Dil Wale Dulhania Le jayenge
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दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे एक ही सिनेमा में 1000 सप्ताह तक चलने का नया रिकॉर्ड https://encrypted-tbn2.gstatic.com/i...fJsuj2-LpWc2IAhttps://encrypted-tbn0.gstatic.com/i...NSppBeo9ecdTxR |
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दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे बैनर: यशराज फ़िल्म्स निर्माता: यश चोपड़ा निर्देशक: आदित्य चोपड़ा गीतकार: आनंद बक्शी संगीतकार: जतिन-ललित सिनेमेटोग्राफी: मनमोहन सिंह कलाकार: शाहरुख खान, काजोल, अमरीश पुरी, अनुपम खेर, फरीदा जलाल, सतीश शाह, पूजा रुपारेल जी हाँ यह भी अपनी तरह का एक रिकॉर्ड है. अपने ज़माने की सुपर हिट फिल्म “दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे” मुंबई के एक सिनेमा हाल में चलते हुए अपने 1000 हफ्ते पूरे कर चुकी है. यह फिल्म 20 अक्तूबर 1995 को मुंबई के एक सिनेमा हाल में पिछले 1000 सप्ताह या 19 साल से लगातार चल रही है. मुंबई स्थित इस सिनेमा हॉल का नाम ‘मराठा मंदिर’ है. पिछले कुछ सालों से यह फिल्म इस सिनेमा हॉल में सुबह 11.30 बजे के शो में चलाई जा रही है. खबर है कि यह फिल्म अपने प्रदर्शन के 20 वर्ष पूरे होते ही इस सिनेमा हाल से उतर जायेगी. |
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दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे
इस फिल्म की कहानी लन्दन से शुरू हो कर पंजाब के एक गाँव में ख़त्म होती है. पारंपरिक मूल्यों और सार्वभौमिक अहसास में लिपटी इस रोमांटिक कहानी ने भारतीय सिनेमा को नयी बुलंदियों तक पहुँचाया और फिल्म निर्माण के नए प्रतिमान प्रस्तुत किये. चौधरी बलदेव सिंह (अमरीश पुरी) मूलतः भारतीय हैं और पिछले कई बरसों से ब्रिटेन में रह रहे हैं. वह अपनी बीवी लाजवंती(फ़रीदा जलाल) और दो बेटियाँ, सिमरन (काजोल) और चुटकी (पूजा रूपरेल) के साथ लंदन मे रहते है. इतने साल लंदन मे रहने के बावजूद वे भारतीय संस्कृति और संस्कार में विश्वास रखते है और अपने बच्चों को भी वही तालीम देते है. उनका मानना है की वह सिर्फ़ पैसा कमाने के लिए लंदन मे है और एक दिन वापस अपने देश पंजाब लौट जाएँगे. सिमरन अपने सपनो के राजकुमार का इंतज़ार करती है| पर उसे पता चलता है की उसकी शादी बचपन मे ही बलदेव के दोस्त के बेटे कुलजीत के साथ तय हो गयी थी| शादी से पहले वह अपने दोस्तो के साथ एक बार अपनी जिंदगी जीना चाहती है| बलदेव सिंह उसे युरोप घूमने की इज़ाज़त दे देते है इस शर्त पर की वह कभी अपने पिता का कहा नही टालेगी| >>> |
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राज (शाहरुख खान) आप्रवासी भारतीय धरमवीर मल्होत्रा(अनुपम खेर) का बिगड़ा हुआ रईस बेटा है, जो पढ़ाई मे फेल हो जाता है| उसकी और धरमवीर मे बाप-बेटे की जगह दोस्ती का रिश्ता है| राज भी अपने दोस्तों के साथ युरोप घूमने निकल पड़ता है| ट्रेन मे उसकी मुलाक़ात सिमरन से होती है और दौरा ख़त्म होते होते बहुत नौंक-झौंक के बाद उन्हे प्यार का एहसास होता है| सिमरन वापस आकर अपनी माँ को सब बात बताती है जिसे बलदेव सिंह सुन लेते है| गुस्से मे आकर बलदेव सिंह पंजाब जाने की तैयारी करते है| वही दूसरी ओर धरमवीर राज को सिमरन को लाने के लिए समझाते है| फिल्म का दूसरा भाग भारत मे है जहाँ कुलजीत और उसका परिवार शादी की तैयारियाँ कर रहा है| राज भारत आकर कुलजीत और उसके परिवार के साथ दोस्ती करता है| वह सिमरन को भागने के बजाए उसके पिता की मंज़ूरी के साथ ले जाना चाहता है| फिर शुरू होती है राज की सिमरन को दुल्हन बना कर ले जाने की कवायद| फिल्म विदेशी प्रभाव और भारतीय संस्कृति के बीच मे संतुलन का संदेश देती है| जहाँ एक तरह राज और सिमरन विदेश मे पले बड़े है वही दूसरी तरफ राज सिमरन को भागने से मना कर देता है और बड़ों के आशीर्वाद और मंज़ूरी से ही सिमरन से शादी करना चाहता है| फिल्म की पटकथा दर्शकों को बाँधे रखती है और फिल्म के गीत कहानी को आगे बढ़ाने में सहायता करते हैं| फिल्म के गाने दर्शकों को बेहद पसंद आए है और हर गीत एक छाप छोड़ जाता है| "घर आजा परदेसी" जहाँ आप्रवासी भारतीय को वापस बुलाती है वही "मेरे ख्वाबों" सिमरन के सपनो के राजकुमार का वर्णन करता है| "हो गया है तुझको तो प्यार सजना" सिमरन और राज के अज्ञात प्यार की भावनाए दर्शाती है| गीतों के बोल और लताजी की आवाज़ ने गानो को आज के दर्शको मे भी लोकप्रिय कर दिया है| फिल्म के संवाद "बड़े बड़े देशो मे छोटी छोटी बातें तो होती रहती है" ने दर्शकों का दिल जीत लिया| |
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दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे
फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ के कुछ लोकप्रिय डायलॉग नीचे दिए जा रहे हैं: सिमरन, मैं तुम्हें यहाँ से भगा कर ले जाने नहीं आया हूँ. मैं तुम्हारे बाबूजी से तुम्हारा हाथ मांग कर तुम्हारी बाहों में बाहें डाल कर तुम्हें यहाँ से खुशी खुशी ले कर जाऊँगा. (शाहरुख़ खान) जा सिमरन ... जा जी ले अपनी ज़िंदगी. (अमरीश पुरी) जो शादी वाले घर में सेवा करता है, उसे सुन्दर दुल्हन मिलती है. (शाहरुख़ खान) सपने देखो... ज़रूर देखो, बस उनके पूरा होने की शर्त मत रखो. (फरीदा जलाल) जब लडकी जवान हो जाती है न.. तो माँ उसकी माँ नहीं रहती, सहेली बन जाती है. (फरीदा जलाल) अगर वो मुझसे प्यार करती है, तो पलटेगी ... पलट ...पलट ... पलट. (शाहरुख़ खान) |
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