Beyond This World
हमारा जन्म सिर्फ खाने , सोने , घूमने , या आनन्द लेने के लिये नहीं हुआ है । हम सभी को एक खास उद्देश्य से इस धरती पर भेजा गया है। इसे इस तरह से समझ लें कि जो कार्य स्वयं भगवान नहीं कर सकते थे उसके लिये उन्होंने आपका चुनाव किया है।
हम सभी जानते हैं कि कोई तो एक अदृश्य शक्ति है जो इस दुनिया को सन्चालित कर रही है , हम उस शक्ति को भगवान कहते हैं , आप उसे अल्लाह , जीसस , बुद्ध कुछ भी नाम दे सकते हैं । |
Re: Beyond This World
कुछ लोग सोचते हैं कि ये जीवन सिर्फ जीने और आनन्द लेने के लिये ही है , और वो अपने पूरे जीवन को यही सोच कर बिता देते हैं । पर जीवन के आखिरी पडाव के समय उन्हें एक खालीपन महसूस होता है , ऐसा लगता है कि उन्होंने अपना पूरा जीवन व्यर्थ गँवाया। और ऐसा लगना स्वाभाविक भी है , क्योंकि भगवान ने जिस उद्देश्य के लिये आपको भेजा था , आपने जानने की कोशिश ही नहीं की कि वो उद्देश्य है क्या? और युँहि पूरा जीवन व्यर्थ के कार्यों में बर्बाद कर दिया ।
|
Re: Beyond This World
हमारा व्यक्तित्व "शरीर और आत्मा" से मिलकर बना है। जैसा कि हम जानते हैं कि आत्मा परमात्मा का ही एक अंश है तो हमें यह समझना चाहिये कि आत्मा कोई एक सामान्य या मामूली चीज नहीं है , बल्कि ये बेहद शक्तिशाली है। आत्मा के पास इतनी शक्ति है कि आप जो चाहें वो इसकी मदद से प्राप्त कर सकते हैं ।
जरूरत है तो सिर्फ इसे पहचानने की , इसकी शक्ति को महसूस करने की , और फिर इसके अनुरूप कार्य करने की । |
Re: Beyond This World
बहुत से लोगों को पता ही नहीं होगा के हमारी आत्मा इतनी शक्तिशाली है कि वो असम्भव कार्यों को भी सम्भव बना सकती है।
|
Re: Beyond This World
हमारे आसपास क्या हो रहा है , क्या होता है और क्या हो सकता है ये हम जानते हैं । लेकिन हमारे अन्दर भी एक पूरा ब्रह्मान्ड है , जिसके बारे में हमें कोई ज्ञान नहीं है । एक ऐसी शक्तिशाली दुनिया है जिसमें इतनी शक्ति है कि वो हमारे सपनों को , इच्छाओं को पूरा कर सकती है ।
एक ऐसी ही दुनिया के विषय में विचारों के आदान-प्रदान हेतु ये सूत्र प्रस्तुत है । |
Re: Beyond This World
Telepathy हमें जब भी किसी से बात करनी होती है तो हम उसे फोन करते हैं या message करते हैं , या e-mail या किसी और के द्वारा उस तक अपनी बात पहुँचाते हैं। पर क्या ऐसा सम्भव है कि आप न तो फोन करें और ना ही message करें लेकिन फिर भी आपकी बात उस व्यक्ति तक पहुँच जाये ??? हाँ , ऐसा सम्भव है । आप बिना किसी उपकरण के या किसी व्यक्ति की सहायता के अपनी बात दूसरे तक पहुँचा सकते हैं - Telepathy के माध्यम से । Telepathy एक mind to mind communication है । जहाँ आप अपने मन की बात दूसरे व्यक्ति के मन तक पहुँचा सकते हैं ।कोई फर्क नहीं पडता कि व्यक्ति आपके पास है या बहुत दूर , आप कभी भी , कहीं भी उसके साथ सम्पर्क कर सकते हैं, और वास्तव में ऐसा सम्भव है। मेरा खुद का अनुभव है , थोडे से प्रयास से ही आप इसमें सफल हो सकते हैं। इसके लिये आपको बस एकाग्रचित्त , इच्छाशक्ति , और शान्ति की आवश्यकता है । Telepathy कैसे होती है और इसके लिये क्या करना होगा ये आगे जानते हैं - |
Re: Beyond This World
बहुत सुंदर विषय आपने लिया है, पवित्रा जी. ऐसे विषयों के प्रति हर व्यक्ति के मन में जिज्ञासा पायी जाती है और हर कोई पराभौतिक बातों के बारे में अवश्य जानना चाहता है. आपने इस लेख का आरम्भ इतने बढ़िया अंदाज़ में किया है कि मैं बता नहीं सकता. आपके इस नवीनतम आलेख के लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ और शुभकामनाएं भी.
