Re: साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
वस्तुत: निष्पक्ष कानून की अवधारणा पर आधारित हमारी सामाजिक व्यवस्था में आतंकवाद के इस नए रूप से निपटने के लिए स्पष्ट वैधानिक दिशा-निर्देश पहली जरूरत है। मौजूदा परिस्थितियों में सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे पास साइबर आतंकवाद की सही और स्पष्ट व्याख्या ही मौजूद नहीं है, जिसके चलते न्याय की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। मीडिया, व्यक्तिगत अनुभव या अन्य उपलब्ध स्रोतों से साइबर क्राइम के बारे में कुछ समझदारी विकसित जरूर हुई है, लेकिन असल समस्या यह है कि विशेषज्ञों की जमात इसे अपने-अपने नजरिए से परिभाषित करती है।
|
Re: साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
ब्लॉग, इंटरनेट जालस्थलों, ई-मेल के जरिए देश और प्रजातांत्रिक व्यवस्था विरोधी गतिविधियों को भी आतंकवाद मानते हुए साइबर अपराध की श्रेणी में रखा गया है। इसके लिए विधिवत रूप से भारतीय साइबर कानून या सूचना प्रौद्योगिकी कानून-2000 में संशोधन किया जा चुका है। लेकिन इसका नकारात्मक पहलू यह है कि केन्द्र और राज्य सरकारों ने अभी तक न तो कोई ऐसा साझा प्रयास किया और न ही एकल कोशिश की है, जिससे कि आम जनता को साइबर क्राइम के प्रति जागृत किया किया जा सकता। इस कानून के अनुसार साइबर अपराधियों को अब आंतकवादी मानकर कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी और जिसमें 10 साल तक की सजा का प्रावधान भी किया गया है। इसके पहले भी जान-बूझकर इंटरनेट के माध्यम से समाज, धर्म, देश या किसी संगठन के खिलाफ अपमानजनक संदेश प्रसारित करने, ई-मेल से धमकी भरे संदेश भेजने, ई-मेल द्वारा अपमानसूचक संदेश भेजने, इलेक्ट्रानिक अभिलेखों की जालसाजी, जाली वेबसाइट, साइबर धोखाधड़ी, ई-मेल स्पूफिंग, वेब अपहरण, ई-मेल दुरुपयोग, दवाओं की ऑनलाइन बिक्री सहित हथियारों की ऑनलाइन बिक्री को भारतीय दंड़ संहिता और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध की श्रेणी में रखा गया था।
|
Re: साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
हालांकि लगातार बढ़ते साइबर अपराध को नियंत्रित करने के लिए पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण के दिया जा रहा है। साथ ही आम लोगों को भी साइबर क्राइम और इससे संबंधित कानून की बुनियादी जानकारियों से अवगत कराने के लिए गृह विभाग द्वारा एक पुस्तिका का प्रकाशन तथा वितरण किया जाता है।एक अच्छी पहल जरूर इस मामले में हो रही है कि देश के सॉफ्टवेयर उद्योग की प्रमुख संस्था नेसकॉम अपने सामाजिक सरोकार के तहत पुलिस को साइबर अपराध से निपटने में निपुण बना रही है। यह संस्था पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध के विभिन्न रूपों से अवगत कराने के साथ उन्हें कंप्यूटर आधारित विभिन्न तरह के अपराधों की जांच तथा गड़बड़ी तक पहुंचने की कला से परिचित कराती है। अब देखना यह है कि शासन द्वारा साइबर क्राइम को कन्ट्रोल करने के लिए किए जा रहे प्रयास कहां तक सफल होते हैं।
(लेखक हिन्दुस्थान समाचार के संवाददाता हैं) |
साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
कम्प्यूटर क्राइम या साइबर क्राइम ऐसे अपराध की और इंगित करता है जिसमे किसी कंप्यूटर व तंत्र/संजाल (नेटवर्क) का उपयोग किया गया हो, जहाँ कोई कंप्यूटर अपराध के आयोग में मददगार साबित हो भी सकता है अथवा नहीं भी|
नेट क्राइम आम तौर पर आपराधिक गतिविधियों में इंटरनेट के दोहन की और इंगित करता है| ऐसे मुद्दे आम तौर पर हाई-प्रोफाइल होते हैं; जिनमे हैकिंग, कापीराईट का उल्लंघन, चाइल्ड पोर्नोग्राफी, चाइल्ड ग्रूमिंग (शौषण) आदि शामिल हैं| कुछ निजता एवं गोपनीयता चोरी व रोक सम्बन्धी कानूनन व अन्य समस्याएं भी सामने आती हैं| वैश्विक रूप से सरकारी तथा गैरसरकारी दोनों ही तरह के तंत्र इसमें लिप्त पाए गए हैं जो मुख्य रूप से जासूसी, वित्तीय चोरी तथा अन्य सीमा-पार से अंजाम दिए जा सकने वाले अपराध हैं| जिसे साधारणतया साइबर-युद्ध भी कहा जाता है| कुछ अंतरास्ट्रीय वैध निकाय इन तंत्रों द्वारा किये गए कार्यों के मद्देनज़र आने वाले खतरे के लिए इंटरनेश्नल क्राइम कोर्ट के साथ इनकी जवाबदेहिता को तय करने में प्रयासरत हैं| |
साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
रूपरेखा:
साइबर क्राइम में संभाव्यतः अवैध गतिविधियों की एक विस्तृत श्रेणी शामिल है| प्रायः, तथापि ये दो श्रेणियों में विभक्त है: १) अपराध जिनमे कंप्यूटर नेटवर्क अथवा उपकरण सीधे ही निशाने पर होते हैं| जैसे: अ- कंप्यूटर वायरस| ब- मालवेयर| स- सेवा हमले (DoS Attacks)| २) अपराध जिनमे कंप्यूटर नेटवर्क अथवा उपकरण मदगार होते हैं; जिनका प्राथमिक लक्ष्य कंप्यूटर नेटवर्क अथवा उपकरण की स्वतंत्रता से लक्षित होता है| जैसे: अ- गुप्त रूप से पीछा करना (Cybar Stalking)| ब- धोखा/ छल-कपट एवं पहचान चुराना (Identity Theft)| स- सूचना युद्ध (Information Warfare)| द- फिशिंग घोटाले (Phishing Scams; छल-पूर्वक किसी अन्य का पासवर्ड, यूज़रनेम तथा अन्य जानकारियां इस्तेमाल करके वित्तीय हानि पहुंचाना)| |
साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
कंप्यूटर की भूमिका
कोई कंप्यूटर साक्ष्य के लिये एक श्रोत बन सकता है; यद्यपि कंप्यूटर सीधे ही आपराधिक उद्देश्य के लिए प्रयोग न किया गया हो, लेकिन यह रिकोर्ड रखने, विशेष रूप से डेटा एन्क्रिप्शन (कूट-लेखन को समझने में) करने के लिए एक उतम उपकरण है| यदि साक्ष्यों को पुनः प्राप्त किया जा सके, तो यह आपराधिक जांचकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार है| |
साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
स्पैम
स्पैम या वाणिज्यिक प्रयोजनों के लिए थोक में अप्रार्थित ईमेल भेजना| इसे जंक ई-मेल (Junk E-Mail) या Unsolicited Bulk E-Mail (UBE) के रूप में भी जाना जाता है| यह गैर कानूनी है| इसकी शुरुआत ९० के दशक शुरूआती सालों में हुई थी| आम तौर पर Botnet या वायरस प्रभावित कम्प्यूटर्स के जरिये ये मेल भेजे जाते हैं| जैसा कि ई-मेल के लिए लागू किया गया है, विशिष्ट स्पैम विरोधी क़ानून अपेक्षाकृत नए हैं| तथापि अवांछित इलेक्ट्रॉनिक संचार पर सीमा कुछ रूपों में कुछ समय के लिए ही अस्तित्व में है| स्पैम ई-मेल विषय के आधार पर फार्मेसी- 81% प्रतिकृति (Replica)- 5.40% विकासक (Enhancers)- 2.30% Phishing- 2.30% डिग्री (Degrees)- 1.30% Casino- 1% वजन घटाने- 0.40% अन्य- 6.30% |
Re: साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
आप धन्यवाद के पात्र हैँ बेह्तरीन जानकारी दिया हैँ आपने
|
साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
Botnet
Botnet सॉफ्टवेयर एजेंटों, या रोबोट का एक संग्रह है, जिसे स्वचालित रूप से चलाया जाता है| यह शब्द सबसे अधिक IRC Bots और हाल ही में दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर ( Malicious Software) के साथ जुड़ा हुआ है, लेकिन यह कंप्यूटर के एक ऐसे नेटवर्क का भी उल्लेख करता है जो वितरित अभिकलन सॉफ्टवेयर (Distributed Computing Software) का उपयोग कर सकते हैं| Botnets के मुख्य चालक ये सब मान्यता और वित्तीय लाभ के लिए कर रहे हैं| |
साइबर क्राइम : सूचनाएं एवं सुझाव
1 Attachment(s)
Botnet की कार्यविधि
नीचे दिया गया चित्र दिखाता है की किस तरह से Botnet बनाये जाते हैं और स्पैम मेल भेजने में प्रयुक्त होते हैं| http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1294936976 १) एक Botnet ऑपरेटर वायरस अथवा वोर्म्स भेजता है, साधारण उपयोगकर्ताओं के कंप्यूटर को संक्रमित कर उसके पेलोड का एक दुर्भावनापूर्ण अनुप्रयोग करता है--- Bot २) संक्रमित पी.सी. के जरिये Bot एक विशेष C&C सर्वर में लॉग इन करता है ( बहुधा कोई IRC सर्वर, लेकिन कुछ मामलो में कोई वेब सर्वर)| ३) कोई स्पैमर, ऑपरेटर से Botnet कि सेवाएँ खरीदता है| ४) स्पैमर ऑपरेटर को स्पैम मैसेज प्रदान करता है, जो IRC सर्वर के जरिये अनुबंधित मशीनों को निर्देशित करता है, ताकि स्पैम मेल भेजे जा सके| |
All times are GMT +5. The time now is 09:46 PM. |
Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.