शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
“घाट घाट पर पानी बदले तीन कोस पर वाणी” जी हाँ भारतवर्ष में यह कहावत प्रचलित है. इस कहावत का मूल आशय यह है कि यह देश विविधताओं से भरा है. यह देश संस्कृति और परंपराओं के उच्य मूल्यों के जरिए समय समय पर विश्व समुदायों को अपनी ओर खिंचता रहा है. आप अपने विशाल देश की वैभवशाली परंपराओं और मान्याताओं से भली भांति वाकिफ हैं. इस समय भारत देश में शादी-विवाह का मौसम चल रहा है और यहां की शादी में अपनाई जाने वाली परंपराओं और मान्यताओं से आप जरूर परिचित होंगे. तो चलिए शादी विवाह में होने वाली कुछ ऐसे ही परंपराओं और मान्यताओं की बात करते हैं जो विश्व में प्रचलित है. |
Re: शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
http://myhindiforum.com/data:image/j...tDgZfPBH//2Q== https://encrypted-tbn2.gstatic.com/i...-2qQ2TrtFYe6yg भारत जैसे देश में जहां शादी के बाद दुल्हन को दूल्हे के साथ जाना पड़ता है लेकिन ग्रीस में लड़के लड़की की शादी के बाद पहली रात दूल्हें को दुल्हन के घर पर गुजारनी पड़ती है. सुहागरात की सारी तैयारियाँ दुल्हन के घर वाले करते हैं. विवाहित जोड़ों का भावी जीवन सुखी और संपन्न रहे इसके लिए सुहागरात की सेज को पैसे और फूलों की मालाओं से सजाया जाता है. अपने देश में दूल्हें का जूता छुपाने की रस्म बहुत पुराने समय से चल रही है लेकिन फिल्म “हम आपके हैं कौन” के बाद से ज्यादा चलन में आयी. इस रस्म में सालियाँ दूल्हें और उनके भाइयों से जूते के बदले पैसा मांगती हैं और शरारत करती हैं लेकिन पूर्वी देशों में जब दूल्हा ब्रेकफास्ट करता है तो पहने हुए जुराब को किनारे से काटा जाता है. यह काम सालियाँ नहीं बल्कि दूल्हे का दोस्त करता है. इसके पीछे की मान्यता है कि दूल्हा कभी भी अपनी पत्नी को अकेले छोड़कर कहीं नहीं जायेगा. |
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शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
http://3.imimg.com/data3/WD/WU/MY-97...ny-250x250.jpg यूं तो अब भारत में भी सगाई के लिए ‘अंगूठी’ का चलन आ गया है, पर पूर्वी देशों में सगाई की अंगूठी का अंदाज ही जरा हट के है. यहाँ सगाई में अंगूठी बांए की बजाय दाएं हाथ की तीसरी अंगुली में पहनाई जाती है. इस परंपरा के पीछे यहाँ की धार्मिक मान्यताएं है. ऐसा माना जाता है कि सारे शुभ और धार्मिक काम हम दाएं हाथ से करते हैं इसलिए सगाई की अंगुठी भी हमें दाएं हाथ की तीसरी अंगुली में पहनना चाहिए. इसका एक और कारण यह है कि तीसरी अंगुली की नस सीधे दिल तक पहुँचती है. http://myhindiforum.com/data:image/j...tDgZfPBH//2Q== |
Re: शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
अपने यहाँ शादी के सात फेरे लिए जाते हैं और जीवनभर साथ निभाने की कसमें खाई जाती है पर कुछ पूर्वी एशिया के देशों में शादी के बाद जीवनभर के साथ के लिए नए जोड़ों को एक सूखे पेड़ के साथ बांधकर उस पर ताला लगाया जाता है और उसकी चाबी को जंगल या नदी में फेंक दिया जाता है. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से दोनों में आने वाले जीवन में प्यार और भरोसा बना रहें और उसमें किसी तीसरे की जगह ना हो. अपने यहाँ शादी होने के दिन से ही घर के बड़े-बुजुर्गों को पोता-पोती या नाती-नातिन देखने की लालसा बढ़ जाती है. किसी न किसी बहाने नव जोड़े को बच्चा पैदा करने के लिए उकसाते रहते हैं पर कुछ देशों में घर के बड़े-बुजुर्ग दूल्हा-दुल्हन के सेज पर छोटे बच्चे को 5 मिनट के लिए सुला देते हैं ताकि नये जोड़ों को जल्दी से संतान की प्राप्ति हो. |
Re: शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
:hello::hello:
यह तो काफी रोचक सूत्र है रजनीश जी. कृपया इसे और आगे बढ़ाइए. :bravo::bravo::bravo: |
Re: शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
शादी ब्याह की रश्में अब सभी प्रान्त की रश्मो से मिलने लगी है ये सब अब टीवी सीरियल की देन है भाई पर अच्छा है इसी बहाने ही सही हम भारतवासी सूक्ष्मता से सब एकता के सूत्र में बांध रहे हैं
बहुत अछि जानकारी दी है आपने भाई .. धन्यवाद ... |
Re: शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
बेहतरीन सूत्र
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