|
Re: Beyond This World
Quote:
|
Re: Beyond This World
Telepathy Telepathy Communication में दो लोगों की आवश्यकता है , Sender and Receiver..... Telepathy एक Healing Process है , जिसमें हम receiver तक अपनी feelings भेजते हैं । यह दुरुपयोग के लिये नहीं है , और ना ही इसका दुरुपयोग होना चाहिये । जब हम किसी भी चीज को मजाक के तौर पर लेने लगते हैं तो उसका असर भी कम होने लगता है । Telepathy is a technique you can use to help , support , heal or love someone who is in the time of crisis. इसे सीखा जा सकता है और थोडे से अभ्यास से विकसित भी किया जा सकता है । |
Re: Beyond This World
1 Attachment(s)
Telepathy ~ सबसे पहले आप अपने मन में स्पष्ट करें कि आप किस व्यक्ति तक अपनी बात पहुँचाना चाहते हैं ? और फिर देखें कि आप उस तक क्या सन्देश पहुँचाना चाहते हैं । ~अब ध्यान की अवस्था में बैठ जाएँ , या फिर लेट कर भी ध्यान लगा सकते हैं । मुख्य बात यह है कि आप Comfortable Position में हों । और किसी तरह का कोई Disturbance ना हो। ~कुछ समय के लिये उस व्यक्ति पर ध्यान केन्द्रित करें । ~अपने दोनों हाथों को जोडें (नमस्कार की मुद्रा में) और आपस में रगडें और फिर धीरे से अपने दोनों हाथों को खोल लें , इस प्रकार से - Attachment 33511 ~अब अपने दोनों हाथों के बीच में एक Energy ball को मह्सूस करें ( जैसे ही आप अपने हाथों को खोलेंगे आपको स्वयं ही अपने हाथों के बीच में एक दबाव महसूस होगा , जैसे कि आपने कुछ पकड रखा है।) .....आप अपने हाथों के बीच की दूरी को घटा-बढा कर उस Energy Ball के size को घटा-बढा सकते हैं।याद रखें इस दौरान हाथ जोडने नहीं हैं | ~जब आप कुछ मिनट तक अपने हाथों के बीच उस Energy को महसूस कर लें , तब आप उस व्यक्ति का नाम धीरे से कहें (जैसे कि आप उस energy को बता रहे हों कि किस तक सन्देश लेकर जाना है) और फिर आप जो भी बात उस व्यक्ति तक पहुँचाना चाहते हों वो कहें। ---> जरूरी नहीं है कि आप उस तक कोई सन्देश ही दें , आप अपनी feelings भी telepathy के माध्यम से convey कर सकते हैं। ~और अब अन्त में अपने दोनों हाथ जोडें(नमस्कार की मुद्रा में) जैसे कि आप उस energy ball को बन्द कर रहे हों और हल्का सा ऊपर की तरफ ले जाकर खोल दें (जैसे energy को भेज रहे हों) । |
All times are GMT +5. The time now is 09:01 PM. |
Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.