ऐसी की तैसी।
नेता धर्म। "जो कुछ अच्छा हुआ, वह हमने किया, जो कुछ बुरा हुआ, वह किया अधिकारियों ने", यह सीधी बात नहीं समझती जनता, ख़ुद भी होती है परेशान, हमें भी करती है परेशान. कुछ मत देखो, कुछ मत सुनो, कुछ मत कहो, बस हमें वोट देते रहो |
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दिल जलता है तो जलने दे जी भर घपले घोटाले कर मौक़ा न गवाँ इनकार न कर जब तक इल्ज़ाम न साबित हो काहे का भय काहे का डर जी भर घपले घोटाले कर यह देश है गूँगे बहरों का सहमें और बेबस चेहरों का सहना तो इनकी आदत है मस्ती से किये जा फ़िक्र न कर जी भर घपले घोटाले कर हर बात यहाँ बेमानी है अब किसकी आँख में पानी है सबकी फ़ितरनत मनमानी है चुपचाप किये जा ज़िक्र न कर जी भर घपले घोटाले कर |
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कर चले हम फिदा जानो-तन साथियो हार का न करो कोई ग़म साथियो तुम तो कर लो इकट्ठा रक़म साथियो दौर जब तक चले कोई फुरसत न लो घर में, जितनी बने लक्ष्मी दाब लो वक़्त होता है मेहमान, कुछ देर का उसके जाने से पहले, उसे नाप लो फिर करो बैठ कर ऐश तुम साथियो तुम तो कर लो इकट्ठा रक़म साथियो हींग भी न लगे न लगे फ़िटकरी हो मगर जिंदगी में, मज़ा ही मज़ा ये सियासत भी क्या चीज़ है दोस्तो ख़ूब डालो डकैती न होगी सज़ा उल्टे सब लोग, चूमें क़दम साथियो तुम तो कर लो इकट्ठा रक़म साथियो सूट और टाई में दाग़ लगते नहीं व्यर्थ इनपे ना पैसा बहाया करो सर पे टोपी धरो खादी पहना करो नाम गाँधी का ले ले के घपला करो फिर मिलेगा न दूजा जनम साथियो तुम तो कर लो इकट्ठा रक़म साथियो |
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बहुत ही अच्छी पैरोडी है
पर मेरे भाई "ये दिल मांगे मोर " |
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सलाम आप को |
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है प्रीत जहां की रीत सदा..... है “चीट” जहाँ की रीत सदा मैं गीत वहाँ के गाता हूँ भारत का रहने वाला हूँ “इंडिया” की बात सुनाता हूँ… काले-गोरे का भेद नहीं हर जेब से हमारा नाता है कुछ और ना आता हो हमको हमें रिश्वत लेना आता है… जिसे मान चुकी सारी दुनिया, मैं बात वही दोहराता हूँ… भारत का रहने वाला हूँ “इंडिया” की बात सुनाता हूँ… जीते हों किसी ने देश तो क्या, “कंधार-मसूद” तो भ्राता हैं यहाँ हर्षद अब तो है नर में, नारी मे अब तो “एकता” है.. इतने “रावण” हैं लोग यहाँ… मैं नित-नित धोखे खाता हूँ.. भारत का रहने वाला हूँ “इंडिया” की बात सुनाता हूँ… इतनी ममता, नदियों को भी जहाँ नाला मिलकर बनाते हैं इतना आदर ढोर तो क्या नेता भी पूजे जाते हैं.. इस धरती पे मैने जनम लिया… ये सोच के मैं घबराता हूँ.. भारत का रहने वाला हूँ “इंडिया” की बात सुनाता हूँ… |
Re: ऐसी की तैसी।
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आपके ऊपर तो शीला की जवानी भी कुर्बान गुरु | छाये रहो | :bravo: |
Re: ऐसी की तैसी।
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Re: ऐसी की तैसी।
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मेरी तरफ से माया की खूबसूरती भी कबूल करो :gm::gm: |
Re: ऐसी की तैसी।
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Re: ऐसी की तैसी।
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:lol: :lol: :rolling: :rolling: |
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मैंने सोचा था की आप अपने वाली से खुश हो :party::party: |
