अजीबो गरीब खबरें जरा हट के
http://l.yimg.com/t/news/jagran/2012...30186829_m.jpg श्री मुक्तसर साहिब, जागरण संवाददाता। इसे जट्ट का शौक कहिए या कुछ और..। पंजाब के श्री मुक्तसर जिले के गांव खुंडे हलाल के एक नवयुवक ने अपने महज 45 हजार रुपये के स्कूटर के लिए पसंदीदा नंबर हासिल करने को 12 लाख रुपये की बोली लगा दी। अब एक सप्ताह बाद यह नंबर उसके स्कूटर पर लगा होगा। नवयुवक रिक्की बराड़ के मुकाबले एक अन्य युवक बलतेज सिंह ने अपनी मर्सडीज कार के लिए इस नंबर पर दस लाख की बोली लगाई थी, पर रिक्की की बोली के आगे वह नहीं बढ़ पाया। जिला ट्रांसपोर्ट दफ्तर में गुरुवार को हुई फैंसी नंबरों की नीलामी के दौरान 1 नंबर महज 3 लाख 91 हजार रुपये में बिका। रिक्की ने बताया कि उसे फैंसी नंबरों का बहुत शौक है। उसने ठान लिया था कि वह किसी भी कीमत पर 3 नंबर को अपने स्कूटर के लिए हासिल करेगा। 60 एकड़ जमीन, आढ़त व पेस्टीसाइड्स के कारोबार के मालिक रिक्की बराड़ ने बताया कि वह एमिटी यूनिवर्सिटी से एमबीए है और खेतीबाड़ी करता है। उसकी बोलेरो व मोबाइल का 7 नंबर है। उसके एक और मोबाइल का 3 नंबर है। |
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अब जो खबर हम आपको बताने जा रहे हैं, उसे जान कर आप का हैरान होना तो लाजमी है। आपने जींस की पैंट तो तरह-तरह की देखी होंगी, लेकिन क्या आपने लैपटॉप वाली जींस कभी देखी या पहनी है। हमे मालूम है आपका जवाब होगा नहीं।
दरअसल नियूवे हेरेन नाम की एक कंपनी ने जींस पैंट में कंप्यूटर का माउस और की बोर्ड लगाया है। कंपनी ने इस जींस को ब्यूटी एंड द ग्रीक नाम दिया है। अब आपको लग रहा होगा कि इसे पहनना काफी मुश्किल होगा, लेकिन कंपनी का दावा है कि इसमें लगे कीबोर्ड और माउस लचीले हैं और इंसान को इसे पहन कर चलनें में कोई दिक्कत नहीं आती है। |
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हैरान क्यों हो गए जनाब, ये तो सच है। दरअसल नोकिया 610 दुनिया का सबसे सस्ता विंडोज आधारित मोबाइल हो सकता है। फिलहाल दुनिया में मौजूद विंडोज आधारित मोबाइल काफी मंहगे हैं।
हालांकि नोकिया ने अभी अपने इस मोबाइल को बाजार में नहीं उतारा है, लेकिन कहा जा रहा है कि कंपनी अपने इस मोबाइल की कीमत लगभग 7500 रुपए रख सकती है। वैसे इस वक्त नोकिया ने विंडोज आधारित अपने 2 मोबाइल बाजार में उतार रखे हैं। पहला है लूमिया 800 जिसकी कीमत लगभग 20 हजार रुपये है और दूसरा है लूमिया 710 जिसकी कीमत 15 हजार रुपये के आस-पास है। नोकिया 610 दुनिया का सबसे सस्ता विंडोज आधारित मोबाइल हो सकता है। |
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सूत्र मेँ प्रविष्ट की गई सभी खबरेँ काफी रोचक हैँ
आपकी मेहनत काबिले तारीफ है | |
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लंदन। दुनिया अजीबोगरीब खबरों से भरी पड़ी है। ऐसी ही एक घटना में यहां की 76 साल की महिला के पेट से 25 साल बाद पेन का निकाला जाना किसी को भी हैरत में डाल सकता है। कुछ दिन पहले इस महिला के पेट में तेज दर्द उठा। असहनीय दशा में यह महिला डॉक्टर के पास पहुंची। चिकित्सकीय परीक्षण के दौरान जब महिला के पेट का सिटी स्कैन कराया गया तो मामला पकड़ में आया। डॉक्टर ने उस महिला को बताया कि उसके पेट में एक पेन पड़ा है जिसके चलते उसे दर्द हो रहा है। अब जाकर महिला को याद आया कि 25 साल पहले उसने गलती से एक पेन को निगल लिया था। बहरहाल डॉक्टरों ने ऑपरेशन द्वारा उस पेन को महिला के पेट से बाहर निकाला। इन सबके बीच सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पेट से निकली यह कलम आज भी चालू हालात में है। जब डॉक्टरों ने इससे लिखकर दिखाया तो सभी
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शारीरिक रूप से अक्षम, व्हील चेयर पर चलने वाले मुंबई के चार लोगों ने 84 दिन में देश का भ्रमण कर साहस की एक नई मिसाल कायम की है. उन्होंने 28 सितंबर को अपनी यात्रा शुरू की थी और 20 दिसम्बर को इसे पूरा कर लिया. इस दौरान वे देश के सभी 28 राज्यों की राजधानी से गुजरे और 19,000 किलोमीटर की यात्रा तय की.
