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-   -   आप यहाँ अपने दिल की बात कह सकते है ! (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=5772)

ndhebar 05-11-2015 03:26 AM

Re: आप यहाँ अपने दिल की बात कह सकते है !
 
भाई सच पूछो तो हिंदुस्तान में एक भ्रष्टाचार का तंत्र ही सही से काम करता है बाकी सब में कोई न कोई खामी है ही.

Rajat Vynar 05-11-2015 10:01 AM

Re: आप यहाँ अपने दिल की बात कह सकते है !
 
बिल्कुल सच कहा- भ्रष्टाचार न हो तो अमीरों का जीना हराम हो जाए।

internetpremi 05-11-2015 10:04 AM

Re: आप यहाँ अपने दिल की बात कह सकते है !
 
दक्षिण भारत में एक राज्य है, जिसका नाम मैं नहीं लूँगा।
एक मुख्य मंत्री थे , जिनका नाम भी मैं नहीं लूँगा।

उस राज्य में मेरे खास रिश्तेदार रहते हैं
कई साल पहले मैंने उनसे पूछा था "क्यों भाई कैसे हैं आजकल आप के मुख्यमंत्री श्री ...... ?"

उनका जवाब: बडे काम के आदमी निकले। सभी विभागों में रिश्वत के रेट को "standardized/rationalized" कर दिए हैं।
अब आप जब पैसे देंगे तो अवश्य आपका काम हो जाएगा
पहले वाले मुख्य मंत्रीजी श्री .... जैसे नहीं जब हम पैसे देते थे और तब भी काम नहीं होता था।

======

GV

Deep_ 05-11-2015 05:50 PM

Re: आप यहाँ अपने दिल की बात कह सकते है !
 
Quote:

Originally Posted by internetpremi (Post 556215)
दक्षिण भारत में एक राज्य है, जिसका नाम मैं नहीं लूँगा।
एक मुख्य मंत्री थे , जिनका नाम भी मैं नहीं लूँगा।

उस राज्य में मेरे खास रिश्तेदार रहते हैं
कई साल पहले मैंने उनसे पूछा था "क्यों भाई कैसे हैं आजकल आप के मुख्यमंत्री श्री ...... ?"

उनका जवाब: बडे काम के आदमी निकले। सभी विभागों में रिश्वत के रेट को "standardized/rationalized" कर दिए हैं।
अब आप जब पैसे देंगे तो अवश्य आपका काम हो जाएगा
पहले वाले मुख्य मंत्रीजी श्री .... जैसे नहीं जब हम पैसे देते थे और तब भी काम नहीं होता था।

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GV

वाह क्या ईमानदारी है! :bang-head:

ndhebar 06-11-2015 06:05 AM

Re: आप यहाँ अपने दिल की बात कह सकते है !
 
Quote:

Originally Posted by Rajat Vynar (Post 556214)
बिल्कुल सच कहा- भ्रष्टाचार न हो तो अमीरों का जीना हराम हो जाए।

मैं यहाँ थोड़ा सा असहमत हूँ. भ्रष्टाचार तंत्र ही ऐसा है जहाँ अमीर गरीब सब बराबर हैं. जिसकी जीतनी क्षमता है उतना लूट रहा है पर भ्रष्ट तो सभी दिल से हैं. ईमानदारी एक लुप्तप्राय विधा हो चुकी है जिसका गुढ़ ज्ञान अब नहीं के बराबर ही है, कम से कम अपने देश में.:think:


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