँगे दर्शन देवी दुनिया से मुख मोड़ा, तेरे लिये जग छोड़ा छोड़ दिया घरबार बन-बन छाना मैंने, तुझे देवी माना मैंने सुन ले मेरी पुकार ना माँगे यह... करके जतन आया, मन में अगन लाया अंखियों में दर्शन-प्यास प्रीत की भीक्षा, प्रेम की दीक्षा माँग रहा यह दास ना माँगे यह... |
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ज़िन्दगी प्यार की दो चार घड़ी - Zindagi Pyar Ki Do Chaar Ghadi (Hemant Kumar)
Movie/Album: अनारकली (1953) Music By: सी.रामचन्द्र Lyrics By: राजिंदर कृष्ण Performed By: हेमंत कुमार ज़िन्दगी प्यार की दो चार घड़ी होती है चाहे थोड़ी भी हो ये, उम्र बड़ी होती है ताज या तख़्त या दौलत हो ज़माने भर की कौन सी चीज़ मोहब्बत से बा दी होती है ज़िन्दगी प्यार की... दो मोहब्बत भरे दिल ख़ाक धड़कते हो जहाँ सबसे लम्बी वो मोहब्बत की घड़ी होती है ज़िन्दगी प्यार की... |
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ज़रा नज़रों से कह दो जी - Zara Nazron Se Keh Do Ji (Hemant Kumar)
Movie/Album: बीस साल बाद (1962) Music By: हेमंत कुमार Lyrics By: शकील बदायुनी Performed By: हेमंत कुमार ज़रा नज़रों से कह दो जी निशाना चूक न जाए मज़ा जब है तुम्हारी हर अदा क़ातिल ही कहलाए क़ातिल तुम्हें पुकारूँ, के जान-ए-वफ़ा कहूँ हैरत में पड़ गया हूँ, के मैं तुमको क्या कहूँ ज़माना है तुम्हारा, चाहे जिसकी ज़िंदगी ले लो अगर मेरा कहा मानो तो ऐसे खेल न खेलो तुम्हारी इस शरारत से, न जाने किसकी मौत आए ज़रा नज़रों से... कितनी मासूम लग रही हो तुम तुमको ज़ालिम कहे वो झूठा है ये भोलापन तुम्हारा, ये शरारत और ये शोखी ज़रूरत क्या तुम्हें तलवार की तीरों की खंजर की नज़र भर के जिसे तुम देख लो वो खुद ही मर जाए ज़रा नज़रों से... हम पे क्यों इस क़दर बिगड़ती हो छेड़ने वाले तुमको और भी हैं बहारों पर करो गुस्सा, उलझती है जो आँखों से हवाओं पर करो गुस्सा, जो टकराती हैं ज़ुल्फ़ों से कहीं ऐसा न हो कोई, तुम्हारा दिल भी ले जाए ज़रा नज़रों से... |
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ये नयन डरे डरे - Ye Nayan Dare Dare (Hemant Kumar)
Movie/Album: कोहरा (1966) Music By: हेमंत कुमार Lyrics By: कैफ़ी आज़मी Performed By: हेमंत कुमार ये नयन डरे-डरे, ये जाम भरे-भरे ज़रा पीने दो कल की किसको खबर, इक रात हो के निडर मुझे जीने दो रात हसीं, ये चाँद हसीं पर सबसे हसीं मेरे दिलबर और तुझसे हसीं तेरा प्यार तू जाने ना ये नयन डरे डरे... प्यार में है जीवन की खुशी देती है खुशी कई गम भी मै मान भी लूँ कभी हार तू माने ना ये नयन डरे डरे... |
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तुम्हें याद होगा - Tumhen Yaad Hoga (Hemant Kumar, Lata Mangeshkar)
Movie/Album: सट्टा बाज़ार (1959) Music By: कल्याणजी-आनंदजी Lyrics By: गुलशन बावरा Performed By: हेमंत कुमार, लता मंगेशकर तुम्हें याद होगा कभी हम मिले थे मोहब्बत की राहों में मिलके चले थे भूला दो मोहब्बत में हम-तुम मिले थे सपना ही समझो के मिलके चले थे डूबा हूँ ग़म की गहराइयों में सहारा हैं यादों का तन्हाईयों में तुम्हें याद... कहीं और दिल की दुनिया बसा लो क़सम है तुम्हें वो क़सम तोड़ डालो तुम्हें याद... नई दिल की दुनिया बसा न सकूँगा जो भूले हो तुम वो भुला न सकूँगा तुम्हें याद... अगर ज़िंदगी हो अपनी ही बस में तुम्हारी क़सम हम न भूलें वो क़समें तुम्हें याद... |
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तुम पुकार लो - Tum Pukar Lo (Hemant Kumar)
Movie/Album: ख़ामोशी (1969) Music By: हेमंत कुमार Lyrics By: गुलज़ार Performed By: हेमंत कुमार तुम पुकार लो, तुम्हारा इन्तज़ार है ख़्वाब चुन रही है रात, बेक़रार है तुम्हारा इन्तज़ार है होंठ पे लिये हुए दिल की बात हम जागते रहेंगे और कितनी रात हम मुख़्तसर सी बात है, तुमसे प्यार है तुम्हारा इन्तज़ार है... दिल बहल तो जायेगा इस ख़याल से हाल मिल गया तुम्हारा अपने हाल से रात ये क़रार की, बेक़रार है तुम्हारा इन्तज़ार है... |
