'भारत रत्न' सचिन
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सचिन को 'भारत रत्न'
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1384630461 क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का आज सरकार ने फैसला किया। सचिन ने आज ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है। देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से पहले से ही सम्मानित चालीस वर्षीय तेंदुलकर अब तक भारत रत्न पा चुके 41 विशिष्ट लोगों की जमात में शामिल हो गए हैं। 1954 में गठित भारत का यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान विशिष्ट सेवा की मान्यता के तौर पर दिया जाता है। सचिन ने आज ही 24 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जीवन को अलविदा कहा है। क्रिकेट के अधिकतर रिकार्ड अपने नाम करने वाले सचिन ने 24 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का भी रिकार्ड बनाया है। इस महान क्रिकेटर के अपना अंतिम और 200 वां टेस्ट क्रिकेट मैच खेलने के कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति भवन की ओर से उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा हुई। सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि खेल की दुनिया में तेंदुलकर भारत के सच्चे राजूदत हैं और क्रिकेट में उनकी उपलब्धियां का कोई सानी नहीं है। उनके द्वारा दर्शाई गई खेल भावना अनुकरणीय है। इसमें कहा गया, ‘‘उन्हें मिले कई सम्मान एक खिलाड़ी के रूप में उनकी असाधारण प्रतिभा के गवाह हैं।’’ इसमें कहा गया कि तेंदुलकर ने 16 साल की आयु से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया और उसके बाद 24 साल तक पूरी दुनिया में मैच खेले और देश का नाम रौशन किया। तेंदुलकर को भारत रत्न देने की लंबे समय से मांग हो रही थी और इसके लिए देश के इस सर्वोच्च सम्मान के पात्रता नियमों में पिछले साल परिवर्तन करके उसमें खिलाड़ियों को भी इसका पात्र बनाया गया। तेंदुलकर पहले ऐसे सक्रिय खिलाड़ी हैं जिन्हें पिछले साल राज्यसभा का सदस्य बनाया गया। चार साल पहले हिन्दुस्तानी संगीत के दिग्गज भीमसेन जोशी को भारत रत्न दिए जाने के बाद अब तेंदुलकर और राव को इससे सम्मानित किया गया है। |
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सचिन को भारत रत्न दिये जाने का सर्वत्र स्वागत
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1384630727 भारत की शान सचिन तेंदुलकर के आज 24 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को अलविदा कहने के बाद खेल जगत ने उनकी प्रशंसा के पुल बांध दिये और सरकार के इस दिग्गज क्रिकेटर को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले का स्वागत किया। पूर्व भारतीय हाकी खिलाड़ी और महान हाकी खिलाड़ी ध्यानचंद के पुत्र अशोक कुमार ने तेंदुलकर को बधाई दी। ध्यानचंद भी देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान की दौड़ में शामिल थे। अशोक ने प्रेट्र से कहा, ‘‘मंै बहुत खुश हूं कि आखिरकार एक खिलाड़ी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। सचिन सचमुच इस सम्मान के हकदार थे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम बिलकुल भी निराश नहीं हैं कि ध्यानचंद को भारत रत्न नहीं दिया गया। हमने अपनी पूरी कोशिश की। मैं खुश हूं कि सचिन यह सम्मान पाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। ’’ अशोक ने कहा, ‘‘सरकार द्वारा खिलाड़ियों को भारत रत्न में शामिल करने वाला कदम स्वागत योग्य है। इस