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-   -   मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=5246)

internetpremi 24-11-2013 05:00 AM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
Saw this thread only today.
Enjoyed.

While studying at BITS Pilani, I had a close friend who belonged to Churu.
He had told me about his place but I had not imagined it would be like this.
Many of the buildings look like the those filmed in Ram Leela, which I saw last week here in California.

Please continue.
Regards
GV

rajnish manga 24-11-2013 05:01 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1365447202

सूत्र में शामिल की गयी विषय-वस्तु को पसंद करने के लिए मैं आपका आभारी हूँ, मित्र. इस शहर के पुरानेपन में भी एक खूबसूरती है.

Dr.Shree Vijay 24-11-2013 05:35 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
Quote:

Originally Posted by rajnish manga (Post 419825)


राजस्थानी वास्तुकला के अप्रतिम चित्र.......

rajnish manga 24-11-2013 06:15 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
Quote:

Originally Posted by Dr.Shree Vijay (Post 420705)

राजस्थानी वास्तुकला के अप्रतिम चित्र.......

http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1365447202

धन्यवाद, डॉ. श्री विजय. यह जान कर प्रसन्नता हुई कि चूरू नगर की कलात्मकता ने आपको भी उतना ही प्रभावित किया है जितना मुझे.


rajnish manga 25-11-2013 09:17 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
1 Attachment(s)
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1365447202


चूरू शहर की एक हवेली का बाहरी दृष्य

rajnish manga 31-03-2014 06:20 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर / देहरादून

यह सन 1967 के आसपास की बात है जब मैंने देहरादून में डी.ए.वी. (पी.जी.) कॉलेज में दाखिला लिया था और वहां पढता था. मेरा कॉलेज करनपुर क्षेत्र में था. कुछ दिन हॉस्टल में रहने के बाद मैं उसी के नज़दीक किराए के मकान में रहने लगा था. वहां से पलटन बाजार और घंटाघर, जो इस शहर का केंद्रबिंदु थे, तकरीबन दो किलोमीटर दूर थे. मैं और मेरे मित्र प्रतिदिन घूमने के लिये पलटन बाजार जाया करते थे. पलटन बाजार देहरादून का एक खास बाजार था (और आज भी है) जहां सुबह से शाम तक व्यापारिक गतिविधियाँ चलती थीं. शाम के समय खरीदारों तथा घूमने आने वालों की यहाँ विशेष चहल-पहल रहा करती थी. देहरादून स्कूल-स्तर व कॉलेज-स्तर की शिक्षा सुविधाओं के मामले में बहुत प्रसिद्ध था. यही वजह थी कि हमारे कॉलेज समेत सभी कॉलेजों में न सिर्फ अन्य शहरों से बल्कि पंजाब, हरियाणा और हिमाचल तक से लड़के-लडकियां पढ़ाई के लिये आया करते थे. मेरे साथ के कई लड़के ऐसे थे जो नैनीताल से पढ़ने आये थे और तीन लड़के तो बिराटनगर (नेपाल) से भी आये हुये थे.




rajnish manga 31-03-2014 06:50 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर / देहरादून
*


rajnish manga 31-03-2014 07:19 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर / देहरादून




rajnish manga 31-03-2014 07:49 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
2 Attachment(s)
मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर / देहरादून
*
DAV (POST GRADUATE) COLLEGE, DEHRADUN



rajnish manga 31-03-2014 08:13 PM

Re: मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर
 
मेरी ज़िंदगी : मेरे शहर / देहरादून
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FOREST RESEARCH INSTITUTE, DEHRADUN
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