Re: विश्व की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्में
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Re: विश्व की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्में
सिटिज़न केन
(अमिताभ बच्चन का ब्लॉग – 25 अगस्त 2006) अपने दिल का दर्द किसी और को कहना कमजोरी है। इसलिए हम अपने दिल का दर्द किसी को नहीं कहते। दुनिया के लिए तो हम बस पैसे वाले,सफल इंसान हैं, जो बहुत खुश है। लेकिन किसी का दिल किसने देखा है और किसी के दिल की बात किसने सुनी है, और सुनी भी है तो कहाँ पहचानी है। सिटिजन केन नाम की एक फिल्म है जिसमें एक बहुत सफल, बहुत अमीर इंसान की कहानी है। उसे बचपन में अपने घर से ले जाया जाता है और फिर पाला पोसा जाता है अमीरी में, माता पिता से दूर। जिस समय उसे ले जाया गया वह कुछ स्कीइंग कर रहा होता है, और स्की का नाम था रोजबड। वह उससे छीन ली जाती है क्योंकि उसे ले जाना था या ऐसा ही कुछ। एकदम अमीरी में मरते वक्त वह एक ही शब्द कहता है, रोजबड। उस समय यह समझने वाला उसके आस पास कोई नहीं था जिसे पता होता कि रोजबड है क्या चीज। कहानी थोड़ी गलत हो सकती है, लेकिन दुखभरी कहानी थी। अपने चेहरे पर रोज मुस्कान ला पाना एक बहुत बड़ी बात है। मुस्कान आ गई तो जीवन सफल है। |
विश्व सिनेमा के शाहकार
विश्व सिनेमा के शाहकार
इस सूत्र में हम विश्व सिनेमा की धरोहर समझी जाने वाली कुछ फिल्मों की चर्चा करेंगे जिनमे रोमांस भी है, युद्ध भी हैं और देश विदेश की सामाजिक व्यवस्था का विश्लेषण भी है. दुनिया भर में बनने वाली और प्रेम तथा स्त्री पुरूष के रिश्तों को विभिन्न स्तरों और दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाली यह फ़िल्में सिनेमा जगत में उल्लेखनीय स्थान रखती हैं. इन्हीं फिल्मों में से कुछ बेहतरीन शाहकार हम यहाँ प्रस्तुत करेंगे. आशा है आपको यह प्रयास अच्छा लगेगा. धन्यवाद. |
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मलेना (Malena) यह फिल्म कॉमेडी, ड्रामा, रोमांस तथा युद्ध की विभीषिका को बखूबी दर्शाती है. सन 2000 में प्रदर्शित यह फिल्म लुसिआनो विन्सेजोनी की एक कहानी पर आधारित है. फिल्म की पटकथा व निर्देशन ग्युसेप टोरनेटोर द्वारा किया गया. 1940 के आसपास बुनी गयी इस कहानी के अनुसार मेलेना इटली के सिसली राज्य में रहने वाली एक खूबसूरत महिला है. वह अपनी खूबसूरती के कारण अपने कस्बे में रहने वाले दिलफेंक नवयुवकों के दिलों पर राज करती है और उनकी कल्पनाओं में रहती है. युवक तो युवक, किशोरों और वृद्धों में भी उसके प्रति आकर्षण देखा जा सकता था. इसमें एक बारह वर्ष का किशोर रेनाटो भी शामिल है. फिल्म की कहानी में युद्ध के वातावरण का बड़ा यथार्थ चित्रण किया गया है. फ़िल्मकार ने ऐसे समय समाज में पल रही यौन कुंठाओं का भी बहुत यथार्थ चित्रण किया है. अचानक समाचार मिलता है कि मलेना का पति युद्ध में दुश्मनों से लड़ते लड़ते शहीद हो गया है. यह खबर फैलते ही शहर के खाते पीते घरों के लोग सहानुभूति दर्शाने के बहाने मलेना से मिलने आते और उसे अपने वश में करने की कोशिश करते हैं. ऐसे में उसकी सुंदरता ही उसकी दुश्मन हो जाती है. |
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मलेना (Malena) http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446807426^http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446807426 फिल्म मलेना का एक पोस्टर तथा मलेना की भूमिका में मोनिका बेलुक्सी |
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मलेना (Malena) वह 12 वर्षीय किशोर रेनाटो भी यह सब कुछ देखता है और अपने समाज का यह हाल देख कर परेशानी महसूस करता है. उसके मन में मलेना के प्रति प्रेम भी है और वह उसके प्रति स्वाभाविक रूप से यौन आसक्ति भी रखता है. लेकिन उसमे एक विशेष बात है जो उसे अन्य सभी पुरुषों से अलग करती है. वह यह कि मलेना के प्रति उसके मन में सम्मान की भावना है और उसमे संवेदनशीलता भी नज़र आती है. यही वो चीज है जो उस किशोर रेनाटो को इस फिल्म का हीरो बना देती है. इस फिल्म में युद्ध, सेक्सुएलिटी और प्रेम के साथ साथ युद्धरत फ़ासिस्ट समाजों में महिलाओं की हालत का भी यथार्थ चित्रण किया गया है. |