सम्मान से सभी खिलाड़ियों को अपने खेल में अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी। ’’ पूर्व भारतीय फुटबाल कप्तान बाईचुंग भूटिया ने कहा, ‘‘यह शानदार है कि एक खिलाड़ी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। ऐसा खिलाड़ी जो 24 साल से अपने खेल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है, वह इस सम्मान का हकदार है। ’’ दो बार के ओलंपिक पदकधारी पहलवान सुशील कुमार ने कहा, ‘‘मैं उनके लिये बहुत खुश हूं और सचिन को भारत रत्न पर बधाई देना चाहूंगा। उन्होंने क्रिकेट के लिये इतना कुछ किया है। सरकार ने सही समय पर उन्हें इस सम्मान से नवाजा है, जब वह क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं। मैं इस फैसले से खुश हूं और इससे अन्य खिलाड़ियों के लिये भी दरवाजा खुलेगा। ’’ पूर्व भारतीय हाकी कप्तान धनराज पिल्लै ने कहा कि भारत रत्न तेंदुलकर के लिये बिलकुल सही विदाई तोहफा है। उन्होंने कहा, ‘‘सचिन को बहुत बहुत बधाई। भारत रत्न के लिये खिलाड़ी पहचानने के लिये सरकार का बहुत बहुत शुक्रिया। ’’ हैदराबाद में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हा और मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने भी तेंदुलकर को भारत रत्न दिये जाने के लिये बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सचिन का भारतीय क्रिकेट में योगदान अमूल्य है और उनकी उपलब्धियां शानदार हैं। सचिन एक महान क्रिकेटर हैं। सचिन आदर्श हैं कि एक खिलाड़ी को अपनी उपलब्धियों के बावजूद कैसा होना चाहिए। उसने हमेशा अपनी उपलब्धियों से देश को आगे रखा है। मैं आंध्र प्रदेश सरकार और लोगों की ओर से सचिन को भविष्य के लिये शुभकामनायें देता हूं। ’’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तेंदुलकर को बधाई देते हुए कहा कि वह भारत रत्न के हकदार हैं। उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर कहा, ‘‘वह सबसे मूल्यवान खेल सितारे हैं और भारत रत्न के हकदार हैं। मैं पिछले कुछ वर्षों से इसकी सिफारिश कर रही हूं। बधाई हो सचिन, आगे बढते रहो। मैं तुम्हारी लंबी जिदंगी और उज्जवल भविष्य की कामना करती हूं। हमें तुम पर गर्व है। ’’ भारतीय शीर्ष शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बाद भारत के दूसरे ग्रैंडमास्टर दिब्येंदु बरूआ ने तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया लेकिन कहा कि पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद भी इस पुरस्कार के हकदार हैं। बरूआ ने कोलकाता में कहा, ‘‘सरकार की घोषणा के बाद मुझे लगता है कि आनंद भी इस पुरस्कार के हकदार हैं। बिना किसी बुनियादी ढांचे और मदद के आनंद पांच बार ऐसे खेल में विश्व चैम्पियन बने जो कई देशों में खेला जाता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप भारत में खिलाड़ियों की बात करते हो तो ध्यानचंद, आनंद और तेंदुलकर ऐसे तीन नाम दिमाग में आते हंै। मुझे लगता है कि ध्यानचंद खेलों की दुनिया में देश को गौरवान्वित करने वाले पहले खिलाड़ी थे। वह भी इसके हकदार हैं। ’’ बरूआ ने कहा, ‘‘लेकिन मैं तेंदुलकर को इस पुरस्कार से नवाजे जाने के लिये बधाई दूंगा। मैं इसलिये खुश हूं क्योंकि पहली बार खिलाड़ी को यह पुरस्कार दिया गया है। अब सीमा टूट गयी है। ’’ हाकी ओलंपियन स्वर्ण पदकधारी गुरबख्श सिंह को भी लगता है कि ध्यानचंद को यह सम्मान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं तेंदुलकर को भारत रत्न के लिये बधाई देता हूं। हालांकि मुझे लगता है कि ध्यानचंद