आम आदमी पार्टी का भविष्य????
आखिकार अरविन्द केजरीवाल एंड गैंग ने पार्टी का नामकरण कर लिया और नाम रखा है Aam Aadmi Party.
तो दोस्तों, बड़ा सवाल यह है की आम आदमी पार्टी सफल होगी, क्या यह कांग्रेस और बीजेपी के साम्राज्य को हिला पाएगी http://en.wikipedia.org/wiki/Aam_Aadmi_Party http://aamaadmiparty.org/ आखिरकार क्या आम आदमी पार्टी का कोई भविष्य है भारत की में ? :thinking: सोचिये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइए :think: |
Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
अवश्य सफल होगी
अगर इंसान में जज्बा और हौसला हो तो असंभव कुछ भी नहीं और मेरा मानना है की अरविन्द केजरीवाल में दोनों प्रचुर मात्र में मौजूद है कल मैंने एक खबरिया चैनल पर एक खबर देखि की अगर 42 साल के राहुल युवा हैं तो 44 के अरविन्द क्यूँ नहीं सही बात है |
Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
कम से कम अरविंद केजरीवाल की अभी तक बेदाग छवि है। साथ ही साथ (क्षुद्र) राजनीति के पैदाइश भी नहीं है। देश की सड़ी हुई राजनीति मे कुछ तो साफ-सुथरा दिख रहा है। वरना अगला वोट किसे दे, ये भी समझ मे नहीं आ रहा है। एक बार तो देश की जनता कम से कम मौका जरूर देगी, आगे का भविष्य तो कर्मो के आधार पर ही तय होगा।
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Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ भी होने जा रहा है। देश को कांग्रेस मार्का राजनीति से बचाने के लिए विपक्ष के एकजुट होने की जरूरत है, लेकिन यहां एक और ऎसी पार्टी खडी हो गई है, जो वोटों के गणित में अंततः कांग्रेस को ही लाभ पहुंचाएगी, क्योंकि इतिहास गवाह है कि जब-जब विपक्ष एक हुआ है, कांग्रेस पिछड़ी है और जब-जब विपक्ष बिखरा है, कांग्रेस को उसका लाभ हुआ है। हां, लेकिन मेरा मानना है कि 'आम आदमी पार्टी' कोई बड़ी ताकत बनने नहीं जा रही, उसका हस्र भी अन्य तमाम क्षेत्रीय दलों जैसा होने जा रहा है, अलबत्ता श्री केजरीवाल जरूर वह 'राजनीतिक आवाज़' पा गए हैं, जो अब तक उनके पास नहीं थी और इससे देश का कोई भला हो न हो, उनका अवश्य होगा। साथ ही एक बात मैं यहां और कहना चाहूंगा कि अब टीम अन्ना को भी अपना स्टैंड सोच-समझ कर लेना चाहिए, किसी व्यामोह से ग्रस्त होकर उन्होंने कोई निर्णय लिया, तो उसकी भी दुर्गति तय है।
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Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
मेरे विचार भी अलैक जी के विचारों से मेल करते हैं। मेरी दृष्टि में भी 'आप' को त्वरित राजनैतिक सफलता तो नहीं मिलेगी। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे समाज में बहुत जल्द कोई परिवर्तन होने से रहा। हमने अन्ना हजारे जी की बहुत सी रैलियाँ देखी हैं। यह जन समुदाय वर्तमान शासन के विरोध में एकत्र हुआ था। हाँ, अन्ना हजारे जी एक कारण अवश्य बने थे समुदाय को एकत्र करने के लिए। सच तो यह है कि जब हमें कोई अतिरिक्त लाभ लेना होता है तो हम 'पाप' (भ्रष्टाचार) से नहीं हिचकते हैं। किन्तु जब हमें उक्त लाभ नहीं मिल रही होती है तब हम 'आप' (आम आदमी पार्टी) की शरण में जाने की सोचते हैं। जब तक हमारे विचारों में 'पाप' के विरुद्ध दृढ निश्चय नहीं होगा तब तक अरविन्द केजरीवाल जी की सफलता पर प्रश्न चिन्ह टंगा रहेगा। इति।
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Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
