त्योंहारों की शुभकामनाएं
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मित्रों, जैसा की आप सभी को विदित ही है की आगामी पांच नवम्बर को दीपावली का पर्व बहुत ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाने वाला है. आप सभी को मेरी और से दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं. धन्यवाद.
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1288202817 |
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रौशनी के इस पावन पर्व पर,
रंगोली भर दे आपके जीवन में नए रंग, पटाखों का शोर जगाये मन में नयी उमंग, मुबारक हो दीवाली आपको अपनों के संग wishing all the AbhiSays forum members a very happy and properious diwali................. http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1288404893 |
सभी मित्रगणो
को हमारी ओर से दिपावली और धनतेरस की अग्रीम शुभकामनाएं |
दीपावली आधिकारिक नाम : दीपावली अन्य नाम :दिवाली, दीवाली अनुयायी :हिन्दू, भारतीय, भारतीय प्रवासी प्रकार : धार्मिक, सामाजिक उद्देश्य :धार्मिक निष्ठा, उत्सव, मनोरंजन आरम्भ :रामायण काल से तिथि : कार्तिक अमावस्या २००९ तिथि : १७ अक्टूबर अनुष्ठान :गणेश-लक्ष्मी पूजन व दीपमाला उत्सव :रौशनी, सजावट, आतिशबाज़ी समान पर्व :छोटी दीवाली या नरक चौदस |
दीपावली का अर्थ है दीपों की पंक्ति। दीपावली शब्द ‘दीप’ एवं ‘आवली’ की संधिसे बना है। आवली अर्थात पंक्ति, इस प्रकार दीपावली शब्दका अर्थ है, दीपोंकी पंक्ति । भारतवर्षमें मनाए जानेवाले सभी त्यौहारों में दीपावलीका सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है। इसे दीपोत्सव भी कहते हैं। ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात् ‘अंधेरे से ज्योति अर्थात प्रकाश की ओर जाइए’ यह उपनिषदोंकी आज्ञा है। इसे सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा श्री रामचंद्र अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे। अयोध्यावासियों का ह्रदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से उल्लसित था। श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीए जलाए । कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी। तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं। यह पर्व अधिकतर ग्रिगेरियन कैलन्डर के अनुसार अक्तूबर या नवंबर महीने में पड़ता है। दीपावली दीपों का त्योहार है। इसे दीवाली या दीपावली भी कहते हैं। दीवाली अँधेरे से रोशनी में जाने का प्रतीक है। भारतीयों का विश्वास है कि सत्य की सदा जीत होती है झूठ का नाश होता है। दीवाली यही चरितार्थ करती है- असतो माऽ सद्गमय , तमसो माऽ ज्योतिर्गमय। दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है। कई सप्ताह पूर्व ही दीपावली की तैयारियाँ आरंभ हो जाती है। लोग अपने घरों, दुकानों आदि की सफाई का कार्य आरंभ कर देते हैं। घरों में मरम्मत, रंग-रोगन,सफ़ेदी आदि का कार्य होने लगता हैं। लोग दुकानों को भी साफ़ सुथरा का सजाते हैं। बाज़ारों में गलियों को भी सुनहरी झंडियों से सजाया जाता है। दीपावली से पहले ही घर-मोहल्ले, बाज़ार सब साफ-सुथरे व सजे-धजे नज़र आते हैं।
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धार्मिक संदर्भ
दीप जलाने की प्रथा के पीछे अलग-अलग कारण या कहानियाँ हैं। राम भक्तों के अनुसार दीवाली वाले दिन अयोध्या के राजा राम लंका के अत्याचारी राजा रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। उनके लौटने कि खुशी मे आज भी लोग यह पर्व मनाते है। कृष्ण भक्तिधारा के लोगों का मत है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था। दीप जलाने की प्रथा के पीछे अलग-अलग कारण या कहानियाँ हैं। राम भक्तों के अनुसार दीवाली वाले दिन अयोध्या के राजा राम लंका के अत्याचारी राजा रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। उनके लौटने कि खुशी मे आज भी लोग यह पर्व मनाते है। कृष्ण भक्तिधारा के लोगों का मत है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था। तथा इसी दिन समुद्रमंथन के पश्चात लक्ष्मी व धन्वंतरि प्रकट हुए। जैन मतावलंबियों के अनुसार चौबीसवें तीर्थंकर महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस भी दीपावली को ही है। सिक्खों के लिए भी दीवाली महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन ही अमृतसर में १५७७ में स्वर्ण मन्दिर का शिलान्यास हुआ था। और इसके अलावा १६१९ में दीवाली के दिन सिक्खों के छठे गुरु हरगोबिन्द सिंह जी को जेल से रिहा किया गया था। नेपालियों के लिए यह त्योहार इसलिए महान है क्योंकि इस दिन से नेपाल संवत में नया वर्ष शुरू होता है। |