को यह सम्मान दिया जाना चाहिए। अगर पहले नहीं तो सरकार को तेंदुलकर के साथ उन्हें यह पुरस्कार देना चाहिए। ’’ महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, राज्यपाल के संगकारानारायणन, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी तेंदुलकर को भारत रत्न दिये जाने के लिये बधाई दी। राज्यपाल संगकारानारायणन ने कहा, ‘‘सरकार ने भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान इस महान क्रिकेटर को देने का फैसला करने से तेंदुलकर और उनके खेल के असंख्य प्रशंसकों का सपना पूरा कर दिया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसकी घोषणा का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता था। मैं उन्हें इस पुरस्कार के लिये बधाई देता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह भारतीय क्रिकेट और उभरते क्रिकेटरों को अपना मार्गदर्शन देना जारी रखेंगे। ’’ मुख्यमंत्री चव्हाण ने सचिन को ‘महान खिलाड़ी और महान व्यक्ति करार’ किया। अजीत पवार ने कहा, ‘‘सचिन ने अपने 24 साल के करियर में लोगों को दुख भूलने में मदद की और देशवासियों में एकता की भावना पैदा की। ’’ जयपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी तेंदुलकर को भारत रत्न दिये जाने की बधाई देते हुए कहा, ‘‘सचिन का क्रिकेट में अनुशासन ही उन्हें अपने करियर में सफलता के शिखर पर ले गया। ’’ गहलोत ने कहा, ‘‘इस घोषणा से हजारों खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रशंसकों का मनोबल बढेगा। वह इस सम्मान से नवाजे जाने वाले पहले खिलाड़ी हैं और यह अन्य खिलाड़ियों के लिये उदाहरण होगा। ’’ महान धावक मिल्खा सिंह ने तेंदुलकर को भारत रत्न मिलने पर बधाई देते हुए कहा, ‘‘वह इसका हकदार है। अंतत: एक खिलाड़ी को यह पुरस्कार मिला। इसके साथ ही अन्य खिलाड़ियों के लिए रास्ता खुल जाएगा जो देश को गौरवांवित करने के साथ अपने प्रयासों के लिए सर्वोच्च मान्यता की उम्मीद कर सकते हैं।’ मिल्खा ने हालांकि कहा कि तेंदुलकर इस सम्मान के हकदार हैं लेकिन अगर महान हाकी खिलाड़ी ध्यानचंद को भी यह पुरस्कार मिलता तो अच्छा रहता। उन्होंने कहा, ‘‘ध्यानचंद भी भारत रत्न के हकदार हैंं लेकिन उन्हें नहंी दिया गया। हाकी हमारा राष्ट्रीय खेल है और ध्यानचंद ने इसे बुलंदियों तक पहुंचाया और हमारे देश को इतने गौरवपूर्ण लम्हें दिए। अगर वे इसे तेंदुलकर को देते हैं तो ध्यानचंद भी इसके हकदार हैं।’’ महान हाकी खिलाड़ी 89 वर्षीय बलबीर सिंह सीनियर ने भी तेंदुलकर को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सचिन को बधाई देता हूं। वह भारत रत्न का हकदार है और यह पुरस्कार समय पर दिया गया। वह आगामी पिढियों के लिए प्रेरणा रहेगा।’’ ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने भी तेंदुलकर की सराहना की। ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बिंद्रा ने कहा कि वह यह जानकर रोमांचित हैं कि तेंदुलकर को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि यह बड़े सम्मान की बात है कि किसी खिलाड़ी को इस पुरस्कार के लिए चुना गया और यह महान बल्लेबाज इसका हकदार है। |
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ट्विटर पर भी सचिन ही सचिन
