गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
|
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
ऐसे टूल्स जिनका उपयोग पौधो को लगाने, उन्हें विकसित करने और उनका रख-रखाव करने के लिए किया जाता है उन्हें गार्डनिंग टूल्स कहते हैं। ये विभिन्न प्रकार के होते है पर हमें अपनी आवश्यकता के अनुसार इनका चुनाव करना चाहिए। आइये हम इनके प्रकार के बारे में जानें- |
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
A. प्रूनेर(pruner-छाँटने वाला)-
इसके अंतर्गत shears,loppers और bypass pruners. 1.शिर्ज़/शिहर्ज़(shears)- ये बड़ी केंची जैसी होती है ये fens,hedges(बाड़ी),छोटी शाखा काटने के काम आती है। |
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
2.लोप्पर(lopper)- इसके हैंडल लम्बे होते हैं और डेढ इंच तक की शाखा काटने के काम आता है।
|
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
3.बाईपास प्रूनेर(bypass pruner-छाँटने वाला)- ये फूलों और झाड़ियों की कोमल और नयी शाखा को काटने के काम आती है।
http://4.bp.blogspot.com/-z9zKAx8Tyk...ss-pruners.jpg |
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
B. हैण्ड टूल्स(hand tools-हाथ के औजार)-
इसके अंतर्गत trowel(खुरपी), weeders(निदाई-गुडाई,घासपात निकलना) और cultivators(ज़मीन जोतने का यंत्र) आते हैं। 1. ट्रोवेल(trowel-खुरपी)- ये फावड़े का छोटा रूप है। ये मिट्टी को आसानी से काटता है और छोटे पौधो को रोपने के लिए एकदम सही है। 2. वीडर(weeder-निदाई-गुडाई या घासपात निकालने का औज़ार)- ये घासपात को जड़ से निकालने के काम आता है। 3. कल्टीवेटर(cultivator- ज़मीन जोतने का यंत्र )- इसका उपयोग मिट्टी में खाद (फ़र्टिलाइज़र),खाद्य अपशिष्ट (फ़ूड कम्पोस्ट) और अच्छी क्वालिटी की मिट्टी मिलाने के लिए किया जाता है। 4. हैण्ड फ़ोर्क (hand fork-कांटेदार)- इसका उपयोग मिट्टी को खोदने (digging), उठाने(lifting) और मिलाने (tossing) के लिए किया जाता है। |
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
C. शवल(shovels- बेलचा या फावड़ा)-
ये टूल रोपने (planting),पत्थर को हटाने और मिट्टी को फ़ैलाने में हेल्पफुल होते है। इसके अंतर्गत round point, squre point, scoop shovels and garden fork, hoe आदि आते है। 1. राउंड पॉइंट शवल (round point shovel-गोलाकार बेलचा)- इनका उपयोग मिट्टी में गड्ढा बनाकर पौधे लगाने और वानस्पतिक खाद बनाने के लिए किया जाता है। 2. स्क्वायर पॉइंट शवल (square point shovel-आयताकार बेलचा)- इसका उपयोग मिट्टी को इकठ्ठा करने ,उठाने ,किनारों (मेड़) को बनाने और खाली करने के लिए किया जाता है। 3. स्कूप शवल (scoop shovel-उदगर्त बेलचा)- इसका उपयोग क्यारी में से कचरा उठाने के लिए किया जाता है। 4.होए (hoe-फावड़ा)- इसका उपयोग मिट्टी को इधर से उधर खिसकाने, अनावश्यक खरपतवार निकालने, पौधे के चारो ओर मिट्टी भरने, हल्का गड्ढा करने और क्यारियाँ बनाने के लिए किया जाता है। |
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
D. रेक (rake-घास जमा करने का औज़ार)-
इसका उपयोग कचरा, पत्ती ,सूखी पत्ती आदि को गार्डन से साफ़ करने के लिए किया जाता है। इसके अंतर्गत leaf, lawn rakes, thatching, steel bow आदि आते हैं। 1. लीफ रेक (leaf rake)- ये नीचे से चौड़े होते हैं और इसमें 24-30 कांटे होते है जो पत्तियाँ साफ़ करने के लिए एकदम आदर्श होते हैं। 2. स्मॉलर लीफ रेक (smaller leaf rake)- इसमें 10-15 काँटे होते हैं इसका उपयोग मुख्य रूप से फूलों की क्यारी और गार्डन साफ करने में होता है। 3. थैचिंग (thatching- छाजन)- इसका उपयोग घास, काई (moss) और सूखी घास को लॉन से साफ़ करने के लिए किया जाता है। 4. स्टील बो (steel bow)- ये स्टील के काँटों (tines) से बने होते हैं और लीफ रेक ,लॉन रेक की तरह मुड़ते नहीं हैं। ये पौधो की क्यारी बनाने के काम आते हैं। 5. लॉन रेक (lawn rake)- ये लीफ रेक जैसे ही होते हैं परन्तु छोटे पौधो और छोटे लॉन से कचरा निकालने के लिए इसके काँटे (tines) छोटे और ज्यादा पास होते हैं। |
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
E. वाटरिंग कैन (watering can- डोलची)- |
Re: गार्डनिंग टूल्स (gardening tools)
F. होसपाइप विथ स्प्रिंकलर(hosepipe with sprinkler-पानी की नली फव्वारे के साथ)-
होसपाइप पौधों को ज्यादा मात्रा में एक साथ पानी देने का एक शानदार तरीका है इसमें स्प्रिंकलर जोड़ देने से पानी बौछार के रूप में पौधो पर पड़ता है जिससे उन्हें किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। |
All times are GMT +5. The time now is 11:51 PM. |
Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.