My Hindi Forum

My Hindi Forum (http://myhindiforum.com/index.php)
-   Hindi Literature (http://myhindiforum.com/forumdisplay.php?f=2)
-   -   लघुकथा: कानूनप्रिय मंत्री (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=14229)

rajnish manga 21-11-2014 10:23 PM

लघुकथा: कानूनप्रिय मंत्री
 
कानूनप्रिय मंत्री
लेखक: रजनीश मंगा

केन्द्रीय सरकार के मंत्री कानून प्रिय थे इसलिये उन्होंने अपने बाढ़ पीड़ित चुनाव क्षेत्र दौरा रद्द कर दिया. आप पूछेंगे – क्यों भला ? तो बात यह है, भाई साहब, कि अब यह प्रदेश, जिसमें उनका हलका भी शामिल है, ‘सूखा’ क्षेत्र (सूखाग्रस्त क्षेत्र नहीं) करार दिया गया था. सूखा यानि ड्राई, ड्राई यानि मद्यनिषेध वाला क्षेत्र. प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी लागू कर दी गयी थी. इधर मंत्री महोदय का यह हाल था कि उन्हें रोटी-पानी मिले न मिले, दारू अवश्य मिलनी चाहिए. यदि वक़्त के तकाज़े को देखते हुये अपने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के दौरे पर जाते हैं तो दौरे के दौरान उन्हें दारू छोडनी पड़ेगी. एक तो वहाँ दारू नहीं मिलेगी और दूसरे पीने की अनुमति भी नहीं होगी.

मजबूरी में कानूनप्रिय मंत्री ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा रद्द कर दिया. ऐसी विषम परिस्थितियों में उन्होंने अपनी पेशेवर सहानुभूति को सीलबंद किया और टीवी पर बाढ़ की तस्वीरें देखने लगे और उनका मुंहलगा चमचा उनकी मनपसंद ब्रेंड की व्हिस्की को गिलास में उंडेल रहा था.

dipu 30-11-2014 08:53 AM

Re: लघुकथा: कानूनप्रिय मंत्री
 
very nice story .........

soni pushpa 30-11-2014 10:43 AM

Re: लघुकथा: कानूनप्रिय मंत्री
 
Quote:

Originally Posted by rajnish manga (Post 540484)
कानूनप्रिय मंत्री
लेखक: रजनीश मंगा

केन्द्रीय सरकार के मंत्री कानून प्रिय थे इसलिये उन्होंने अपने बाढ़ पीड़ित चुनाव क्षेत्र दौरा रद्द कर दिया. आप पूछेंगे – क्यों भला ? तो बात यह है, भाई साहब, कि अब यह प्रदेश, जिसमें उनका हलका भी शामिल है, ‘सूखा’ क्षेत्र (सूखाग्रस्त क्षेत्र नहीं) करार दिया गया था. सूखा यानि ड्राई, ड्राई यानि मद्यनिषेध वाला क्षेत्र. प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी लागू कर दी गयी थी. इधर मंत्री महोदय का यह हाल था कि उन्हें रोटी-पानी मिले न मिले, दारू अवश्य मिलनी चाहिए. यदि वक़्त के तकाज़े को देखते हुये अपने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के दौरे पर जाते हैं तो दौरे के दौरान उन्हें दारू छोडनी पड़ेगी. एक तो वहाँ दारू नहीं मिलेगी और दूसरे पीने की अनुमति भी नहीं होगी.

मजबूरी में कानूनप्रिय मंत्री ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा रद्द कर दिया. ऐसी विषम परिस्थितियों में उन्होंने अपनी पेशेवर सहानुभूति को सीलबंद किया और टीवी पर बाढ़ की तस्वीरें देखने लगे और उनका मुंहलगा चमचा उनकी मनपसंद ब्रेंड की व्हिस्की को गिलास में उंडेल रहा था.

एइसे मंत्रियों की और राजाओ की वजह से देश को २०० साल की गुलामी भुगतनी पड़ी थी और आज भी हजारो समस्याएं हमारे देश की है वो एइसे महान मंत्रियों के एइसे महान आदतों की वजह से है ..

rajnish manga 30-11-2014 08:00 PM

Re: लघुकथा: कानूनप्रिय मंत्री
 
Quote:

Originally Posted by soni pushpa (Post 540747)
एइसे मंत्रियों की और राजाओ की वजह से देश को २०० साल की गुलामी भुगतनी पड़ी थी और आज भी हजारो समस्याएं हमारे देश की है वो एइसे महान मंत्रियों के एइसे महान आदतों की वजह से है ..

मेरी इस छोटी सी कहानी को पढ़ने और उस पर अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया दर्ज करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. हमारे देश में जब तक जनता के प्रतिनिधियों की मनोवृत्ति में परिवर्तन नहीं आता, तब तक प्रशासन में सुशासन आना कठिन है. परिवर्तन की ज़िम्मेदारी जनता की है.

soni pushpa 01-12-2014 01:32 PM

Re: लघुकथा: कानूनप्रिय मंत्री
 
Quote:

Originally Posted by rajnish manga (Post 540779)
मेरी इस छोटी सी कहानी को पढ़ने और उस पर अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया दर्ज करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. हमारे देश में जब तक जनता के प्रतिनिधियों की मनोवृत्ति में परिवर्तन नहीं आता, तब तक प्रशासन में सुशासन आना कठिन है. परिवर्तन की ज़िम्मेदारी जनता की है.


जी सही कहा आपने ,... जनता के प्रतिनिधि ओ में जब सत्ता की लालच और अभिमान आ जाता है तब ही एइसे रहीसी अंदाज़ उनके हो जाते हैं जो सरासर गलत है. जनता प्रतिनिधि इसलिए चुनती है की वो अपनी कुर्सी संभाले और जनता की सेवा करे किन्तु जनता के द्वारा चुने प्रतिनिधि जनता को ही अपना नौकर बना देते हैं ये हमारी कमनसीबी है .


All times are GMT +5. The time now is 04:33 AM.

Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.