My Hindi Forum

My Hindi Forum (http://myhindiforum.com/index.php)
-   Mehfil (http://myhindiforum.com/forumdisplay.php?f=17)
-   -   ईश्वर के ये बने हुए हैं जो भी ठेकेदार (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=17254)

आकाश महेशपुरी 31-12-2017 11:15 AM

ईश्वर के ठेकेदार
 
ईश्वर के ये बने हुए हैं जो भी ठेकेदार
यही तो हैं धरती के भार
यही तो हैं धरती के भार
★★★
ईश्वर की ये खोल दुकाने
बनते सबके भाग्य विधाता
करते धर्म-कर्म की बातें
बन जाते हैं देखो दाता
सुंदर रूप बना कर बैठे
दिखते जैसे बाबा पक्के
घात लगाए बैठे हैं ये
सच मानों तो चोर-उचक्के
तुमको रोटी के हैं लाले, इनकी देखो कार-
यही तो हैं धरती के भार
यही तो...
★★★
बिना काम के कैसे इनकी
भर जाती रोज तिजोरी है
नौकर-चाकर कोठी गाड़ी
इनके तो मन में चोरी है
राम न अल्ला मन में इनके
बस धन की माया जारी है
ये धवल दूध से दिखते हैं
पर पक्के मिथ्याचारी हैं
ईश्वर के ये ले लेते हैं अक्सर ही अवतार-
यही तो हैं धरती के भार
यही तो...
★★★
नारी को कहते हैं देवी
बेटी या फिर कहते माता
अपनी नज़रों से तुम देखो
कितना पाक हुआ यह नाता
लेकिन कितनी है बेशर्मी
कितने पाप उड़ेल रहें हैं
जनता के उपदेशक देखो
माँ बहनों से खेल रहे हैं
इनको आज चढ़ा दो शूली या मारो तलवार-
यही तो हैं धरती के भार
यही तो...

गीत- आकाश महेशपुरी

rajnish manga 02-01-2018 09:49 AM

Re: ईश्वर के ये बने हुए हैं जो भी ठेकेदार
 
सामाजिक एवम् राजनैतिक क्षेत्रों में व्याप्त पाखंड और झूठ का पर्दाफाश करती है यह कविता. और मुखरता से चोट भी करती है. देर सवेर बदलाव अवश्य आएगा, यही आशा है. धन्यवाद, आकाश जी.

आकाश महेशपुरी 10-04-2018 08:09 PM

Re: ईश्वर के ये बने हुए हैं जो भी ठेकेदार
 
Quote:

Originally Posted by rajnish manga (Post 562620)
सामाजिक एवम् राजनैतिक क्षेत्रों में व्याप्त पाखंड और झूठ का पर्दाफाश करती है यह कविता. और मुखरता से चोट भी करती है. देर सवेर बदलाव अवश्य आएगा, यही आशा है. धन्यवाद, आकाश जी.

उत्साहवर्धन हेतु अत्यंत आभार, आदरणीय!


All times are GMT +5. The time now is 01:22 AM.

Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.