राखी का सन्देश भाई के नाम
यादों के झरोगे आये नजर के सामने
बचपन दर्पण बन सामने आये नजर के सामने रंगबिरंगे धागों से बनी राखी मन ललचाये नजर के सामने सावन की बूंदों संग अंखियाँ आंसुआ बहाए भैया की फोटो के सामने ख़ुशी है ग़म भी है कई भावनाएं भी है नजर के सामने पर हम खुद को बहलायें जाये सबके सामने .. बरसतीं आशीष है निकलती दुवायें हैं जब राखी आती है नजर के सामने यादों की बिजली कौंध जाती एक तस्वीर बना जाती और मन को है तडपाती कहती है भैया रखना बहना को हरदम नजर के सामने दूर देश बैठी भैया की लाडो कहे, भाई रहियो सदा नजर के सामने |
Re: राखी का सन्देश भाई के नाम
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Re: राखी का सन्देश भाई के नाम
[QUOTE=rajnish manga;554379][size=3]भाई-बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व के पावन अवसर पर आपकी अनमोल कविता का अभिनंदन करते है. अपने भाई से कोसों दूर अपनी यादों व ख्यालों में खोयी बहना की व्यथा व मनोदशा का आपने यथार्थ चित्रण किया है. बहुत बहुत धन्यवाद, बहन पुष्पा जी.
हार्दिक धन्यवाद भाई इस कविता पर अपनी अनमोल टिपण्णी देने के लिए और इस कविता के भावो को समझने के लिए ..बहुत बहुत आभार |
Re: राखी का का सन्देश भाई के नाम
बहुत ही sundar
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Re: राखी का का सन्देश भाई के नाम
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dhaywad bhai aabhari hun |
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