उनकी यात्रा मुख्यत: स्वर्णिम चतुर्भुज (चार महानगरों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व चेन्नई को जोड़ने वाली सड़क) से गुजरी और इसने उत्तर में कश्मीर से दक्षिण में कन्याकुमारी तथा पश्चिम में गुजरात से पूर्व में अरुणाचल प्रदेश तक का सफर तय किया. इस यात्रा को 'बेयोंड बैरियर्स-इक्रेडिबल इंडिया टूर' नाम दिया गया था और इसकी योजना अरविंद प्रभु (44) ने बनाई थी, जो पिछले 23 साल से पक्षाघात के कारण चलने-फिरने में असमर्थ हैं. वह विले पार्ले में केबल व इंटरनेट सेवा चलाते हैं. उनके साथ ढांचागत संरचना कंपनी दास ऑफशोर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक निशांत खड़े (33), प्रकाशक नीलू केवलानी (40) और कर परामर्शदाता सुनीता संचेती भी थे. ये सभी विभिन्न कारणों से चलने फिरने में असमर्थ हैं. लेकिन देशभ्रमण की उनकी आकांक्षा के मार्ग में ये शारीरिक अक्षमताएं बाधा नहीं बन पाईं. यात्रा से लौटने के बाद प्रभु ने कहा, 'हमने तीन गाड़ियों में यात्रा शुरू की और हमारे साथ इतने ही सहायक थे. सभी राज्यों की राजधानी और पर्यटन स्थल पर हमने व्हील चेयर से खुद भ्रमण किया.' संचेती ने कहा, 'इससे पहले किसी ने भी हमारी तरह व्हील चेयर पर इस तरह की यात्रा नहीं की. हमने कुछ अलग करने का निर्णय लिया. हम खुश हैं कि हमने अपना उद्देश्य बिना किसी समस्या के प्राप्त कर लिया.' वहीं, केवलानी ने बताया कि इसका प्राथमिक उद्देश्य विकलांग लोगों की समस्याओं के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाना और उन्हें जागरूक करना है. |
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ब्रिटेन की राजधानी लंदन में कल शुक्रवार को ब्रिटिश एयरवेज का एक विमान उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इससे दो यात्री घायल हो गए। विमान में कुल 72 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। हादसा पूर्वी लंदन के सिटी हवाई अड्डे पर हुआ। चार इंजन वाले विमान के अगले चक्के नहीं खुले जिसके कारण यह फिसलते हुए उतरा। पिछले कुछ दिनों से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अजीबो-गरीब विमान दुर्घटनाएं होती रही हैं। भारत में भी राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर और यात्री विमान के रन-वे पर आमने- सामने आ जाने की घटना हुई थी। |
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सच में सभी खबरें गजब की है .............
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बीजिंग। वैसे तो गाड़ी चलाते समय जान- माल के नुकसान पर आर्थिक दंड और सजा का प्रावधान है, लेकिन यहां के एक व्यक्ति को पेड़ से गाड़ी टकराने पर जुर्माना भरना पड़ा। ये सज्जन एक शाम सैर सपाटे के लिए मजे से जा रहे थे लेकिन रास्ते में इनकी कार एक दुर्लभ प्रजाति के पेड़ से टकरा गई। इस टक्कर में इनको मामूली चोटें आई लेकिन पेड़ क्षतिग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना के लिए पुलिस ने इन पर 1200 युआन (लगभग दस हजार रुपये) का आर्थिक दंड लगा दिया। इस बारे में पुलिस का कहना है कि इस खास किस्म के पेड़ को फिर से पहले की तरह दुरुस्त करने में पर्याप्त लागत एवं समय खर्च होगा। इसीलिए इस व्यक्ति पर इस तरह का जुर्माना ठोंका गया है।
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बीजिंग। कभी-कभी आवेग में आकर आदमी गलत कदम उठा लेता है जिससे उसे बाद में पछतावा होता है। एक चीनी युवक के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। यह युवक नौकरी की तलाश में शहर आया। यहां महीनों काम तलाशने के बाद भी उसको काम नहीं मिला। इससे वह अवसाद ग्रसित हो गया। उसने आत्महत्या करने की सोची। इसके लिए यह बियाबान जंगल में पहुंचा लेकिन वहां पहुंचकर उसके दिमाग से आत्महत्या का भूत उतर गया। जब वह जंगल से निकलने लगा तो उसको महसूस हुआ कि वह रास्ता भूल गया है। बदहवासी के आलम में वह इधर-उधर भटकने लगा। कई दिन भूखा-प्यासा इधर-उधर भटकने के बाद जंगल में एक दिन कुछ ग्रामीणों ने उसे देखा। तब तक उसकी हालत बेहाल हो चुकी थी और वह काफी कमजोर हो गया था। अब अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
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