पंजाब में जन्मे स्वामी रामतीर्थ का जन्म व महाप्रयाण दोनों दीपावली के दिन ही हुआ। इन्होंने दीपावली के दिन गंगातट पर स्नान करते समय 'ओम' कहते हुए समाधि ले ली। महर्षि दयानन्द ने भारतीय संस्कृति के महान जननायक बनकर दीपावली के दिन अजमेर के निकट अवसान लिया। इन्होंने आर्य समाज की स्थापना की। दीन-ए-इलाही के प्रवर्तक मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में दौलतखाने के सामने ४० गज ऊँचे बाँस पर एक बड़ा आकाशदीप दीपावली के दिन लटकाया जाता था। बादशाह जहाँगीर भी दीपावली धूमधाम से मनाते थे। मुगल वंश के अंतिम सम्राट बहादुर शाह जफर दीपावली को त्योहार के रूप में मनाते थे और इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में वे भाग लेते थे। शाह आलम द्वितीय के समय में समूचे शाही महल को दीपों से सजाया जाता था एवं लालकिले में आयोजित कार्यक्रमों में हिन्दू-मुसलमान दोनों भाग लेते थे।
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पर्वों का समूह दीपावली
दीपावली के दिन भारत में विभिन्न स्थानों पर मेले लगते हैं। दीपावली एक दिन का पर्व नहीं अपितु पर्वों का समूह है। दशहरे के पश्चात ही दीपावली की तैयारियाँ आरंभ हो जाती है। लोग नए-नए वस्त्र सिलवाते हैं। दीपावली से दो दिन पूर्व धनतेरस का त्योहार आता है। इस दिन बाज़ारों में चारों तरफ़ जनसमूह उमड़ पड़ता है। बरतनों की दुकानों पर विशेष साज-सज्जा व भीड़ दिखाई देती है। धनतेरस के दिन बरतन खरीदना शुभ माना जाता है अतैव प्रत्येक परिवार अपनी-अपनी आवश्यकता अनुसार कुछ न कुछ खरीदारी करता है। इस दिन तुलसी या घर के द्वार पर एक दीपक जलाया जाता है। इससे अगले दिन नरक चतुर्दशी या छोटी दीपावली होती है। इस दिन यम पूजा हेतु दीपक जलाए जाते हैं। अगले दिन दीपावली आती है। इस दिन घरों में सुबह से ही तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। बाज़ारों में खील-बताशे , मिठाइयाँ ,खांड़ के खिलौने, लक्ष्मी-गणेश आदि की मूर्तियाँ बिकने लगती हैं । स्थान-स्थान पर आतिशबाजी और पटाखों की दूकानें सजी होती हैं। सुबह से ही लोग रिश्तेदारों, मित्रों, सगे-संबंधियों के घर मिठाइयाँ व उपहार बाँटने लगते हैं। दीपावली की शाम लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। पूजा के बाद लोग अपने-अपने घरों के बाहर दीपक व मोमबत्तियाँ जलाकर रखते हैं। चारों ओर चमकते दीपक अत्यंत सुंदर दिखाई देते हैं। रंग-बिरंगे बिजली के बल्बों से बाज़ार व गलियाँ जगमगा उठते हैं। बच्चे तरह-तरह के पटाखों व आतिशबाज़ियों का आनंद लेते हैं। रंग-बिरंगी फुलझड़ियाँ, आतिशबाज़ियाँ व अनारों के जलने का आनंद प्रत्येक आयु के लोग लेते हैं। देर रात तक कार्तिक की अँधेरी रात पूर्णिमा से भी से भी अधिक प्रकाशयुक्त दिखाई पड़ती है। दीपावली से अगले दिन गोवर्धन पर्वत अपनी अँगुली पर उठाकर इंद्र के कोप से डूबते ब्रजवासियों को बनाया था। इसी दिन लोग अपने गाय-बैलों को सजाते हैं तथा गोबर का पर्वत बनाकर पूजा करते हैं। अगले दिन भाई दूज का पर्व होता है। दीपावली के दूसरे दिन व्यापारी अपने पुराने बहीखाते बदल देते हैं। वे दूकानों पर लक्ष्मी पूजन करते हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से धन की देवी लक्ष्मी की उन पर विशेष अनुकंपा रहेगी। कृषक वर्ग के लिये इस पर्व का विशेष महत्त्व है। खरीफ़ की फसल पक कर तैयार हो जाने से कृषकों के खलिहान समृद्ध हो जाते हैं। कृषक समाज अपनी समृद्धि का यह पर्व उल्लासपूर्वक मनाता हैं। रंगोली |
परंपरा
अंधकार पर प्रकाश की विजय का यह पर्व समाज में उल्लास, भाई-चारे व प्रेम का संदेश फैलाता है। यह पर्व सामूहिक व व्यक्तिगत दोनों तरह से मनाए जाने वाला ऐसा विशिष्ट पर्व है जो धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक विशिष्टता रखता है। हर प्रांत या क्षेत्र में दीवाली मनाने के कारण एवं तरीके अलग हैं पर सभी जगह कई पीढ़ियों से यह त्योहार चला आ रहा है। लोगों में दीवाली की बहुत उमंग होती है। लोग अपने घरों का कोना-कोना साफ़ करते हैं, नये कपड़े पहनते हैं। मिठाइयों के उपहार एक दूसरे को बाँटते हैं, एक दूसरे से मिलते हैं। घर-घर में सुन्दर रंगोली बनायी जाती है, दिये जलाए जाते हैं और आतिशबाजी की जाती है। बड़े छोटे सभी इस त्योहार में भाग लेते हैं। अंधकार पर प्रकाश की विजय का यह पर्व समाज में उल्लास, भाई-चारे व प्रेम का संदेश फैलाता है। हर प्रांत या क्षेत्र में दीवाली मनाने के कारण एवं तरीके अलग हैं पर सभी जगह कई पीढ़ियों से यह त्योहार चला आ रहा है। लोगों में दीवाली की बहुत उमंग होती है। |
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साभी मित्रो हमारी ओर से दिपावली की शुभकामनाएँ
