My Hindi Forum

My Hindi Forum (http://myhindiforum.com/index.php)
-   The Lounge (http://myhindiforum.com/forumdisplay.php?f=9)
-   -   प्यार, इश्क, मोहब्बत (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=8258)

bindujain 09-06-2013 09:46 PM

प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
प्यार, इश्क, मोहब्बत

http://t1.gstatic.com/images?q=tbn:A...t6EDKs_usyrAOQ

प्यार एक विलक्षण अनुभूति है। सारे संसार में इसकी खूबसूरती और मधुरता की मिसालें दी जाती हैं। इस सुकोमल भाव पर सदियों से बहुत कुछ लिखा, पढ़ा और सुना जाता रहा है। बावजूद इसके इसे समझने में भूल होती रही है। मनोवैज्ञानिकों ने इस मीठे अहसास की भी गंभीर विवेचना कर डाली। फिर भी मानव मन ने इस शब्द की आड़ में छला जाना जारी रखा है।

bindujain 09-06-2013 09:48 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
महान विचारक लेमेन्नाइस के अनुसार -

'जो सचमुच प्रेम करता है उस मनुष्य का ह्रदय धरती पर साक्षात स्वर्ग है। ईश्वर उस मनुष्य में बसता है क्योंकि ईश्वर प्रेम है।
'

bindujain 09-06-2013 09:50 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
दार्शनिक लूथर के विचार हैं कि

'प्रेम ईश्वर की प्रतिमा है और निष्प्राण प्रतिमा नहीं, बल्कि दैवीय प्रकृति का जीवंत सार, जिससे कल्याण के गुण छलकते रहते हैं।'

bindujain 09-06-2013 09:50 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
मनोवैज्ञानिक वेंकर्ट का मत है -

'प्यार में व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति की कामना करता है, जो एक स्वतंत्र व्यक्ति के रूप में उसकी विशेषता को कबूल करे, स्वीकारे और समझे। उसकी यह इच्छा ही अक्सर पहले प्यार का कारण बनती है। जब ऐसा शख्स मिलता है तब उसका मन ऐसी भावनात्मक संपदा से समृद्ध हो जाता है जिसका उसे पहले कभी अहसास भी नहीं हुआ था।'

bindujain 09-06-2013 09:51 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
मनोवैज्ञानिक युंग कहते हैं -

प्रेम करने या किसी के प्रेम पात्र बनने से यदि किसी को अपनी कोई कमी से छुटकारा मिलता है तो संभवत: यह अच्छी बात होगी। लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि ऐसा होगा ही। या इस तरह से उसे मुक्ति मिल ही जाएगी।

bindujain 09-06-2013 09:51 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
मनोवैज्ञानिक हॉर्नी स्वस्थ प्रेम को संयुक्त रूप से जिम्मेदारियां वहन करने और साथ-साथ कार्य करने का अवसर बताते हैं। उनके अनुसार प्रेम में निष्कपटता और दिल की गहराई बहुत जरूरी है

bindujain 09-06-2013 09:52 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
मैस्लो ने स्वस्थ प्रेम के जिन लक्षणों की चर्चा की है वे गंभीर और प्रभावी है। वे कहते हैं सच्चा प्यार करने वालों में ईमानदारी से पेश आने की प्रवृत्ति होती है। वे अपने को खुलकर प्रकट कर सकते हैं। वे बचाव, बहाना, छुपाना या ध्यानाकर्षण जैसे शब्दों से दूर रहते हैं। मैस्लो ने कहा है स्वस्थ प्रेम करने वाले एक-दूसरे की निजता स्वीकार करते हैं। आर्थिक या शैक्षणिक कमियों, शारीरिक या बाह्य कमियों की उन्हें चिन्ता नहीं होती जितनी व्यावहारिक गुणों की।

bindujain 09-06-2013 09:53 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
सुप्रसिद्ध लेखिका अमृता प्रीतम ने लिखा है -

जिसके साथ होकर भी तुम अकेले रह सको, वही साथ करने योग्य है। जिसके साथ होकर भी तुम्हारा अकेलापन दूषित ना हो। तुम्हारी तन्हाई, तुम्हारा एकान्त शुद्ध रहे। जो अकारण तुम्हारी तन्हाई में प्रवेश ना करे। जो तुम्हारी सीमाओं का आदर करे। जो तुम्हारे एकान्त पर आक्रामक ना हो। तुम बुलाओ तो पास आए। इतना ही पास आए जितना तुम बुलाओ। और जब तुम अपने भीतर उतर जाओ तो तुम्हें अकेला छोड़ दे

bindujain 09-06-2013 09:55 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
आशिक़ी से मिलेगा ए ज़ाहिद

बन्दगी से खुदा नहीं मिलता

------ दाग़

bindujain 09-06-2013 09:55 PM

Re: प्यार, इश्क, मोहब्बत
 
इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ग़ालिब

के लगाए न लगे, और बुझाए न बुझे


All times are GMT +5. The time now is 01:29 PM.

Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.