Re: ऐसी की तैसी।
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Re: ऐसी की तैसी।
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आप चपाती के घी में कितना आता मिलते हो, दाल के कितने कण अपनी कटोरी में लेते हो, केसर की कितनी पत्तियां अपने नहाने के पानी में डालते हो, उबटन में कितने टन गुलाब की पत्तियां पिसवाते हो ????...... तनिक आभास तो हो ..... |
Re: ऐसी की तैसी।
भ्राता काहे लड़के का बड़ा गर्क करने तुले है सर्दिया शुरू हो गयी है. अब भी नहाने के लिए कह रहे हो. मैंने तो सूना है मार्च तक स्नान करना पाप होता है
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Re: ऐसी की तैसी।
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बहुरानी ने खुशबू में लबरेज होने के लिए धमका दिया है इनको वरना खाना नही मिलेगा ... आप भी एक बार केसर क्यारी में स्नान करके देखिये तो बाहर नहीं आयेंगे गुसलखाने से ....:) |
Re: ऐसी की तैसी।
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Re: ऐसी की तैसी।
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देखो मुझे तो घरवाली के डर के मरे गुसलखाने में जाना पड़ता है अपने हाथ बाल्टी में छाप्छ्पाने होते हैं फिर मग्गे से पानी गुसलखाने में बिखेरना होता है और फिर अपने गीले हाथ को बदन पर फिरा कर धोये हुए चड्डी बनियान पहन कर बाहर तैयार होकर ऑफिस भाग लेता हूँ आपको बहुरानी कुछ कहती नहीं..., आप पर भगवान मेहरबान है |
Re: ऐसी की तैसी।
भ्रष्टाचार आज के अखवार में, निकला है एक विज्ञापन, संगठित भ्रष्टाचार में शामिल हों, जम कर रिश्वत खाएं, विदेश यात्रा पर जाएँ, पसंदीदा जगह पर पोस्टिंग, समय से पहले प्रमोशन, अच्छे अफसरों में गिनती, पड़ोसी आदर से नाम लें, रिश्तेदार नजरें झुका कर बात करें, कोई डर नहीं, कोई खतरा नहीं, सीवीसआई, पुलिस, अदालत, सरकार, सब मदद करने को तैयार, सावधान, अकेला भ्रष्टाचारी मार खाता है, संगठित भ्रष्टाचारी पूजा जाता है. |
Re: ऐसी की तैसी।
तरक्की मेडिकल साइंस ने बहुत तरक्की की है. कैसे? पहले जब लोग मरते थे तब पता ही नहीं चलता था कि किस बीमारी से मरे. और अब? अब डाक्टर कुछ कुछ अनुमान लगा लेते हैं कि किस बीमारी से मरे |
Re: ऐसी की तैसी।
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Re: ऐसी की तैसी।
आहा हा हा हा :lol:
गुड वन अरविंद भाई जी …:clap: सत्यता से भरा और हास्यजनक निमंत्रण पत्र तो कमाल का है। Quote:
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Re: ऐसी की तैसी।
भई यहाँ तो इत्ते जाड़े में भी बहुत गर्मी लग रही है ..
क्या हो रहा है दोस्तों |
Re: ऐसी की तैसी।
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बहुत गजब की :bike: भागो |
Re: ऐसी की तैसी।
मेरा पिया घर आया... जब कोई भारतीय पहली बात अमेरिका जाता है, वहाँ कुछ दिन रहता है फिर वापस भारत लौटता है, तो उसमे कुछ जैविक और रासायनिक परिवर्तन स्पष्ट रूप से दिखाई देते है, ये परिवर्तन इस प्रकार है...... जरा लक्षणो पर गौर कीजिएगा..... 01. NO (नहीं) के लिए NOPE और YES (हां) के लिए YOPE कहना शुरू कर देता है। 02. सड़क किनारे होटल या ठेले पर गोलगप्पे खाने के बाद पेमेंट के लिए क्रेडिट कार्ड निकाल कर बढ़ाता है। 03. पीने के लिए हमेशा मिनरल वाटर की बोतल साथ रखता है और हर वक्त सेहत का ध्यान रखने की बातें करता है। 