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-   -   स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=1255)

Deep_ 24-09-2015 03:24 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
न जाने क्युं!

फिर से अपनी मनपंसद फिल्म का गाना यहां चीपका दुं?


Deep_ 24-09-2015 03:26 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
जाने क्या बात है!

एक ओर सुंदर सेमी-क्लासीकल कर्णप्रिय गीत...:cheers:


Deep_ 24-09-2015 03:31 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
मुझे तुम मिल गए हमदम, सहारा हो तो एसा हो।
जिधर देखुं उधर तुम हो, नज़ारा हो तो एसा हो!



Suraj Shah 01-10-2015 09:48 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
बेहतरीन गीतों का संग्रह !!!

Deep_ 01-10-2015 09:57 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
Quote:

Originally Posted by suraj shah (Post 555131)
बेहतरीन गीतों का संग्रह !!!

सुत्र को पसंद करने के लिए धन्यवाद सुरज जी!

everdeenkatniss257 17-11-2015 04:31 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
Really thanks soni for this lovely songs can i download these songs.

rajnish manga 24-12-2015 07:58 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
लता जी द्वारा गाये गए निम्नलिखित दो गीत कई दशकों बाद भी लोगों को भूले नहीं हैं और इन्हें सुन कर लोग भावविभोर हो जाते हैं.

https://www.youtube.com/watch?v=vfS0p41MPZA

1. रंग दिल की धड़कन भी लाती तो होगी


रंग दिल की धड़कन भी लाती तो होगी
याद मेरी उनको भी आती तो होगी
रंग दिल की धड़कन ...
ओ ( प्यार की ख़ुश्बू कहाँ आती थी कलियों से
हो के आई है हवा भी उनकी गलियों से ) -२
छू के उनके दामन को आती तो होगी
रंग दिल की धड़कन ...

ओ ये बहारें ये समाँ सब उसके दम से है
वो पिया कुछ-कुछ ख़फ़ा रहता जो हमसे है
जान कुछ-कुछ उसकी भी जाती तो होगी
रंग दिल की धड़कन ...

( जा री ऐ तितली नगरिया पी की तू जाना
हो भला तेरा ख़बर कुछ उनकी ले आना ) -२
तू वहाँ पे वैसे भी जाती तो होगी
रंग दिल की धड़कन ...


फिल्म: पतंग /संगीतकार: चित्रगुप्त /गीतकार: राजेन्द्र कृष्ण

rajnish manga 24-12-2015 08:27 PM

Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
 
2. गैरों पे करम अपनों पे सितम
Link:-
https://www.youtube.com/watch?v=4i469ztISIo

गैरों पे करम, अपनों पे सितम
ऐ जान-ए-वफ़ा, ये ज़ुल्म न कर
रहने दे अभी थोड़ा सा भरम
ऐ जान-ए-वफ़ा, ये ज़ुल्म न कर

हम चाहने वाले हैं तेरे, यूं हमको जलाना ठीक नहीं
महफ़िल में तमाशा बन जाएँ, इस दर्जा सताना ठीक नहीं
मर जायेंगे हम, मिट जायेंगे हम
ऐ जान-ए-वफ़ा...

गैरों के थिरकते शानें पर, ये हाथ गंवारा कैसे करें
हर बात गंवारा है लेकिन, ये बात गंवारा कैसे करें
तुझको तेरी बेदर्दी की कसम
ऐ जान-ए-वफ़ा...

हम भी थे तेरे मंज़ूर-ए-नज़र, जी चाहे तो अब इकरार ना कर
सौ तीर चला सीने पे मगर, बेगानों से मिलकर वार न कर
बेमौत कहीं मर जाएं न हम
ऐ जान-ए-वफ़ा...


फिल्म: आँखें
संगीतकार: रवि
गीतकार: साहिर लुधियानवी


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