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khalid 08-02-2011 08:08 AM

Re: साक्षात्कार
 
आप अपने जीवन मेँ किसे आदर्श मानतेँ हैँ और क्योँ

Kumar Anil 08-02-2011 11:08 AM

Re: साक्षात्कार
 
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Originally Posted by khalid1741 (Post 47383)
आप अपने जीवन मेँ किसे आदर्श मानतेँ हैँ और क्योँ

मेरे जीवन मेँ कोई भी आदर्श के रूप मेँ नहीँ है । अलबत्ता सभी लोगोँ की अच्छी अच्छी बातेँ अपने आचरण मेँ , जीवन मेँ उतारने की कोशिश अवश्य करता हूँ ।

Kumar Anil 08-02-2011 11:59 AM

Re: साक्षात्कार
 
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Originally Posted by aksh (Post 46896)
प्रिय मित्र !

अपने देश में जन्म से लेकर मृत्यु तक कुरीतियाँ भरी पड़ी हैं और इन कुरीतियों के कारण काफी सारा समय, उर्जा और साधन इन कुरीतियों की भेंट चढ़ जाते हैं. अगर हम अपने अतीत पर नजर डालें तो काफी कुरीतियों पर हमने बहुत हद तक विजय पा ली हैं जैसे कि बाल विवाह, विधवा को प्रताड़ित जीवन जीने कि विवशता, सती प्रथा, नारी को उच्च शिक्षा या शिक्षा से दूर रखने की प्रथा, घर में बेटे और बेटी में फर्क करना, स्त्रियों के प्रति घरेलु हिंसा इत्यादि. पर अभी भी बहुत से कुरीतियाँ ऐसी हैं जिनका असर गाँव और दूर दराज के क्षेत्रों में अभी भी दिखाई दे ही जाता है.

इसके अलावा कुछ और नई और पुरानी कुरीतियों ने इस देश में जडें गहरी कर ली हैं जिनकी वजह से देश को शर्मशार होना पड़ता है जैसे कि दहेज़ प्रथा, खर्चीली शादियाँ, खर्चीले जन्मदिन समारोह, समाज में दिखावे की असामान्य प्रवत्ति, सम्मान के लिए हत्या ( ओनर किलिंग ), बेटी की गर्भ में ही हत्या, जात पात को आधार मान कर वोट देना, जात के नाम पर आरक्षण की व्यवस्था, आरक्षण की मांग करने के लिए हिंसक प्रदर्शन जिसमें कितने ही बेगुनाह मारे जाते हैं और देश की संपत्ति का नुक्सान होता है.

आपके विचार से क्या उपाय किये जा सकते हैं इन बढ़ती हुयी कुरीतियों को रोकने के लिए और एक नए भारत के निर्माण के लिए ?

शिक्षा एक ऐसा दीपक है जिससे हम अँधियारे को दूर कर अपने भारत को प्रकाशवान कर सकते हैँ । मुठ्ठी भर राजनेताओँ के उकसावे मेँ आकर जातीय विभाजन से भी बच सकेँगे और फूलन देवी एवं सीमा परिहार जैसे डकैतोँ को सबसे बड़े लोकतन्त्र के नायक के रूप मेँ स्थापित करने के कलंक से भी बच सकेँगे । दहेज प्रथा के लिये मेरी व्यक्तिगत मान्यता है कि प्रेम विवाह इसका अचूक इलाज है ।

Kumar Anil 08-02-2011 12:40 PM

Re: साक्षात्कार
 
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Originally Posted by khalid1741 (Post 47382)
समाज मेँ फैली एक बुडाई किसे मानतेँ हैँ आप

अशिक्षा और जातीय विद्वेष ।

ndhebar 08-02-2011 12:56 PM

Re: साक्षात्कार
 
अनिल जी आपके पुरे साक्षात्कार को पढ़ा
आपके बारे में काफी कुछ जानने को मिला
अच्छा लगा, एक दुसरे के बारे में जानने के लिए काफी अच्छा और कारगर तरीका है ये

Kumar Anil 08-02-2011 02:15 PM

Re: साक्षात्कार
 
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Originally Posted by ndhebar (Post 47606)
अनिल जी आपके पुरे साक्षात्कार को पढ़ा
आपके बारे में काफी कुछ जानने को मिला
अच्छा लगा, एक दुसरे के बारे में जानने के लिए काफी अच्छा और कारगर तरीका है ये

शुक्रिया निशांत जी ! मैँ स्वयं इस बात से इत्तेफाक रखता हूँ कि दोस्तोँ की नज़र और साक्षात्कार लोगोँ को जोड़ने और जानने मेँ बहुत कारगर है ।

khalid 08-02-2011 02:27 PM

Re: साक्षात्कार
 
अगर आपको दुनिया मेँ एक अच्छा और एक बुरा आदमी के साथ एक एक दिन गुजारना हो तो किस किस को चुनेगेँ

Kumar Anil 08-02-2011 02:29 PM

Re: साक्षात्कार
 
एक बात कहना चाहूँगा कि मेरे आचार्य आदरणीय पवनपुत्र शर्मा जी का आग्रह है कि सामाजिक कुरीतियोँ पर कुछ तफ़सील से लिखूँ । आपके संज्ञान मेँ लाना चाहूँगा कि चूँकि मैँ मोबाइल से लॉग इन करता हूँ अतएव टंकण मेँ व्यवहारिक दिक्कतेँ एवं समय का भारी व्यय होता है परन्तु फोरम से अतिशय प्रेम इसके लिये भरपूर शक्ति प्रदान कर देता है और मैँ जुट जाता हूँ अतिरिक्त ऊर्जा के साथ । तो गुरुदेव आपका आदेश शिरोधार्य है , शीघ्र ही ज़बाब दूँगा ।

khalid 08-02-2011 02:30 PM

Re: साक्षात्कार
 
अगर आपको एक ड्रिम डिनर मेँ जाना हो तो किस के साद जाएगेँ

Kumar Anil 08-02-2011 04:53 PM

Re: साक्षात्कार
 
Quote:

Originally Posted by khalid1741 (Post 47615)
अगर आपको एक ड्रिम डिनर मेँ जाना हो तो किस के साद जाएगेँ


शिल्पा शेट्टी के साथ ।


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