04. डिओ इस तरह शरीर पर स्प्रे करता है कि नहाने की ज़रूरत ही न रह जाए। 05. छींक या हल्की खांसी आने पर भी 'EXCUSE ME' कहना नहीं भूलता। 06. हाय को हे, दही को योगहर्ट, टैक्सी को कैब, चॉकलेट को कैंडी, बिस्किट को कुकी, हाईवे को फ्री-वे और ज़ीरो को ओह कहना शुरू कर देता है...जैसे 704 को सेवन ओह फोर... 07. घर से बाहर निकलते ही हर बार वायु प्रदूषण ज़्यादा होने का दुखड़ा ज़रूर गाता है। 08. दूरी किलोमीटर की जगह माइल्स और गिनती लाख की जगह मिलियन में करना शुरू कर देता है। 09. सभी चीज़ों की कीमत डॉलर में जानने की कोशिश करता है। 10. दूध के पैकेट पर ये लिखा ढ़ूंढने की कोशिश करता है कि उसमें कितने फीसदी वसा (फैट) है। 11. Z (Zed) को हमेशा Zee कहता है...जब दूसरा नहीं समझता तो भी ज़ेड नहीं कहता बल्कि XY Zee गिन कर समझाता है। 12. तारीख लिखते वक्त पहले महीना, फिर तारीख और आखिर में साल लिखता है...जैसे कि जुलाई 30, 2010 (07/30/2010)...अगर 30 जुलाई 2010 (30/07/2010) लिखा देखे तो कहना नहीं भूलता...ओह, ब्रिटिश स्टाइल... 13. भारतीय मानक समय (इंडियन स्टैंडर्ड टाइम) और भारतीय सड़कों की दशा का ज़रूर मखौल उड़ाता है। 14. लौटने के दो महीने बाद भी जेट लैग की शिकायत करता है। 15. ज़्यादा तीखा और तला खाने से बचता है। 16. नार्मल कोक या पेप्पी की जगह डॉयट कोक या डॉयट पेप्सी पीना चाहता है... 17. भारत में किसी भी चीज़ की ऐसे शिकायत करता है जैसे कि उसे पहली बार ये अनुभव हुआ हो। 18. शेड्यूल को स्केजूल और मोड्यूल को मोजूल कहना शुरू कर देता है। 19. होटल और ढाबे के खाने को शक की नज़र से देखता है। अब तीन सबसे अहम बात... 1. लगेज बैग से एयरलाइंस के स्टिकर्स भारत पहुंचने के चार महीने बाद तक नहीं उतारता... 2. भारत में शार्ट विज़िट के लिए भी केबिन लगेज बैग ले जाता है और सड़क पर ही उन्हें रोल करने की कोशिश करता है... 3. कोई भी बातचीत शुरू करने से पहले, 'IN US' या 'WHEN I WAS IN US' का इस्तेमाल करना नहीं भूलता.... |
Re: ऐसी की तैसी।
और बात बात में ये कहेगा फोरेनर हम से सौ साल आगे है.
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Re: ऐसी की तैसी।
आहा हा हा हा …:lol:
कुछ-कुछ क्यूँ … पूरा का पूरा क्यूँ नहीं ? Quote:
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Re: ऐसी की तैसी।
:bravo::bravo::rolling::rolling:
हमेशा की तरह टू द पॉइंट | पन नीचे की तीन चीजें सही हैं | Quote:
वायुप्रदुषण भी एक जीवंत समस्या है | अमेरिका खुद भी इस समस्या से बचा नहीं है किन्तु धुल मिटटी कम से कम नहीं उडती दिखती, दो रेगिस्तानी शहरों में तो मैं स्वयं रह के आया किन्तु मिटटी का कण भी नहीं दीखता | इसी प्रकार टाइमजोन का मखौल उड़ने का कारण तो नहीं जानता किन्तु सड़कों का मजाक उड़ाया जाना किसी भी लिहाज से गलत तो नहीं ? |
Re: ऐसी की तैसी।
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शब्दो के हेर-फेर मे कहा उलझ गए.... फीलिंग (भाव) को समझो ना... |
Re: ऐसी की तैसी।
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Re: ऐसी की तैसी।
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जब से बिपाशा बसु "बीड़ी जलईले...." गाने पर ठुमका लगाई है, तब से हमारे बसावन भाई काहे बिपाशा ड्रालिंग का गुणगान करना छोड़ दिये है और जिगर, लीवर, और किडनी से बीड़ी जलाने का कोशिश कर रहे है.... :donkey: |
Re: ऐसी की तैसी।