किसी बुद्धिजीवी ने कहा है की राजनीति में हर 5 साल में एक बार परीक्षा होती है अगर पास हुए तो ठीक है नहीं तो फिर 5 साल इंतज़ार करना पड़ता है। इससे हम लोग अंदाज़ा लगा सकते हैं की राजनीति की डगर कितनी मुश्किलों से भरी हुई है।
भारत की राजनीति के कुछ खास पहलुओ पर भी नज़र डालनी होगी।
अगर briefly कहा जाए तो जब तक भारत में चुनाव लड़ने में करोड़ो रुपैये लगेंगे, मिडिल क्लास वोट डालने नहीं जाएगा, कॉर्पोरेट और नेताओ की मिलीभगत और वोट बैंक की राजनीति खत्म नहीं होगी तब तक भारतीय राजनीति में कुछ अच्छे की आशा करना बेकार है। |
Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
मुझे इस आम आदमी पार्टी का भविष्य उज्ज्वल दिखता है । भले ही यह तुरंत सता मे न आए पर आने वाले समय मे भारतीय राजनीति मे बड़ी भूमिका निभा सकती है । इसकी कई वजहें हैं -
1 - जनता का सरकारी नीतियो से मोहभंग होना । 2 - महंगाई , भष्टाचार , घोटाले जैसे मुद्दे से वर्तमान की पार्टियों से भी मोहभंग होना । 3 - पूँजीपतियों के हित पर आम जनता के हित को इगनोर करना । 4 - भारतीय जनता जो की भावना प्रधान है और ये एक करिश्माई तरीके से किसी को भी सता पर बैठा सकती है । 5 - इस देश मे 50 % के लगभग लोग ओबीसी मे हैं जो वोट मे बड़ी भूमिका निभाते हैं । वे जानते हैं की बीजेपी स्वर्णों और हिंदुओं की हितैषी है , कोंग्रेस पूँजीपतियों और बड़े घरानो की , कम्युनिस्ट पार्टियों का आधार ही बहुत कम है , मुलायम , मायावती , लालू , और दक्षिण भारतीय पार्टियां क्षेत्रीय और ओछी राजनीति करती है _____ऐसे मे वे एक ऐसे विकल्प की तलाश मे हैं जो उनका असली हमदर्द हो । ये 50% लोग जिसके समर्थन मे चले जाते हैं केंद्र मे सरकार उसी की बनती है । पिछली बार कोंग्रेस का सरकार मे आने का कारण भी यही है । 5 - इस बार बीजेपी के सता मे आने की पूरी उम्मीद दिख रही है किन्तु आम आदमी की पार्टी यदि तेजी से अपना जनाधार बना ले तो फिर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है । परंतु इतनी जल्दी जनाधार बनाकर सता मे आना मुश्किल है इसीलिए इस बार तो नहीं पर अगली बार ये कोई कमाल कर सकती है । दूसरी ओर , महात्मा गांधी ने एक बार कहा था की सता आदमी को भ्रष्ट बनाती है । चाहे कोई भी पार्टी हो भष्टाचार से बिलकुल अछूती नहीं रह सकती । अरविंद केजरीवाल भले 6 महीने मे भष्ट नेताओं को जेल मे भेजने के बात कर रहे हैं परंतु सच मे ऐसा संभव ही नहीं है क्यूंकी भारत मे कानूनी प्रक्रिया काफी जटिल है । आम आदमी पार्टी एक कान्सैप्ट लिए हुए है और इतिहास गवाह है की जब जब किसी देश की सरकारी नीतियों से परेशान हो जाती है तो सरकार मे आमूल परिवर्तन होता है । ' |
Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
भाई देश का भला होना चाहिए
और किसी पार्टी से तो उम्मीद है नहीं अब तो "आप" ही कुछ कर सकती है |
Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
स्वच्छ छवि के सदस्य ढूंढना भी इस पार्टी के लिए मुश्किल काम होगा और यदि कुछ अच्छे सदस्य मिल भी जाते है तो उनका जित पाना काफी मुश्किल होगा और यदि जीत भी जाते है इसकी क्या गारंटी है की वे भविष्य में भ्रष्ट नहीं होंगे !
मुझे तो इस पार्टी से भी कोई देश का भविष्य सुरक्षित नज़र नहीं आता :think: |
Re: आम आदमी पार्टी का भविष्य????
जिस तरह हर फोरम पर नियामक बनने के बाद कोई भी सदस्य अकडू और खुसड़ हो जाता है वैसे ही सत्ता मिलने का बाद सब चोर हो जाते हैं :giggle::giggle::giggle:
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