My Hindi Forum

My Hindi Forum (http://myhindiforum.com/index.php)
-   Travel & Tourism (http://myhindiforum.com/forumdisplay.php?f=31)
-   -   भू-पर्यटन (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=2021)

Bond007 16-01-2011 03:23 PM

भू-पर्यटन
 
Quote:

Originally Posted by Kumar Anil (Post 41060)
एक ताजा हवा के झोँके के रूप मेँ ज्ञानवर्द्धन करने वाला सुन्दर सूत्र की
जितनी प्रशंसा की जाये कम है ।
मुझे अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिये समय और शब्द दोनोँ की ही आवश्यकता महसूस हो रही है ।
फोरम को उन्नत शिखर पर स्थापित करने मेँ ऐसे सूत्र मील का पत्थर होँगे , ऐसा मेरा विश्वास है ।
जेम्सबाँड मेरा सलाम कुबूल कीजिये ।

हार्दिक आभार कुमार जी| फोरम उन्नत शिखर पर जाए ऐसी हमें आशा है और हम प्रयासरत हैं| सूत्र भ्रमण और उत्साहवर्धन के लिए फिर से धन्यवाद| आते रहिये|:bike:

Bond007 16-01-2011 07:48 PM

भू-पर्यटन
 
भौगोलिक तत्वों का पर्यटन में महत्त्व

पर्यावरणीय महत्त्व
पर्यावरण के अन्तर्गत जैविक तत्व पर्यटन पर प्रभाव डालते है। स्थानीय जैव संपदा आधारित विभिन्न्ता तथा पारिस्थितिक तंत्र पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अन्तर्गत स्थानीय पेड़-पौधे एवं पशु-पक्षी महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। ऑस्ट्रेलिया मे पाया जाने वाला जन्तु कंगारू यहाँ एक प्रमुख स्थान रखता है। विश्व में कंगारू ही ऑस्ट्रेलिया की पहचान है। यहँ तक कि ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय चिह्न मे इसे चित्रित किया जाता है। विश्व में अनेक देश अपने यहाँ के जंगली जानवरों के आवास को प्राथमिकता देते हैं। भारत के अनेक वन्य जीव संरक्षण परियोजनाएँ इसका ज्वलंत उदाहरण हैं। इसके अतिरिक्त भारत में अनेक राष्ट्रीय उद्यान हैं जो विश्व के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।


Bond007 16-01-2011 07:51 PM

भू-पर्यटन
 
भौगोलिक दृश्यों का आकर्षण
स्थानीय स्थलाकृति का गहराई के आधार पर भौतिक भूगोल में अध्ययन किया जाता है। पर्यटन भूगोल में इसका अध्ययन केवल उन क्षेत्रों तक सीमित होता है जो अपनी विशेष स्थलाकृति के कारण अनूठे होते हैं। ये विशेषताएं निर्जन और आबादी रहित पहाड़ी प्रदेशों में भी हो सकती हैं और स्वास्थ्यवर्धक जलवायु वाले पहाड़ी प्रदेशों में भी, उदाहरण के लिए भारत में शिमला और माउंट आबू। दूसरी तरफ नदी-घाटियाँ, सागर, झरने, सूखे मरूस्थल, और भौगोलिक कारकों जैसे पानी, पवन, हिम आदि द्वारा उत्पन्न अपरदित एवं बनाई गई स्थलाकृतियाँ भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के अनेक पर्यटन क्षेत्र इसका उदाहरण हैं। ज्वालामुखी भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र समझे जाते हैं। लेकिन प्रकृति के इन्हीं आकर्षणों के भयंकर रूप धारण करने पर पर्यटन को हानि भी पहुँचती है। वर्तमान समय में जब भू पर्यटन एक व्यवसाय का रूप ले चुका है अनेक देश अपने आकर्षक भौगोलिक दृश्यों वाले स्थलों के चित्रात्मक वेब साइट बनाकर लोगों को इस ओर आकर्षित करते हैं।