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले सचिन तेंदुलकर को अलविदा कहने का सिलसिला ट्विटर पर भी जारी रहा और बालीवुड कलाकारों, खिलाड़ियों से लेकर राजनीतिज्ञों ने उन्हें भविष्य के लिये शुभकामना देने के लिये सोशल नेटवर्किंग का सहारा लिया । टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने लिखा ,‘‘ क्या यादगार कैरियर रहा । भविष्य के लिये शुभकामनायें ।’’ इंग्लैंड के स्पिनर ग्रीम स्वान ने लिखा ,‘‘ सचिन तेंदुलकर आज संन्यास ले रहे हैं । क्या महान खिलाड़ी रहा है ।’’ क्रिस गेल ने लिखा ,‘‘ सचिन के ऐतिहासिक 200वें टेस्ट का हिस्सा बनना खुशी की बात रहा ।’’ सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने लिखा ,‘‘ यह सचिन का करिश्मा ही है कि उनके खेलने के दौरान और बाद में भी हम उनकी चर्चा कर रहे हैं ।’’ सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने सचिन का पसंदीदा गीत ‘ तू जहां जहां चलेगा, मेरा साया साथ होगा’ उन्हें समर्पित किया । उन्होंने कहा ,‘‘ सचिन खामोश रहते हैं । उनका दिल बहुत बड़ा है और हमेशा दूसरों की मदद को तत्पर रहते हैं । मैं भगवान से प्रार्थना करूंगी कि उन्हें जीवन में सारी खुशियां मिलें ।’’ जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा ,‘‘सचिन के बिना क्रिकेट की कल्पना करना मुश्किल है । इतने उतार, चढाव, जश्न और खुशियां । मैं क्रिकेट का धुर समर्थक नहीं रहा हूं लेकिन आज सचिन को संन्यास लेते देखकर मेरा गला भी भर आया ।’’ टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने लिखा ,‘‘ पूरा देश काफी भावुक हो गया है । हमें आपकी कमी खलेगी सचिन ।’’ वीरेंद्र सहवाग ने लिखा ,‘‘ बता नहीं सकता कि सचिन मेरे लिये क्या हैं । यह बहुत निजी है । जब से उन्होंने संन्यास का ऐलान किया है, मेरे लिये काफी भावुक समय रहा है ।’’ अभिनेता अभिषेक बच्चन ने लिखा ,‘‘ धन्यवाद सचिन । आपने हमें गौरवान्वित किया कि हम कह सकें कि हम उस देश के वासी हैं जहां सचिन तेंदुलकर रहता है ।’’ आमिर खान ने फेसबुक पर लिखा ,‘‘ सचिन आपने हमें , आपके प्रशंसकों को जो कुछ भी दिया, उसके लिये धन्यवाद । आपके जैसा कोई और नहीं होगा ।’’ अभिनेता अनुपम खेर ने लिखा ,‘‘ भगवान कभी रिटायर नहीं होते । शुक्रिया सचिन ।’’ श्रीदेवी ने लिखा ,‘‘ क्रिकेट अब पहले सरीखा नहीं रहेगा । दुनिया को सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज की कमी खलेगी ।’’ प्रज्ञान ओझा ने कहा, ‘‘क्या बेहतरीन पल। पाजी हमें यह खेल खेलने को प्रेरित करने के लिए धन्यवाद।’’ मनोज तिवारी ने कहा, ‘‘इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता कि आपने हम सभी को क्या दिया है। मैंने अपने जीवन में आपके साथ जो लम्हें बिताए हैं उन्हें हमेशा याद रखूंगा।’’ दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज जेपी डुमिनी ने कहा, ‘‘महान खिलाड़ी को बधाई। आपके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करके खुशी हुई। सच्चा जेंटलमैन।’’ अजिंक्य रहाणे ने कहा, ‘‘बेहतरीन स्मृतियों और प्रत्येक चीज के लिए धन्यवाद पाजी।’’ रोहन बोपन्ना ने लिखा, ‘‘एक पेशेवर खिलाड़ी होने के नाते मैं सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न घोषित करने के लिए सरकार को सलाम करता हूं। वह इस पुरस्कार के हकदार थे। जय हो।’’ अजहर महमूद ने लिखा, ‘‘सचिन को संन्यास लेते हुए देखना क्रिकेट के लिए दुखद दिन। सचिन आपकी कमी खलेगी। आपके साथ खेलना सम्मान की बात है। सभी तरह के मनोरंजन के लिए आपको धन्यवाद।’’ सुरेश रैना ने कहा, ‘‘कोई शब्द नहीं। सिर्फ सम्मान। प्रेरणा। महानतम। अब भारत रत्न सचिन तेंदुलकर। धन्यवाद सचिन।’’ इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज मैथ्यू होगार्ड ने कहा, ‘‘भाग्यशाली रहा कि लिटिल मास्टर के साथ खेला। इससे भी अधिक भाग्यशाली रहा कि उसे आउट किया और इससे भी बेहतर कि वह मेरा 50वां टेस्ट विकेट था। धन्यवाद सचिन।’’ |