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सभी मित्रो को हमारी तरफ से दीपावली की ढेर सारी शुभ कामनाये.... http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1288815796 |
शुभ दीपावली
फोरम को सभी सदस्योँ को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
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सोनी जी, अभय जी, हमसफ़र जी, राजेश जी,सिकंदर जी,कैल्विट-ऍफ़ जी, और शाम भाई जी को सूत्र में महत्त्व पूर्ण योगदान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
अभिसेज .कॉम के सभी दर्शकों और सदस्यों को हमारी तरफ से " अन्धकार पर रौशनी की जीत " यानी की "दीपावली" की हार्दिक शुभकामनाएं. ईश्वर करे आप सभी के जीवन में सदैव खुशियाँ ही रहें. http://www.orkutpapa.com/scraps/happy-diwali.gif |
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सभी दोस्तो को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ................. http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1288857901 |
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जीत भाई, आपका बहुत बहुत आभार. आपको भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1288865019 |
!~! फोरम के सभी सदस्योँ को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !~!
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शुभ दीपावली
गुल ने गुलशन से
सितारो ने गगन से सलाम भेजा है हो मुबारक आपको ये दीपावली का त्योहार हमने भी तहेदिल से ये पैगाम भेजा है । |
साथी, घर-घर आज दिवाली!
फैल गयी दीपों की माला मंदिर-मंदिर में उजियाला, किंतु हमारे घर का, देखो, दर काला, दीवारें काली! साथी, घर-घर आज दिवाली! हास उमंग हृदय में भर-भर घूम रहा गृह-गृह पथ-पथ पर, किंतु हमारे घर के अंदर डरा हुआ सूनापन खाली! साथी, घर-घर आज दिवाली! आँख हमारी नभ-मंडल पर, वही हमारा नीलम का घर, दीप मालिका मना रही है रात हमारी तारोंवाली! साथी, घर-घर आज दिवाली! abhisays.com के तरफ से सभी मेम्बेर्स को दिवाली की हार्दिक शुभकामना |
सभी abhisays.com के सदस्यों और उनके परिवारजनों को दीपावली की बधाई हो
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शुभ दीपावली
abhisays फोरम के सभी सदस्योँ और उनके पूरे परिवार को पावन पर्व दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं
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आप सभी को "गोवर्धन पूजा" और "भैया दूज" की हार्दिक शुभकामनाएं.
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
फोरम के सभी सदस्यों को ईद की बधाई हो ....
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
सभी देश वासियों और फोरम के सभी सदस्यों को " क्रिसमस " की हार्दिक शुभकामनाएं.
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
Merry Christmas...............
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
आप सभी को बेर्ददी के तरफ से क्रिसमस का हार्दिक शुभकमनाए
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
सभी को क्रिसमस पर हार्दिक शुभकामनायें
सांता आपकी सभी शुभेच्छाओं को पूरा करें |
Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
Quote:
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
सभी को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामना.
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
मै दो दिन तो रहूँगा नहीं फोरम पे इसलिए सभी को एक दिन पहले क्रिसमस की हार्दिक शुभकामना. HTML Code:
<p><center><embed src="http://i296.photobucket.com/albums/mm190/desiscraps/ecard/nonzie/Christmas/Christmas5.swf" quality="high" menu="false" wmode="Transparent" type="application/x-shockwave-flash" pluginspage="http://www.macromedia.com/shockwave/download/index.cgi?P1_Prod_Version=ShockwaveFlash" width="530" height="345"></embed></center></p> |
Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
इस कोड को .html format में सेभ करे और मजे ले क्रिसमस एनिमेसन का |
Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
Merry Christmas....:party:
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
क्रिसमस पर्व की समस्त सदस्योँ एवं नियामकगणोँ को ढेरोँ शुभकामनायेँ । क्रिसमस ट्री , कल्पवृक्ष के रूप मेँ उनकी समस्त मुरादेँ पूरी करे और सेँटाक्लाज उनके घरोँ मेँ खुशियोँ की सौगात लेकर आयेँ ।
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
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Re: त्योंहारों की शुभकामनाएं
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