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abhisays 27-03-2015 07:36 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
एक बहुत ही शानदार सूत्र शुरू करने के लिए रजनीश जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद. :bravo::bravo:

rajnish manga 27-03-2015 10:24 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
Quote:

Originally Posted by abhisays (Post 549899)
एक बहुत ही शानदार सूत्र शुरू करने के लिए रजनीश जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद. :bravo::bravo:


आपको यह सूत्र पसंद आ रहा है, यह जान कर मुझे प्रसन्नता हुयी. आपका धन्यवाद, अभिषेक जी.



Deep_ 13-06-2015 10:16 AM

Re: पता नहीं बेटा
 
ईस सुत्र में हमें नए अपडेट्स चाहिए...:scratchchin:

rajnish manga 13-06-2015 03:10 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
पिता जी!

हाँ बेटा?

बिहार में जनता दलों का परिवार एकजुट हो गया है.

हाँ बेटा, सुना है सभी जनता दल और कांग्रेस मिल कर आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी को टक्कर देंगे. यह उनके लिए करो या मरो का सवाल बन गया है.

और लालू जी ने कहा है कि बीजेपी को हराने के लिये वह ज़हर तक पीने के लिए तैयार हैं.

हाँ बेटा, क्योंकि कई बार दुश्मनों से भी हाथ मिलाना पड़ जाता है. इस बार उन्हें अपनी जीत पर पूरा भरोसा है.

लेकिन यदि उनके मोर्चे को विधानसभा चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा तो उस हालत में लालू जी क्या पियेंगे, पिता जी?

पता नहीं बेटा!!


rajnish manga 13-06-2015 03:45 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
पिता जी!

हाँ बेटा?

दिल्ली में सरकार किसकी है?

"आप" पार्टी की, बेटा! यह तो सभी जानते हैं.

लेकिन पिता जी, दिल्ली के सी.एम. कहते हैं कि बीजेपी की केन्द्र सरकार एल.जी. के माध्यम से दिल्ली की सरकार चला रही है और चुने हुए लोगों को कोई पूछता ही नहीं है.

दिल्ली सरकार के कानून मंत्री तोमर इस पर चर्चा कर रहे थे, बेटा.

लेकिन वो तो आजकल स्वयं दिल्ली से भागलपुर तक चर्चित हो रहें हैं, पिता जी.

सुना है, दोनों पक्षों के अनुरोध पर भारत के कानून विशेषज्ञ इस मसले पर अलग अलग खेमों में बैठ कर चिंतन कर रहे हैं, बेटा.

पिता जी, क्या यह पूरा मामला उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ को नहीं सौंप दिया जाना चाहिये?

पता नहीं, बेटा!

manishsqrt 13-06-2015 05:08 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
aapne kafi rachnatmak shuruat ki hai, vyang ki ye nai shailey kafi rochak hai aasha karta hu baki pathak aur swayam mai isme aur pragati karunga.

Deep_ 13-06-2015 05:26 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
:bravo::bravo:

rajnish manga 13-06-2015 08:01 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
Quote:

Originally Posted by manishsqrt (Post 552169)
aapne kafi rachnatmak shuruat ki hai, vyang ki ye nai shailey kafi rochak hai aasha karta hu baki pathak aur swayam mai isme aur pragati karunga.

Quote:

Originally Posted by deep_ (Post 552172)
:bravo::bravo:



बहुत बहुत धन्यवाद, मित्रो. सूत्र पर आपका हार्दिक स्वागत है.

rajnish manga 17-06-2015 06:31 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
पिता जी!

हाँ, बेटा?

क्या मानवीय आधार पर किसी की मदद करना गलत है?

नहीं, बेटा!

तो फिर सुषमा आंटी ने जब मानवीय आधार पर ललित मोदी की मदद की तो इतना बावेला क्यों मचाया जा रहा है जबकि उनकी पार्टी उन्हें निर्दोष मानती है?

बेटा, ललित मोदी पर आईपीएल क्रिकेट को ले कर आर्थिक अनियमितताओं के गंभीर आरोप हैं और पिछले पांच वर्षों से इनकम टैक्स विभाग का एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट उन्हें पूछताछ के निमित्त पेश होने के लिए नोटिस पर नोटिस जारी कर रहा है, लेकिन वो पिछले पांच वर्ष से इंग्लैंड में रह रहे हैं और भारत आ कर सहयोग नहीं कर रहे. भारतीय विदेश मंत्री द्वारा ऐसे व्यक्ति की मदद करना प्रश्नों के घेरे में है.

ललित मोदी की मदद करने वालों में कई और लोगों के नाम भी सामने आये हैं. इन लोगों पर क्या एक्शन लिया जाएगा, पिता जी?

पता नहीं, बेटा!

rajnish manga 28-06-2015 07:55 PM

Re: पता नहीं बेटा
 
पता नहीं बेटा

पिता जी!

हाँ, बेटा?

मानसून देश के कई इलाकों में पहुँच गया है. देश के बहुत से इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है.
सो तो है, बेटा!

अभी तो यह शुरूआत है, पिता जी. पूरे मानसून में क्या होगा? सरकार कुछ करती क्यों नहीं?

सरकार तो, बेटा, आज़ादी के बाद से ही जी तोड़ कोशिशें कर रही है. लेकिन ऊपर वाले के आगे इनका जोर नहीं चलता.

पिता जी! जो भी समस्या नियंत्रण से बाहर हो जाती है, उसके बारे में नेता लोग यह कह देते हैं कि उपर वाले के आगे सब बेबस हैं.

प्राकृतिक आपदा हद से बाहर चली जाये तो ऐसा ही कहा जाता है, बेटा?

लेकिन हमारे यहाँ तो हर आपदा शुरूआत में ही हद से बाहर हो जाती है, जैसे मुंबई में मानसून की पहली बारिश के साथ ही ट्रैफिक जाम, जल भराव, लोकल ट्रेन बंद, स्कूल बंद, बिजली का करंट लगने से मौतें, जन-जीवन अस्त-व्यस्त आदि परेशानियाँ शुरू हो जाती हैं.

हर शहर में यही दृश्य दिखाई देता है, बेटा!

जब सरकारें कुछ कर ही नहीं सकतीं तो सरकारों की जरुरत क्या है, पिता जी???

पता नहीं, बेटा !!!


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