Bond007 16-01-2011 07:51 PM

भू-पर्यटन
 
मौसमी महत्त्व
मौसमी कारण जैसे तापमान, पवन, आर्द्रता, वर्षा, तथा ऋतु पर्यटन से सीधे संबन्ध रखते हैं। इस कारण सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों की वेबसाइटों पर मौसम के विषय में पर्याप्त जानकारी दी जाती है। पर्यटक कहीं घूमने जाने से पहले उस स्थान की जलवायु के विषय में जानकारी प्राप्त करते हैं। हम जानते हैं कि मौसमी कारण मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते है। देखने में आया है कि कुछ खास वर्ग के पर्यटक जिनमें तनावग्रस्त कर्मचारी और वृद्ध पर्यटक अधिक होते हैं, जलवायु परिवर्तन को स्वास्थ्य लाभ की दृष्टि से देखते हैं। चिकित्सक भी अपनी चिकित्सा-पद्धति के दौरान मरीज़ों को अनेक बार हवा-पानी बदलने पर ज़ोर देते हैं। चिकित्सक का तात्पर्य मरीज़ को मनोवैज्ञानिक एवं भौगोलिक रूप में स्वास्थ्य लाभ पहुँचाना होता है। इसे वर्तमान में स्वास्थ्य पर्यटन के रूप में जाना जाता है। दिसंबर-फरवरी के महीनों में जब अमेरिका और यूरोप मे सर्दियाँ अधिक हो जाती है तो इन देशों के पर्यटक भारत के गोवा जैसे राज्य जहाँ सर्दी अपेक्षाकृत कम होती है, में आकर सागर किनारे रेत पर सूर्य स्नान करते हुए दिन बिताना अधिक उपयुक्त समझते हैं। दूसरी तरफ मई-जून के महीनों में जब भारत के सभी भागों में भीषण गर्मी होती है तो पर्यटकों का आना भी कम हो जाता है।

Bond007 16-01-2011 07:56 PM

भू-पर्यटन
 

परिवहन व्यवस्था का पर्यटन में महत्त्व

एक सुव्यवस्थित परिवहन व्यवस्था किसी भी पर्यटन क्षेत्र की रीढ कही जा सकती हैं। पर्यटक चाहता है कि उसका पर्यटन-काल सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्त हो। पर्यटक अपने मूल स्थान से गंतव्य-स्थल तक आसानी से जा सकें और इसके उपरान्त वापस अपने मूल स्थान पर आ सके। कोई भी देश अपने पर्यटन-स्थल को विकसित करने के बाद परिवहन की व्यवस्था पर अधिक बल देता है। पर्यटन के साथ परिवहन व्यवस्था इस प्रकार जुड़ गई है कि अनेक सरकारों और संस्थाओं ने पर्यटन और परिवहन नाम से अलग विभाग या मंत्रालय बनाए हैं। परिवहन व्यवस्था अन्तर्राष्ट्रीय और स्थानीय दोनो रूपों में होती है। परिवहन के प्रकार इस तरह हैं-
  1. सड़क मार्ग,
  2. रेल मार्ग,
  3. हवाई मार्ग,
  4. जल मार्ग
अब तो अंतरिक्ष पर्यटन प्रारम्भ हो गया है जो उन्न्त तकनीको के साथ पूर्णतया परिवहन व्यवस्था पर ही निर्भर हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के डेनिस टीटो सर्वप्रथम अंतरिक्ष पर्यटक बने। उन्होने २८ अप्रैल २००६ से ०६ मई २००६ के बीच अंतरिक्ष में रहकर यह कीर्तिमान स्थापित किया।

Bond007 17-01-2011 05:10 AM

भू-पर्यटन
 
1 Attachment(s)
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1295226175

डेनिस एन्थोनी टीटो

अंतरिक्ष में बीता समय: 07 दिन 22 घंटे 04 मिनट



डेनिस टीटो एक इटेलियन अमेरिकी इंजिनियर और खरबपति है जो पहले अन्तरिक्ष पर्यटक होने के लिए जाना जाता है|

Kumar Anil 17-01-2011 08:44 AM

Re: भू-पर्यटन
 
Quote:

Originally Posted by bond007 (Post 41174)
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1295226175

डेनिस एन्थोनी टीटो

अंतरिक्ष में बीता समय: 07 दिन 22 घंटे 04 मिनट



डेनिस टीटो एक इटेलियन अमेरिकी इंजिनियर और खरबपति है जो पहले अन्तरिक्ष पर्यटक होने के लिए जाना जाता है|

प्रथम अन्तरिक्ष यात्री टीटो के सम्बन्ध मेँ अच्छी जानकारी के लिये शुक्रिया ।

SHASHI 19-01-2011 11:11 AM

Re: भू-पर्यटन
 
हमारे भारतीय बोंड को मेरी तरफ से हार्दिक बधाई ऐसा ज्ञानवर्धक व उपयोगी सूत्र बनाने के लिए. आपका साधुवाद. :bravo:

Bond007 19-01-2011 05:57 PM

भू-पर्यटन
 
Quote:

Originally Posted by kumar anil (Post 41183)
प्रथम अन्तरिक्ष यात्री टीटो के सम्बन्ध मेँ अच्छी जानकारी के लिये शुक्रिया ।

श्रीमान जी ये पहले अन्तरिक्ष पर्यटक हैं; न कि पहले अन्तरिक्ष यात्री......!


MANISH KUMAR 19-01-2011 06:19 PM

भू-पर्यटन
 
वाह सर! कम्मल कर दिया. बहुत अछा थ्रेड बनाया है. जानकारियों से भरा हुआ.


All times are GMT +5. The time now is 01:49 AM.

Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.