जाम आँखों से एक बार मस्ती के तू पिला तो सही !
आँखों से आँखे एक बार तू मिला तो सही
जाम आँखों से एक बार मस्ती के तू पिला तो सही ! ये दिल मिलकियत है सिर्फ तुम्हारी हक इसपे अपना तू जाता तो सही ! तुझको पाने की कोशिश है मैंने दिन रात पहुंचा हूँ कहा तक इतना मुझको बता तो सही ! क्या छुपा है ऐसा इस दीवानगी में मेरी बात इतनी समझने को एक बार नजरें मिला तो सही ! तेरे लिए लड़ जाऊंगा पूरी दुनिया से मैं तू भी तो मेरे साथ आने का हौसला दिखा तो सही ! भूल जाऊंगा दुनिया के सारे गमो सितम अपना तू मुझको एक बार बना तो सही ! खो जायेगा इन आँखों की गहराई में सदा के लिए बना के सुरमा तू इस ''' नामदेव '''को आँखों में लगा तो सही ! सोमबीर नामदेव मोब नो .9321083377 |
Re: जाम आँखों से एक बार मस्ती के तू पिला तो सही !
बहुत ही अच्छी रचना है, सोमवीर जी, :bravo::bravo::bravo:
|
All times are GMT +5. The time now is 05:41 PM. |
Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.