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भारत रत्न से सम्मानित होने वाली 43वीं हस्ती हैं तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आज देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के लिए चुने जाने वाली 43वीं शख्सियत बन गये। मुंबई में आज तेंदुलकर (40) के 200वें टेस्ट मैच के बाद उनका क्रिकेट करियर समाप्त हो गया। इसी के साथ सरकार ने उन्हें प्रसिद्ध वैज्ञानिक सीएनआर राव के साथ भारत रत्न पुरस्कार के लिए चुना। भारत रत्न से अंतिम बार 2009 में पंडित भीमसेन जोशी को सम्मानित किया गया था। वर्ष 1954 में शुरू हुए इस पुरस्कार से अब तक 1954 में चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डाक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डाक्टर सीवी रमन, वर्ष 1955 में डाक्टर भगवान दास, डाक्टर एम विश्वेश्वरैया और पंडित जवाहर लाल नेहरू, वर्ष 1957 में पंडित गोविंद बल्लभ पंत, वर्ष 1958 में डाक्टर डीके कार्वे को नवाजा गया। इसके बाद, वर्ष 1961 में डाक्टर विधान चंद्र राय और पुरूषोत्तम दास टंडन, वर्ष 1962 में डाक्टर राजेंद्र प्रसाद, वर्ष 1963 में डाक्टर जाकिर हुसैन और डाक्टर पांडुरंग वमन काने, वर्ष 1966 में लाल बहादुर शास्त्री (मरणोपरांत), वर्ष 1971 में इंदिरा गांधी, वर्ष 1975 में वीवी गिरि, वर्ष 1976 में के कामराज (मरणोपरांत) को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद, वर्ष 1980 में मदर टेरेसा, 1983 में आचार्य विनोबा भावे (मरणोपरांत), 1987 में खान अब्दुल गफ्फार खान, वर्ष 1988 में एमजी रामचंद्रन (मरणोपरांत), वर्ष 1990 में डाक्टर भीमराव अंबेडकर (मरणोपरांत) और डाक्टर नेल्सन मंडेला, वर्ष 1991 में राजीव गांधी (मरणोपरांत), सरदार बल्लभ भाई पटेल (मरणोपरांत) और मोरारजी देसाई को सम्मानित किया गया। वर्ष 1992 में मौलाना अबुल कलाम आजाद (मरणोपरांत), जेआरडी टाटा और सत्यजीत रे, वर्ष 1997 में गुलजारी लाल नंदा, अरूणा आसफ अली (मरणोपरांत), डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम, वर्ष 1998 में एमएस सुब्बुलक्ष्मी और चिदंबरम सुब्रमण्यम, वर्ष 1999 में जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत), प्रोफेसर अमर्त्य सेन, लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलई (मरणोपरांत) और पंडित रविशंकर, वर्ष 2001 में लता मंगेशकर और उस्ताद बिस्मिल्ला खान को यह पुरस्कार दिया गया। |
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तेंदुलकर ने अपनी माता को समर्पित किया भारत रत्न
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1384631576 (चित्र में - सचिन की मां का अभिवादन करते अभिनेता ऋतिक रोशन।) भारत रत्न से सम्मानित होने वाला पहला खिलाड़ी बनने के बाद सचिन तेंदुलकर ने देश के इस सर्वोच्च नागरिक सम्मान को अपनी मां रजनी को समर्पित किया। तेंदुलकर को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की समाप्ति के बाद आज प्रतिष्ठित भारत रत्न के लिए चुना गया। एक समाचार चैनल के मुताबिक तेंदुलकर ने इस सम्मान को अपनी मां को समर्पित किया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ आज यहां मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में विदाई टेस्ट समाप्त होने के बाद तेंदुलकर को देश के इस शीर्ष नागरिक पुरस्कार के लिए चुना गया। तेंदुलकर के अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान उनकी मां भी दर्शकों के बीच मौजूद थी। |