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तेरी दुनिया में जीने से - Teri Duniya Mein Jeene Se (Hemant Kumar)
Movie/Album: हाउस नंबर ४४ (1955) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: साहिर लुधियानवी Performed By: हेमंत कुमार तेरी दुनिया में जीने से तो बेहतर है कि मर जाएं वही आँसू, वही आहें, वही ग़म हैं जिधर जाएं कोई तो ऐसा घर होता जहाँ से प्यार मिल जाता वही बेगाने चेहरे हैं, जहाँ पहुँचे, जिधर जाएं तेरी दुनिया में... अरे ओ आसमाँ वाले बता इसमें बुरा क्या है खुशी के चार झोंके गर, इधर से भी, गुज़र जाएं तेरी दुनिया में... |
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सुन जा दिल की दास्तां - Sun Ja Dil Ki Dastan (Hemant Kumar, Lata Mangeshkar)
Movie/Album: जाल (1952) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: साहिर लुधियानवी Performed By: हेमंत कुमार, लता मंगेशकर लता मंगेशकर, हेमंत कुमार ये रात ये चाँदनी फिर कहाँ, सुन जा दिल की दास्तां चाँदनी रातें प्यार की बातें खो गयी जाने कहाँ आती है सदा तेरी, टूटे हुए तारों से आहट तेरी सुनती हूँ, खामोश नज़ारों से भीगी हवा, उमड़ी घटा, कहती है तेरी कहानी तेरे लिये, बेचैन है, शोलों में लिपटी जवानी सीने मे बलखा रहा है धुआं सुन जा दिल... लहरों के लबों पर हैं, खोये हुए अफ़साने गुलज़ार उम्मीदों के, सब हो गये वीराने तेरा पता, पाऊं कहाँ, सूने हैं सारे ठिकाने जाने कहाँ, गुम हो गये, जा के वो अगले ज़माने बरबाद है आरज़ू का जहाँ, सुन जा दिल की दास्तां हेमंत कुमार ये रात ये चाँदनी फिर कहाँ सुन जा दिल की दास्ताँ पेड़ों की शाखों पे सोई-सोई चाँदनी तेरे खयालों में खोई-खोई चाँदनी और थोड़ी देर में, थक के लौट जाएगी रात ये बहार की, फिर कभी न आएगी दो एक पल और है ये समां सुन जा... लहरों के होंठों पे धीमा-धीमा राग है भीगी हवाओं में ठंडी-ठंडी आग है इस हसीन आग में, तू भी जलके देख ले ज़िंदगी के गीत की, धुन बदल के देख ले खुलने दे अब धड़कनों की ज़बाँ सुन जा... जाती बहारें हैं, उठती जवानियाँ तारों के छाँव में कहले कहानियाँ एक बार चल दिये, गर तुझे पुकार के लौटकर न आएंगे, क़ाफ़िले बहार के आजा अभी ज़िंदगी है जवाँ सुन जा... |
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न ये चाँद होगा - Na Ye Chand Hoga (Hemant Kumar, Geeta Dutt)
Movie/Album: शर्त (1954) Music By: हेमंत कुमार Lyrics By: एस.एच.बिहारी Performed By: हेमंत कुमार, गीता दत्त न ये चाँद होगा न तारे रहेंगे मगर हम हमेशा तुम्हारे रहेंगे बिछड़कर चले जाएं तुमसे कहीं तो ये ना समझना मुहब्बत नहीं जहाँ भी रहे हम तुम्हारे रहेंगे न ये चाँद होगा... ज़माना अगर कुछ कहे भी तो क्या मगर तुम न कहना हमें बेवफ़ा तुम्हारे लिये हैं तुम्हारे रहेंगे न ये चाँद होगा... ये होगा सितम हमने पहले न जाना बना भी न था, जल गया आशियाना कहाँ अब मोहब्बत के मारे रहेंगे न ये चाँद होगा.. |
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न तुम हमें जानो - Na Tum Humein Jaano (Hemant Kumar, Suman Kalyanpur)
Movie/Album: बात एक रात की (1962) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी Performed By: हेमंत कुमार, सुमन कल्यानपुर न तुम हमें जानो, न हम तुम्हें जानें मगर लगता है कुछ ऐसा, मेरा हमदम मिल गया ये मौसम ये रात चुप है, ये होंठों की बात चुप है खामोशी सुनाने लगी, है दास्तां नज़र बन गई है, दिल की ज़ुबां न तुम हमें... मुहब्बत के मोड़ पे हम, मिले सबको छोड़ के हम धड़कते दिलों का ले के ये कारवां चले आज दोनों, जाने कहाँ न तुम हमें... |
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