हिंदी दिवस हिंदी दिवस पर एक नेता जी बतिया रहे थे, ‘मेरी पब्लिक से ये रिक्वेस्ट है कि वे हिन्दी अपनाएं इसे नेशनवाइड पापुलर लेंगुएज बनाएं और हिन्दी को नेशनल लेंगुएज बनाने की अपनी डयूटी निभाएं।’ 'थैंक्यू' करके नेताजी ने विराम लिया। जनता ने क्लैपिंग लगाई कुछ 'लेडिज नुमा' महिलाएं ‘वेल डन! वेल डन!!’ चिल्लाईं। ‘सब अंग्रेजी बोल रहे है..’ ‘हिन्दी-दिवस? ’ ...मैं बुदबदाया। ‘हिन्दी दिवस नहीं, बे! हिन्दी डे!’ साथ वाले ने मुझ अल्पज्ञानी को समझाया। |
Re: ऐसी की तैसी।
ऐ मालिक तेरे बंदे हम..... ऐ दौलत तेरे बंदे हम ऐसे है हमारे करम अपनो से जुदा चाटे बाँस का जूता ताकि 'मिलियन' तो हो कम से कम जब रीसेसन से हो सामना तब तू ही हमें थामना कोई बुराई करें हम बड़ाई करें तूझको ही ईश्वर जानना बढ़ चले 'बार' को कदम हर तरह के करें खोटे करम अपनो से जुदा ... ये महंगाई बढ़ा जा रहा और मेरा जी घबरा रहा हो रहा बेखबर कुछ न आता नज़र सुख का सूरज छिपा जा रहा है किस कंपनी में वो दम जो अमावस को कर दे पूनम अपनो से जुदा ... बड़ा गरीब है तेरा ये भाई, चाहे लाखों में कर ले कमाई सर झुकाए खड़ा हाथ फ़ैलाए खड़ा पेट काट काट के जोड़े पाई-पाई दिया तूने जो 'मिलियन' सनम नहीं होगी भूख इसकी खतम अपनो से जुदा ... |
Re: ऐसी की तैसी।
शब्दार्थ किशोरावस्था : वो आयु जिसमें लड़के लड़कियों को ताड़ने लगते हैं और लड़कियां ताड़ने लगती हैं कि लड़के उन्हें ताड़ने लगे हैं. वास्तविक आशावादी : ऐसा गंजा जो बाल उगाने वाला वो ही तेल खरीदता है जिसके साथ कंघी फ्री हो. कामयाब व्यक्ति : जिसे पहली बीवी की वजह से कामयाबी हासिल होती है और कामयाबी की वजह से दूसरी बीवी हासिल होती है. बीबी : वह स्त्री, जो शादी के बाद कुछ सालों में टोक-टोक कर आपकी सारी आदतें बदल दे और फिर कहे कि आप कितना बदल गए हैं। समिति : ऐसे व्यक्ति जो अकेले कुछ नहीं कर सकते, परंतु यह निर्णय मिलकर करते हैं कि साथ साथ कुछ नहीं किया जा सकता। श्रेष्ठ पुस्तक : जिसकी सब प्रशंसा करते हैं परंतु पढ़ता कोई नहीं है। परम आनंद : एक ऐसी अनुभूति जब आप अनुभव करते हैं कि आप एक ऐसी अनुभूति को अनुभव करने जा रहे हैं जो आपने पहले कभी अनुभव नहीं की है। कान्फ्रेन्स रूम : वह स्थान जहां हर व्यक्ति बोलता है, कोई नहीं सुनता है और अंत में सब असहमत होते हैं। समझौता : किसी चीज को बांटने का वह तरीका जिसमें हर व्यक्ति यह समझता है कि उसे बड़ा हिस्सा मिला। व्याख्यान : सूचना को स्थानांतरित करने का एक तरीका जिसमें व्याख्याता की डायरी के नोट्स, विद्यार्थियों की डायरी में बिना किसी के दिमाग से गुजरे पहुंच जाते हैं। अधिकारी : वह जो आपके पहुंचने के पहले ऑफिस पहुंच जाता है और यदि कभी आप जल्दी पहुंच जाएं तो काफी देर से आता है। कंजूस : वह व्यक्ति जो जिंदगी भर गरीबी में रहता है ताकि अमीरी में मर सके। अवसरवादी : वह व्यक्ति, जो गलती से नदी में गिर पड़े तो नहाना शुरू कर दे। अनुभव : भूतकाल में की गई गलतियों का दूसरा नाम । कूटनीतिज्ञ : वह व्यक्ति जो किसी स्त्री का जन्मदिन तो याद रखे पर उसकी उम्र कभी नहीं। दूसरी शादी : अनुभव पर आशा की विजय। मनोवैज्ञानिक : वह व्यक्ति, जो किसी खूबसूरत लड़की के कमरे में दाखिल होने पर उस लड़की के सिवाय बाकी सबको गौर से देखता है। नयी साड़ी : जिसे पहनकर स्त्री को उतना ही नशा हो जितना पुरुष को शराब की एक पूरी बोतल पीकर होता है। राजनेता : ऐसा आदमी जो धनवान से धन और गरीबों से वोट इस वादे पर बटोरता है कि वह एक की दूसरे से रक्षा करेगा। आमदनी : जिसमें रहा न जा सके और जिसके बगैर भी रहा न जा सके। सभ्य व्यवहार : मुंह बन्द करके जम्हाई लेना । विशेषज्ञ : वह आदमी है जो कम से कम चीजों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानता है। शादी : यह मालूम करने का तरीका कि आपकी बीबी को कैसा पति पसन्द आता। पड़ोसी : वह महानुभाव जो आपके मामलों को आपसे ज्यादा समझते हैं। नेता : वह शख्स जो अपने लिए अपने देश की कुर्बानी देने के लिये हमेशा तैयार रहता है। |
