My Hindi Forum

My Hindi Forum (http://myhindiforum.com/index.php)
-   Hindi Literature (http://myhindiforum.com/forumdisplay.php?f=2)
-   -   मुहावरों की कहानी (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=10369)

rajnish manga 07-02-2018 08:54 PM

Re: मुहावरों की कहानी
 
राम राम जपना, पराया माल जपना
(उत्पत्ति)
-----------------------------
राम नाम जपना, पराया माल अपना’ – आजकल तो यह जुमला अधिक सुनाई नहीं देता है पर जब मैं स्कूल में था उन दिनों इसका बड़ा बोल-बाला था। इस जुमले ने न-जाने कितने बालक-बालिकाओं के मन में ब्राह्मणों के विरुद्ध दुर्भावना का बीज बोया था। समाज में कुछ ऐसी छवि आँकी गई थी जैसे ब्राह्मण मुँह से तो राम-नाम जपते दिखाई देते हैं पर उनकी नज़र दूसरों के माल पर रहती है जिसे वे हड़पने की फ़िराक में होते हैं। यह ख्याल कभी भी मेरे मन में न आया कि आर्यसमाज का इस षड़यंत्र में कोई हाथ हो सकता है। एक विद्वान वक्ता ने अपने श्रोताओं को बड़े ही गर्व से बताया कि उस तुकबंदी को रचने का श्रेय आर्यसमाज को ही जाता है।

हमें यह सामग्री इन्टरनेट से प्राप्त हुई है. किसी का दिल दुखाने की हमारी कोई मंशा नहीं है.
(साभार: सत्यमार्ग)

rajnish manga 14-06-2018 10:55 PM

Re: मुहावरों की कहानी
 
कुछ पुराने मुहावरों का नया हुलिया

1- अपने मुँह मियां मोदी होना।

2- नौ दो माल्या हो जाना।

3- धोबी का आडवाणी ना घर का ना घाट का।

4- बेपेंदी का मुलायम होना।

5-अमित शाह की दाढ़ी मे तिनका।

6- काला अक्षर स्मृति ईरानी बराबर।

7- मोदी के ढोल सुहाने।

8- ना मामा से रामदेव मामा अच्छा।

9- घर का भेदी राजनाथ ढाए।

10- आ जेटली मुझे मार (g s t )

11- पप्पू क्या जाने सत्ता का स्वाद।


(इन्टरनेट से)

rajnish manga 17-03-2019 02:06 PM

Re: मुहावरों की कहानी
 
एक की छींक सबका जुकाम



यूरोप में सन 1815 में विएना कांग्रेस के समय एक जुमला बहुत मशहूर हुआ था 'यदि यूरोप के किसी एक देश को छींक आती है तो पूरे यूरोप को ज़ुकाम लग जाता है.' लेकिन मैं इस प्राचीन मुहावरे को अक्सर हमारी फिल्म इंडस्ट्री के लिए एकदम सटीक पाता हूँ.

बॉलीवुड में यदि एक फ़िल्मकार को छींक आती है तो पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री को ज़ुकाम लग जाता है. क्योंकि हम अक्सर देखते हैं कि हमारे यहाँ यदि किसी एक कथानक, एक विषय पर बनी फ़िल्म हिट हो जाती है तो लगभग सभी फ़िल्मकार उसी थीम पर फ़िल्म बनाने लगते हैं.

आजकल इस बात को बायोपिक फ़िल्मों के रूप में साफ़ देखा जा सकता है. पिछले कुछ समय में हमारे यहाँ जिस तरह कुछेक बायोपिक फ़िल्म हिट-सुपर हिट हो रही हैं, उसे देख अनेक फ़िल्मकार अब बायोपिक फ़िल्म बनाने में जुट गए हैं.

rajnish manga 30-01-2024 01:47 PM

Re: मुहावरों की कहानी
 
सभी दोस्तों का शुक्रिया.


All times are GMT +5. The time now is 01:19 AM.

Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.