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-   -   आखिर क्या है डी. बी. टी. एल. (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=14361)

DevRaj80 21-12-2014 08:14 PM

आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
आखिर क्या है


डी. बी. टी. एल.




http://usimages.punjabkesari.in/admi...2040001-ll.jpg

DevRaj80 21-12-2014 08:16 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
डी.बी.टी.एल.



के जरिए



गैस सिलैंडर पर



सबसिडी शुरू




DevRaj80 21-12-2014 08:33 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
एक जनवरी से रसोई गैस सिलेंडर 809 रुपये में मिलेगा




रसोई गैस के उपभोक्ताओं को एक जनवरी 2015 से एलपीजी गैस का सिलेंडर कम से कम 809 रूपये का मिलेगा। लेकिन साथ ही जिन उपभोक्ताओं ने सरकारी हिदायतों के साथ रसोई गैस संबंधी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं उन्हें उनके बैंक खातों में सीधी सबसिडी भी मिलनी शुरू हो जाएगी।


रविवार को डीसी तनु कश्यप ने •िाले के गैस उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह अपने आधार कार्ड नंबर 31 दिसंबर 2014 तक संबंधित गैस एजेंसियों तथा बैंक खातों के साथ ¨लक करवाएं ताकि उन्हें सबसिडी का लाभ हासिल हो सके। उन्होंने बताया कि रूपनगर •िाले में एक जनवरी 2015 से एमडीबीटीएल योजना लागू की जा रही है जिसके अंतर्गत गैस उपभोक्ताओं को गैस की सबसिडी सीधी उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जायेगी। लेकिन इसके लिए उपभोक्ताओं को अपने आधार कार्ड नंबर बैंक खातों के साथ ¨लक करवाते हुए संबंधित गैस एजेंसियों के पास दिए आधार नंबर के साथ ¨लक करवाने जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए उपभोक्ता का बैंक खाता होना अति जरूरी है।

उन्होंने यह भी कहा कि जिन व्यक्तियों के अभी तक आधार कार्ड नहीं बने हैं, वह रूपनगर के अलावा चमकौर साहिब तथा नंगल के सुविधा केन्द्रों में जाकर अपने आधार कार्ड बनवा सकते हैं। इसके अलावा नूरपुरबेदी ब्लाक के गांव जीओवाल, आनंदपुर साहिब तहसील के गांव नूरपुरकलां और रूपनगर तहसील के गांव शामपुरा व ¨सह के ग्राम सुविधा केंद्र से भी आधार कार्ड बनवाए जा सकते हैं।


उन्होंने यह भी बताया कि •िाले की सभी गैस एजेंसियों में ड्राप बॉक्स लगाए गए हैं जिनमें उपभोक्ता अपने आधार कार्ड की कापी जिस पर एलपीजी का कनैक्शन नंबर सहित बैंक का नाम व खाता नंबर तथा आईएफएससी कोड लिखा हो, डाल सकते हैं। इसके अलावा बैंक को भी यही जानकारी उपलब्ध करवाना जरूरी बनाया गया है। उन्होंने गैस ऐजेंसियों के मालिकों को भी इस प्रक्रिया में उपभोक्ताओं को जागरूक करने व सहायता करने की अपील की।जिला खाद्य एवं आपूर्ति कंट्रोलर रेणू वर्मा ने कहा कि एक जनवरी 2015 से उपभोक्ता को पहले सिलेंडर पूरी कीमत अदा करने के बाद मिलेगा तथा उसके बाद सबसिडी सीधी उनके खाते में पहुंच जाया करेगी। कहा कि इस सुविधा को हासिल करने के लिए जारी की गई औपचारिकताओं को पूरा करना अति जरूरी है। अन्यथा सिलेंडर पूरी कीमत पर ही लेना होगा।

DevRaj80 21-12-2014 08:34 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
डी. बी. टी. एल.




यानी




हिडेन एजेंडा

DevRaj80 21-12-2014 08:35 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
आजकल बहुत से लोग बैंक और गैस एजेंसी के बीच लुढ़कते मिल जाते हैं — सरकार की डी. बी. टी. एल. योजना का हिस्सा बन्ने के चक्कर में। करें भी क्या — न हिस्सा बनें तो गैस सिलेंडर नौ-साढ़े नौ सौ का गले पड़ेगा। आधार वालों का तो फिर ठीक है — लेकिन नान आधार वालों के साथ समस्या यह है कि एजेंसी वाले बैंक की तरफ टरकाने की कोशिश करते हैं तो बैंक वाले एजेंसी की तरफ।