Re: ऐसी की तैसी।
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परम आनंद : एक ऐसी अनुभूति जब आप अनुभव करते हैं कि आप एक ऐसी अनुभूति को अनुभव करने जा रहे हैं जो आपने पहले कभी अनुभव नहीं की है। बहुत देर से रुकी हुई पोट्टी या सु सु के करते समय का आनंद कूटनीतिज्ञ : वह व्यक्ति जो किसी स्त्री का जन्मदिन तो याद रखे पर उसकी उम्र कभी नहीं। मेरी एक महिला मित्र पिछले छः वर्षों से अपना २४वाँ जन्मदिन मना रही हैं और मैं हर वर्ष उसे विश करना नहीं भूलता |
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Re: ऐसी की तैसी।
शेर पकड़ने का तरीका। क्या आप एक शेर को जिंदा या मुर्दा पकड़ना चाहते है? यदि हाँ तो, मेरे पास एक से एक तरीका है, जिसे मैंने देश-विदेश के महान वैज्ञानिको, राजनीतिज्ञो, खिलाड़ियों, अभिनेताओ आदि के साथ मिलकर तैयार किया है। न्यूटन का तरीका : शेर द्वारा स्वयम को पकडे जाने दीजिये | प्रत्येक क्रिया की एक प्रतिक्रिया होती हे | इस प्रकार शेर आपको पकडेगा | और फलस्वरूप आप शेर को पकड़ लेंगे | आइंस्टाइन का तरीका : शेर की विपरीत दिशा में भागिए | सापेक्ष गति अधिक होने के कारण शेर और भी तेज़ भागेगा और बहुत जल्द थक जायेगा | अब आप इस थके हुए शेर को सरलता से पकड़ सकते हे | सोफ्टवेयर इंजीनियर का तरीका : एक बिल्ली को पकडिये और दावा कीजिये की आपकी टेस्टिंग से सिद्द हुआ हे की यह एक शेर हे | यदि कोई बाद में आकार आपसे शिकायत करता हे तो आप उससे कहिये की आप इसको शेर में अपग्रेड कर देंगे | भारतीय पुलिस का तरीका : कोई भी जानवर पकड़ कर इसको टॉर्चर कीजिये | और इससे उस समय तक पूछताछ कीजिये जब तक की यह कबूल न करले की यह शेर हे | रजनीकांत का तरीका : आप शेर को चेतावनी दीजिये की आप कभी भी आकर शेर पर आक्रमण कर सकते हे | शेर डर जायेगा और डर से अपने आप ही मर जायेगा | करन जोहर(director) का तरीका : एक शेरनी को जंगल में भेजिए | हमारे शेर और शेरनी में प्रेम हो जायेगा | फिर एक दूसरी शेरनी को जंगल में भेजिए और उसके बाद दुसरे शेर को | पहला शेर पहली शेरनी को और दूसरा शेर दूसरी शेरनी को प्रेम करेगा | परन्तु दूसरी शेरनी दोनों शेरो को प्रेम करेगी | अब आप एक अन्य शेरनी (तीसरी) को जंगल में भेजिए | आपकी समझ में नही आ रहा होगा की क्या हो रहा हे | ठीक हे ना तो इसको पन्द्रह वर्ष के बाद पढना | फिर भी आप की समझ में नही आएगा | गोविंदा का तरीका : शेर के सामने लगातार 5 या 6 दिन तक नाचिये | बराक ओबामा का तरीका : शेर का अम्बन्ध ओसामा बिन लादेन से निकालिए और उसको गोली मार दीजिये | रवि शास्त्री का तरीका : शेर से अपने आपको गेंद फेकने को कहिये | आप 200 गेंदे खेलकर 1 रन बनाइए | शेर थक कर surrender कर देगा | |
Re: ऐसी की तैसी।
क्यों सब की ऐसी की तैसी करने पर तुले हो अरविन्द भाइ
भाभी से झगड़ा हुवा है क्या ....... :p |
Re: ऐसी की तैसी।
Quote:
ये रवि शास्त्री वाला जबरदस्त था | |
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