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बालीवुड ने सचिन को भारत रत्न दिए जाने की सराहना की
फिल्म जगत ने आज सरकार की सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा का स्वागत किया और इसे क्रिकेट के महान खिलाड़ी के प्रति सच्चा सम्मान बताया। अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर , आमिर खान , श्रीदेवी , अभिषेक बच्चन , अनुपम खेर समेत कई जानी मानी हस्तियों ने सचिन के लिए अपने प्यार को साझा किया । उन्होंने आज वानखेड़े स्टेडियम में वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपना अंतिम मैच खेला। प्रख्यात वैज्ञानिक सी एन आर राव के साथ सचिन को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के साथ फिल्मी सितारों ने तुरंत ट्विटर पर जाकर उन्हें बधाई दी। खुद को सचिन के प्रशंसकों में मानने वाली स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर ने ट्विट किया, ‘‘ मुझे अभी पता चला कि सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न मिलेगा। मैं बेहद खुश हूं । सचिन को बहुत बहुत बधाई । मुझे विश्वास है कि मेरी तरह , सभी क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह खबर खुशी लाएगी।’’ माधुरी दीक्षित ने लिखा, ‘‘ भारत रत्न पर सचिन को बधाई । भारत को प्रेरित करने के लिए आप इसके हकदार हैं । अपने मित्र और महाराष्ट्रवासी सचिन को अपना अंतिम मैच पूरा करने और हमें प्रेरित करने के लिए बधाई ।’’ मैगा स्टार अमिताभ बच्चन ने कहा कि वह बाद में ट्विट करेंगे क्योंकि अभी वह सचिन को खेलते हुए देखने में मगन हैं । शाहरूख खान ने सचिन के लिए अपने प्यार को साझा करते हुए लिखा , ‘‘ खुदा की नैमत से आपने नयी उंचाइयों को छुआ। आपने इतिहास लिख दिया ।’’ आमिर खान ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘ सचिन , हर उस चीज के लिए शुक्रिया , जो तुमने दी। आपके जैसा कोई और नहीं होगा। ’’ |
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टाइम पत्रिका ने तेंदुलकर को ‘पर्सन आफ द वीक’ चुना
सचिन तेंदुलकर को कल ‘पर्सन आफ द मूमेंट’ बताने वाली टाइम पत्रिका ने आज इस चैम्पियन बल्लेबाज को ‘पर्सन आफ द वीक’ चुना है । वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना 200वां और आखिरी टेस्ट खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने जा रहे तेंदुलकर को आनलाइन वोटिंग में सबसे ज्यादा वोट मिले । उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शि चिनफिंग को पछाड़ा । अमेरिकी पत्रिका ने पाठकों को 10 नवंबर से शुरू हुए सप्ताह के लिये ‘पर्सन आफ द वीक’ चुनने को कहा था । तेंदुलकर को 54 यानी 88 प्रतिशत वोट मिले । वहीं चिनफिंग को 6 . 1 प्रतिशत वोट मिले । पत्रिका ने कहा, ‘ भारत के शीर्ष क्रिकेटर और अपनी पीढी के महानतम क्रिकेटर माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने संन्यास से पहले अपना आखिरी टेस्ट खेला ।’ टाइम पत्रिका ने तेंदुलकर के दस महानतम पलों को समेटे एक विशेष आनलाइन फीचर भी डाला है । |
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क्रिकेट के बिना सचिन की कल्पना नहीं कर सकती : अंजलि तेंदुलकर
