"पथरी" भ्रांतियां व उपचार
दोस्तों, "पथरी" एक आम रोग है. यह किसी को भी किसी भी आयु में हो सकता है. इस सूत्र के माध्यम से हम इस रोग के विषय में विस्तृत चर्चा करेंगे.
कृपया विशेषग्य सदस्यों से निवेदन है की यदि आपके पास इस विषय में कुछ जानकारियाँ हों तो यहाँ अवश्य रखें. |
Re: "पथरी" भ्रांतियां व उपचार
Quote:
धन्यवाद |
Re: "पथरी" भ्रांतियां व उपचार
अक्सर पथरी गुर्दे, यूरीन ब्लेडर एवं पित्ताशय (गाल ब्लेडर) में बनती हैं
गाल ब्लेडर में से पथरी निकाली जाना बहुत टेढ़ा काम है इसलिए गाल ब्लेडर ही निकाल बहार किया जाता है. पथरी एक से ज्यादा भी हो सकती हैं. एक बार पथरी बनाना शुरू हो जाये तो शरीर कई कई बार इस रोग से व्याधिग्रस्त हो सकता है. हमें सावधानी रखनी होती है कि दोबारा पथरी ना बने. पथरी सामान्यतया दो प्रकार की होती हैं १. कैल्सियम कार्बोनेट की २. लौह तत्व की. अधिक मात्र में पानी का सेवन करने से भारी तत्व पेशाब के रस्ते से बाहर आ जाया करते हैं और पथरी का निर्माण या तो होता नहीं है या धीमा पड़ जाता है. छोटी पथरियां अधिक पानी से सेवन से ज्यादा पेशाब बनने से तीव्र बहाव के साथ बाहर निकल जाती हैं. |
Re: "पथरी" भ्रांतियां व उपचार
पथरी के कारगर उपाय
ये उपाय यूरीन ब्लेडर की पथरी में आजमाए हुए हैं दो मूली रात को कद्दू कस कर एक ऊँचे किनारे वाली थाली में थाली को टेढ़ा कर रख दें और इस पर थोडा सैंधा नमक छिड़क दें. सुबह शौचादि से निव्रत्त होकर मूली को अच्छी तरह निचोड़ कर पूरा रस (खाली पेट ) पी जाना है. इसके एक घंटे बाद तक कुछ खाना पीना नहीं है. तत्पश्चात आप दैनिक कार्यक्रम जारी रख सकते हैं. लगभग २० दिनों में पथरी पेशाब के रस्ते बाहर हो जाती है |
Re: "पथरी" भ्रांतियां व उपचार
पथरी के कारगर उपाय
ये उपाय यूरीन ब्लेडर की पथरी में आजमाए हुए हैं किसी सब्जी वाले को कहें कि एकदम पका हुआ गहरा पीला कद्दू (कोला) हमें एक महीने तक रोज एक किलो चाहिए, बिना कटा हुआ, जिसे वो आपके सामने काट कर दे.चाहें तो शाम को लाकर रख लें. सुबह शौचादि से निव्रत्त होकर कद्दू को छिलका उतार कर, कद्दू कस कर अच्छी तरह निचोड़ कर लगभग एक गिलास (१८० एमएल) रस, हल्का सा स्वाद के अनुसार नमक मिला कर (खाली पेट ) पी जाना है. इसके एक घंटे बाद तक कुछ खाना पीना नहीं है. तत्पश्चात आप दैनिक कार्यक्रम जारी रख सकते हैं. लगभग २०/२५ दिनों में पथरी पेशाब के रस्ते बाहर हो जाती है |
All times are GMT +5. The time now is 01:10 PM. |
Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.