DevRaj80 21-12-2014 08:36 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
पर एक सवाल मन में आजकल अक्सर उठता है कि इस क़वायद की ज़रूरत क्या थी — सरकार का तर्क हो सकता है कि अनधिकृत, अवैध कनेक्शनों को ख़त्म करना और सब्सिडी का लाभ सीधे गैस उपभोक्ता तक पहुँचाना हो — लेकिन साल भर पहले जब आप के. वाई. सी. नामक प्रोग्राम चला कर अवैध कनेक्शनों की छंटनी कर चुकने और बैंक खातों को जोड़ने की कसरत कर चुके हैं तो यह बात किसके गले उतरेगी। दरअसल डी. बी. टी. एल. के साथ एक सरकारी हिडेन एजेंडा भी जुड़ा हुआ है जिसका ज़िक्र इस क़वायद में कहीं नहीं होता। सरकार का एकमात्र उद्देश्य गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी को ख़त्म करना या न्यूनतम करना है। अब अगर कोई भी सरकार, चाहे पहले की अलोकप्रिय कही गयी यू. पी. ए. की सरकार हो या वर्तमान में लोकप्रिय कही जाने वाली मोदी सरकार हो — सिलेंडर के दाम सीधे बाज़ार के हवाले कर देती तो निश्चित था कि आगे आने वाले कई चुनावों में उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ती। इससे बचने के लिए
आला सरकारी दिमागों ने मखमल में लपेट कर जूता मारने की स्कीम बनायीं, जिसे नाम दिया गया — डी. बी. टी. एल.।

DevRaj80 21-12-2014 08:37 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
इससे होगा यह कि हर उपभोक्ता चाहे वह गरीबी रेखा से नीचे ही क्यों न पाया जाता हो –बाजार भाव से यानि लगभग साढ़े नौ सौ का सिलेंडर खरीदने की सरकारी दृष्टि में ‘अच्छी आदत’ डालेगा और सरकार शुरूआती दौर में उसके खाते में सब्सिडी के पैसे यानि लगभग 500 रूपये डालेगी और विज्ञापनों एवं भाषणों के ज़रिये जनता के बीच ढिंढोरा पीटा जायेगा कि कैसे सरकार उन्हें 500 रूपये की नकद सब्सिडी हर सिलेंडर पर दे रही है जो सामने से दिखेगी।

DevRaj80 21-12-2014 08:38 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
कोई यह न कह सके कि मेरा बैंक खाता नहीं है इसके लिए पहले ही प्रधानमंत्री जन-धन योजना का बैनर दिखा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों के जीरो बैलेंस वाले खाते खुलवा दिए गए हैं ताकि सभी उपभोक्ताओं के खाते लिंक कराये जा सकें।

DevRaj80 21-12-2014 08:38 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
अब आगे की जो तस्वीर है वो धुंधली है और वही असली एजेंडा है। सिलेंडर लेते वक़्त तो आपको बाज़ार भाव के दाम ही देने हैं, इसके बाद सब्सिडी का पैसा आया या नहीं इसके लिए आप शुरुआत में तो नए जोश के साथ अपने बैंक के चक्कर लगाने से गुरेज़ नहीं करेंगे। शुरुआत के कुछ महीने सब ठीक चलेगा — इसके बाद सब्सिडी का पैसा वज़ीफ़े की लाइन पर मिलना शुरू हो जायेगा। ‘अभी नहीं आया — अगले महीने बाद आएगा। तीन महीने से नहीं आया — चौथे महीने में आएगा। ‘ टाइप की कुछ लाइनें आपको सब्र करने पर मजबूर कर देंगी कि अब सिलेंडर तो आपको मार्किट रेट से ही लेने हैं — सब्सिडी साल भर में मिल ही जाएगी।

DevRaj80 21-12-2014 08:39 PM

Re: आखिर क्या है डी. बी. टी. एल.
 
यह होगा पहला झटका — दूसरा झटका तब लगेगा जब सब्सिडी में कटौती होनी शुरू होगी। अभी पांच सौ हैं, कुछ महीनों में सरकार फैसला सुनाएगी अब सिलेंडर पर सब्सिडी सिर्फ 400 सब्सिडी रूपये मिलेगी — कुछ महीनों बाद तीन सौ और फिर ऐसे ही होते होते शायद यह सब्सिडी एक दिन 50 रूपये ही रह जाए या बिलकुल ख़त्म कर दी जाए। आप सिलेंडर बाज़ार भाव से 950 या 1000 का ले रहे हैं यह आपको दिखेगा और बैंक में सब्सिडी जो आगे दो तीन महीने लेट मिलेगी — कहाँ से कहाँ पहुँच कर आपको मिल रही है, यह आपको नहीं दिखेगा जिससे आपको तकलीफ भी कम होगी और आपकी आदत भी तब तक बन जाएगी 1000 रूपये में सिलेंडर लेने की — इस तरह सरकार आपको मखमल में लपेट कर जूता मारने में कामयाब रहेगी।


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