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गॉन विद द विंड Gone With The Wind http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446906737^http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446906737 1936 में मारग्रेट मिशेल के उपन्यास ‘गॉन विद द विंड’ ने खूब धूम मचाई थी. विक्टर लेमिंग ने इस उपन्यास पर इसी नाम से एक फिल्म का निर्देशन किया जो 1939 में सिनेमा के परदे पर प्रदर्शित की गयी. कहानी में 1861 के आसपास के दिनों में अमरीका के दक्षिणी राज्य जॉर्जिया में चलने वाले गृहयुद्ध की पृष्ठभूमि को बड़ी खूबसूरती के साथ उकेरा गया है. इस सब के बीच एक प्रेमकथा भी चलती है जो वक़्त के उतार-चढ़ाव व उहापोह में से होती हुयी आगे बढ़ती है. वर्ष 1939 के लिए इस फिल्म ने पांच ऑस्कर जीते थे जो उस समय तक सबसे अधिक थे. सर्वश्रेष्ठ फिल्म के पुरस्कार के अलावा, इस फिल्म को अन्य पुरस्कार इसके निर्देशन, नायिका, सहायक अभिनेता व सहायक अभिनेत्री, रंगीन फिल्मांकन व एडिटिंग के लिए दिए गए. इस फिल्म की सफलता में विवियन ली और क्लार्क गाबल के शानदार अभिनय का बड़ा भारी योगदान था. |
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कैमिली / Camille http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446907403^http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446907403 ^ |
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कासाब्लेंका Casablanca http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446983538^http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1446983538 सन 1942 में बनाई गई इस फिल्म को माइकल क्रुटिज़ ने निर्देशित किया था. दूसरे विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि में बनाई गई इस फिल्म में हम देखते हैं कि किस तरह एक आदमी और एक प्रेमी प्रेम और नैतिकता के भंवर में डूबता उतराता है. यहाँ तक कि वह अपनी प्रेमिका के लापता पति की तलाश में पूरे जी जान से कोशिश करता है. 16 वें अकादमी (ऑस्कर) पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के पुरस्कार के साथ साथ इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन, मुख्य अभिनेता, सहायक अभिनेता, पटकथा, फोटोग्राफी, एडिटिंग और संगीत के लिए भी ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. |
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अन्ना केरेनिना (Anna Karenina) http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1447078297^http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1447078297 1873 से 1877 तक रूस की पत्रिका ‘द रशियन मेसेंजर’ में लियो टॉलस्टॉय के धारावाहिक छपे उपन्यास “अन्ना केरेनिना” ने उस ज़माने में ज़बरदस्त धूम मचा दी थी. दुनिया भर में इस थीम पर ढेरों फिल्मे बन चुकी हैं. 1935 में क्लोरेंस ब्राउन द्वारा निर्देशित इसी नाम की फिल्म को बहुत सराहा गया था. इसकी मुख्य भूमिका में ग्रेट गार्बो थी. इसके बाद 1948 में जुलियन डूविलियर ने इस कहानी पर एक और फिल्म बनाई. इसके बाद सन 1967 में अलेक्सांद्र जार्खी ने मूल रूसी भाषा में हे इस फिल्म का निर्माण किया. फिल्म की कहानी अन्ना केरेनिना के आसपास घूमती है जिसका पति राजनीति में इस कदर मशगूल है कि अपनी पत्नी की भावनात्मक जरूरतों का भी उसे ध्यान नहीं रहता. कई मोड़ों से होती हुयी यह कहानी उसके जीवन के अनेकों पहलुओं का चित्रण करती चलती हैं. |
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