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1384632353 अपनी भावनाओं पर काबू रखते हुए अंजलि तेंदुलकर ने आज कहा कि उनके लिये अपने पति सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के बिना सोच पाना कठिन है और अब क्रिकेट नहीं खेलना उनके ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के लिये काफी भावुक होगा । अंजलि ने कहा ,‘‘ मैं सचिन की क्रिकेट के बिना कल्पना नहीं कर सकती । मैं उनके बिना क्रिकेट के बारे में सोच सकती हूं लेकिन क्रिकेट के बिना सचिन के बारे में नहीं सोच सकती ।’’ सचिन ने आज वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे और आखिरी टेस्ट में भारत की जीत के साथ 24 साल के कैरियर को अलविदा कह दिया । अंजलि ने कहा कि घर में अब हालात काफी अलग होंगे । उन्होंने कहा ,‘‘ अब हालात अलग होंगे । हम सभी को अब उनके घर पर होने की आदत हो जायेगी लेकिन मैं उन्हें कुछ जिम्मेदारियां सौंपना चाहूंगी।’’ उन्होंने कहा कि सचिन अपने जज्बात जाहिर नहीं करते । सचिन हालांकि मैदान पर आज उस समय भावुक हो गए जब साथी खिलाड़ियों ने जीत के बाद उन्हें गार्ड आफ आनर दिया । अंजलि ने कहा ,‘‘ मैं जितने साल से उन्हें जानती हूं, सचिन अपने जज्बात छिपाने में माहिर है । उन्होंने हमें कभी नहीं जताया कि वह मैच से पहले तनाव में हैं या अपने बारे में कही गई किसी बात से निराश हैं ।’’ यह पूछने पर कि क्या उन्होंने अपने जज्बात छिपाने के लिये चश्मा पहन रखा है, अंजलि ने कहा ,‘‘ मैं अपनी भावनायें जाहिर नहीं करती । लेकिन पिछले एक महीने में इसके बारे में सोच सोचकर ही मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं । यह काफी जज्बाती पल है ।’’ अंजलि ने कहा कि सचिन ने संन्यास को बखूबी निभाया और भविष्य के बारे में उनसे मशविरे के बाद ही यह फैसला लिया । उन्होंने कहा ,‘‘ मैं बता नहीं सकती कि हमारे लिये इसके क्या मायने हैं । इस बारे में काफी सोचा कि संन्यास लेना है और कब लेना है । लेकिन एक बार फैसला लेने के बाद उन्होंने इसे बखूबी निभाया । इसके बारे में शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ वह हमेशा कहते थे कि जिस पल उन्हें लगेगा कि वह अपना शत प्रतिशत नहीं दे पा रहे, उसी समय संन्यास का फैसला ले लेंगे । एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि वह समय आ गया है । मुझे लगता है कि मुझे संन्यास ले लेना चाहिये ।’’ अंजलि ने कहा ,‘‘ लोगों के प्यार से वह अभिभूत हैं । सिर्फ मुंबई ही नहीं, पूरे देश और पूरी दुनिया से उन्हें जिस तरह की प्रतिक्रियायें मिली हैं, उससे हम भावविहल हैं ।’’ उन्होंने कहा कि सचिन कभी खुद को क्रिकेट से अलग नहीं कर सकते । उन्होंने कहा, ‘वह कभी भी पूरी तरह से क्रिकेट से अलग नहीं हो सकते । इतने साल में जब भी एक महीने का ब्रेक होता तो हम छुट्टियों पर चले जाते । वह हमेशा कहते हैं कि मैं ज्यादा नहीं खा सकता क्योंकि मुझे फिर खेलना है । वह हमेशा जिम जाते या अर्जुन के साथ खेलते ।’ उन्होंने कहा कि उनके बच्चे सारा और अर्जुन भी अपनी भावनाओं को हावी नहीं होने देते । अंजलि ने यह भी कहा कि शादी से पहले उन्हें पता था कि सचिन पहले मुंबई के और फिर पूरे देश के हैं । उन्होंने कहा ,‘‘ हमारी शादी से पहले मुझे पता था कि वह सिर्फ मेरे नहीं बल्कि मुंबई और पूरे देश के हैं और उसके बाद ही वह मेरे हैं ।’’ |
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यकीन नहीं होता कि 22 गज के बीच का जीवन खत्म हो गया : सचिन
