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-   -   अनोखे गीत - २ (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=12235)

bindujain 19-05-2014 03:35 PM

Re: अनोखे गीत - २
 




Nice updating.........

Deep_ 27-05-2014 02:49 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
प्रोत्साहन के लिए सभी मित्रो का धन्यवाद! जल्द ही और अपडेट्स करने की कोशिश करुंगा!
:thank-you:

ndhebar 27-05-2014 04:47 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
गुलजार साहब ने एक से एक यादगार गीत लिखे हैं
ये गीत मेरे पसंदीदा गीतों में एक है

rajnish manga 27-05-2014 05:50 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
प्यार को परिभाषित करता हुआ यह गीत कभी धूमिल नहीं होगा. इस गीत के साथ एक और बात मुझे याद आती है. फिल्म में इस गीत को लिखने वाले शायर का किरदार आई.एस.जोहर निभा रहे थे.

Deep_ 02-06-2014 01:50 PM

प्रयोगात्मक गीत
 
गुलज़ार साहब के कई गाने प्रयोगात्मक होते है। ईन कुछ गानों के लिए उन्हें आलोचना सुननी पड़ी है, लेकिन श्रोतागण ने ईन गानों को पसंद कर के सब की बोलती बंध कर दी!

हमने देखी है....


मेरा कुछ सामान...


छड़ी रे छड़ी....


कतरा कतरा मिलती है

Suraj Shah 02-06-2014 06:53 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
उत्तम सूत्र,

Deep_ 04-06-2014 01:36 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
गुलज़ार साहब की बात अगर की जाए तो उनके नग़्मे ईतने दर्द भरे होते है, मानो कोई गहरी खाई हो और हम उसमें ग़ीरते जा रहे हो! उनके यह गीत व्यावहारिक दुनिया से दुर ले जाने की कोशिश करते है ईसलिए कमज़ोर दिल वाले अवश्य बचें, वरना आपको डिप्रेशन हो सकता है!
वैसे उनके ईन गीतो में प्रचुर दर्द के साथ कभी कभी आशाओं का मरहम भी होता है!

हज़ार राहें


तुम पुकार लो


दो नैना


एक अकेला


कोई होता
.

वो शाम


जब भी ये दिल


ये साये है


यारा सिली सिली



एसे और नग़्मे भी है, लेकिन फिलहाल ईतने ही!

soni pushpa 04-06-2014 02:42 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
All songs are very nice .... thanks..

Deep_ 05-06-2014 02:29 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
गुलज़ार के कुछ और दर्द भरे गीत


रुके रुके से कदम


मै शायर बदनाम


दो नैनो मे आंसु भरे है


एक वो दिन भी थे


ए अजनबी


बद़ी धीरे जली रैना

Deep_ 13-06-2014 02:04 PM

Re: अनोखे गीत - २
 
Quote:

Originally Posted by Deep_ (Post 471361)
गुलज़ारजी के कुछ गीत....जो बच्चो के लिए थे....टीवी सीरियल्स के टाईटल + फिल्मी गीत

टप टप टोपी टोपी


चुपडी चाची


दानासुर


पोटली बाबा की


चड्डी पहन के फुल खिला है - k9RVgTX55vo‎

ओर यह गाना भला कैसे भुल सकते है!
लकड़ी की काठी....



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