My Hindi Forum

My Hindi Forum (http://myhindiforum.com/index.php)
-   Mehfil (http://myhindiforum.com/forumdisplay.php?f=17)
-   -   ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=17234)

आकाश महेशपुरी 01-12-2017 05:56 PM

ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है
 
ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
मेरा साया है लेकिन दूर होकर भूल जाता है
कि वह सत्ता के मद में चूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
सियासतदां को जनता ही उठाती है गिराती भी
मगर किस बात पर मगरूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
रिवायत है जमाने की यहां हर शख्स यारों को
न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
कमी थी जब तलक हमसे वो अक्सर मेल रखता था
कि अपनो को भी जो भरपूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
उसी के ही लिए 'आकाश' आँखें भीग जातीं क्यूँ
हमें आदत से जो मजबूर होकर भूल जाता है

ग़ज़ल- आकाश महेशपुरी

rajnish manga 02-12-2017 09:25 PM

Re: ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता हí
 
Quote:

Originally Posted by आकाश महेशपुरी (Post 562363)
ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
....
सियासतदां को जनता ही उठाती है गिराती भी
मगर किस बात पर मगरूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
रिवायत है जमाने की यहां हर शख्स यारों को
न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है
◆◆◆

कमाल की ग़ज़ल प्रस्तुत की है आपने, आकाश जी. बहुत बहुत धन्यवाद.

आकाश महेशपुरी 10-12-2017 04:49 AM

Re: ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता हí
 
Quote:

Originally Posted by rajnish manga (Post 562374)
कमाल की ग़ज़ल प्रस्तुत की है आपने, आकाश जी. बहुत बहुत धन्यवाद.

आदरणीय, आपकी प्रेरक प्रतिक्रिया हेतु आभार। सादर नमन!

Pavitra 30-03-2018 02:10 PM

Re: ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता हí
 
Quote:

Originally Posted by आकाश महेशपुरी (Post 562363)
ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
मेरा साया है लेकिन दूर होकर भूल जाता है
कि वह सत्ता के मद में चूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
सियासतदां को जनता ही उठाती है गिराती भी
मगर किस बात पर मगरूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
रिवायत है जमाने की यहां हर शख्स यारों को
न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
कमी थी जब तलक हमसे वो अक्सर मेल रखता था
कि अपनो को भी जो भरपूर होकर भूल जाता है
◆◆◆
उसी के ही लिए 'आकाश' आँखें भीग जातीं क्यूँ
हमें आदत से जो मजबूर होकर भूल जाता है

ग़ज़ल- आकाश महेशपुरी

वाह! बेहद उम्दा। :bravo:

आकाश महेशपुरी 10-04-2018 08:03 PM

Re: ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता हí
 
Quote:

Originally Posted by pavitra (Post 563176)
वाह! बेहद उम्दा। :bravo:

बहुत बहुत धन्यवाद!


All times are GMT +5. The time now is 05:39 AM.

Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.