http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1384632541 भीगी पलकों के साथ सचिन तेंदुलकर ने आज जब क्रिकेट को अलविदा कहा तब दिल को छू लेने वाले अपने भाषण में परिवार, कोचों, साथियों, दोस्तों और प्रशंसकों को शुक्रिया कहना नहीं भूले और यह भी कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि पिछले 24 साल से 22 गज के दरमियान की उनकी जिंदगी खत्म हो गई है । अपने जज्बात पर काबू रखने की पूरी कोशिश करने वाले तेंदुलकर ने जब अपने उद्गार व्यक्त किये तो वानखेड़े स्टेडियम पर जमा लोग भावविभोर हो गए । भारत की जीत के बाद तेंदुलकर पुरस्कार वितरण समारोह में जब बोलने आये तब उन्होंने सबसे पहले कहा ,‘‘ शांत हो जाइये दोस्तों , वरना मैं बहुत भावुक हो जाउंगा । यह यकीन करना मुश्किल है कि मेरा अद्भुत सफर खत्म हो गया है ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैं पहली बार सूची लेकर आया हूं जिन्हें मुझे धन्यवाद देना है क्योंकि कई बार मैं भूल जाता हूं ।’’ तेंदुलकर ने कहा ,‘‘ सबसे पहले मेरे पिता : रमेश तेंदुलकर : जिनका 1999 में निधन हो गया । उनके मार्गदर्शन के बिना मैं आपके सामने खड़ा नहीं होता । उन्होंने मुझसे कहा कि अपने सपने पूरे करो, हार नहीं मानो और कभी शार्टकट मत अपनाओ । मुझे आज उनकी कमी खल रही है ।’’ पहली बार उन्हें किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में खेलते देखने आई मां रजनी तेंदुलकर के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे नहीं पता कि मेरे जैसे शरारती बच्चे से वह कैसे निपटती रही होंगी । जिस दिन से मैने खेलना शुरू किया, वह सिर्फ मेरे लिये दुआयें करती आई है । मैं स्कूल के दिनों में चार साल अपने काका और काकू के साथ रहा जिन्होंने मुझे अपने बेटे की तरह माना ।’’ तेंदुलकर ने कहा ,‘‘ मेरा सबसे बड़ा भाई नितिन बहुत बोलता नहीं है लेकिन उसने कहा था कि तुम जो भी करोगे, मुझे पता है कि अपना शत प्रतिशत दोगे । मेरा पहला बल्ला मेरी बहन सविता ने दिया था । अभी भी जब मैं बल्लेबाजी करता हूं तो वह उपवास रखती है ।’’ अपने भाई अजित के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ अजित और मैने यह सपना साथ देखा था । उसने मेरे लिये अपना कैरियर कुर्बान कर दिया । वह मुझे आचरेकर (रमाकांत) सर के पास लेकर गया । पिछली रात भी उसने मुझे फोन करके मेरे विकेट के बारे में बात की । जब में नहीं खेलता हूं तब भी हम तकनीक पर बात करते हैं ।’’ तेंदुलकर ने फिर अपनी पत्नी अंजलि को धन्यवाद देते हुए उन्हें अपना सबसे बेहतरीन जोड़ीदार बताया । उन्होंने कहा ,‘‘ अंजलि से शादी मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत पल था । मुझे पता था कि एक डाक्टर होने के नाते उसके सामने सुनहरा कैरियर था । जब हमारा परिवार बढा तो उसने फैसला किया कि मैं खेलता रहूं और वह घर संभालेगी । इतने सालों तक मेरी सारी बकवास सुनने के लिये शुक्रिया । मेरे जीवन की तुम सबसे उम्दा साझेदारी हो ।’’ उन्होंने वहां मौजूद अपने बच्चों अर्जुन और सारा से भी वादा किया कि अब वह उनके साथ अधिक समय बिताकर इतने साल समय नहीं दे पाने की भरपाई करेंगे । उन्होंने अपने सास ससुर और दोस्तों को भी धन्यवाद दिया । तेंदुलकर ने बीसीसीआई और एमसीए को भी धन्यवाद दिया । उन्होंने साथी क्रिकेटरों, सहयोगी स्टाफ, डाक्टरों और ट्रेनरों को भी शुक्रिया कहा । उन्होंने कहा ,‘‘ मेरे साथ खेल चुके सभी सीनियर क्रिकेटरों को धन्यवाद । राहुल (द्रविड़), वीवीएस (लक्ष्मण), सौरव (गांगुली) और अनिल (कुंबले) जो यहां नहीं हैं ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ जब एम एस (धोनी) ने मुझे 200वें टेस्ट की कैप सौंपी तो मैने टीम को एक संदेश दिया कि हम सभी देश का प्रतिनिधित्व करके गौरवान्वित हैं । मुझे पूरा यकीन है कि आप इसी तरह देश की सेवा करते रहेंगे ।’’ |
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