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-   -   त्योंहारों की शुभकामनाएं (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=994)

jalwa 27-10-2010 11:07 PM

त्योंहारों की शुभकामनाएं
 
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मित्रों, जैसा की आप सभी को विदित ही है की आगामी पांच नवम्बर को दीपावली का पर्व बहुत ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाने वाला है. आप सभी को मेरी और से दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं. धन्यवाद.

http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1288202817

sony 28-10-2010 08:20 AM

Happy Diwali

http://2.bp.blogspot.com/_NjdBzKI5nY...eting+card.jpg

ABHAY 29-10-2010 07:13 PM

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Hamsafar+ 29-10-2010 08:55 PM

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Hamsafar+ 29-10-2010 08:58 PM

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rajesh 30-10-2010 07:15 AM

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रौशनी के इस पावन पर्व पर,
रंगोली भर दे आपके जीवन में नए रंग,
पटाखों का शोर जगाये मन में नयी उमंग,
मुबारक हो दीवाली आपको अपनों के संग



wishing all the AbhiSays forum members a very happy and properious diwali.................


http://myhindiforum.com/attachment.p...1&d=1288404893

Sikandar_Khan 30-10-2010 07:20 AM

सभी मित्रगणो
को हमारी ओर से
दिपावली और धनतेरस की अग्रीम शुभकामनाएं

ABHAY 30-10-2010 09:08 AM

दीपावली

आधिकारिक नाम : दीपावली
अन्य नाम :दिवाली, दीवाली
अनुयायी :हिन्दू, भारतीय, भारतीय प्रवासी
प्रकार : धार्मिक, सामाजिक
उद्देश्य :धार्मिक निष्ठा, उत्सव, मनोरंजन
आरम्भ :रामायण काल से
तिथि : कार्तिक अमावस्या
२००९ तिथि : १७ अक्टूबर
अनुष्ठान :गणेश-लक्ष्मी पूजन व दीपमाला
उत्सव :रौशनी, सजावट, आतिशबाज़ी
समान पर्व :छोटी दीवाली या नरक चौदस

ABHAY 30-10-2010 09:10 AM

दीपावली का अर्थ है दीपों की पंक्ति। दीपावली शब्द ‘दीप’ एवं ‘आवली’ की संधिसे बना है। आवली अर्थात पंक्ति, इस प्रकार दीपावली शब्दका अर्थ है, दीपोंकी पंक्ति । भारतवर्षमें मनाए जानेवाले सभी त्यौहारों में दीपावलीका सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है। इसे दीपोत्सव भी कहते हैं। ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात् ‘अंधेरे से ज्योति अर्थात प्रकाश की ओर जाइए’ यह उपनिषदोंकी आज्ञा है। इसे सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा श्री रामचंद्र अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे। अयोध्यावासियों का ह्रदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से उल्लसित था। श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीए जलाए । कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी। तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं। यह पर्व अधिकतर ग्रिगेरियन कैलन्डर के अनुसार अक्तूबर या नवंबर महीने में पड़ता है। दीपावली दीपों का त्योहार है। इसे दीवाली या दीपावली भी कहते हैं। दीवाली अँधेरे से रोशनी में जाने का प्रतीक है। भारतीयों का विश्वास है कि सत्य की सदा जीत होती है झूठ का नाश होता है। दीवाली यही चरितार्थ करती है- असतो माऽ सद्गमय , तमसो माऽ ज्योतिर्गमय। दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है। कई सप्ताह पूर्व ही दीपावली की तैयारियाँ आरंभ हो जाती है। लोग अपने घरों, दुकानों आदि की सफाई का कार्य आरंभ कर देते हैं। घरों में मरम्मत, रंग-रोगन,सफ़ेदी आदि का कार्य होने लगता हैं। लोग दुकानों को भी साफ़ सुथरा का सजाते हैं। बाज़ारों में गलियों को भी सुनहरी झंडियों से सजाया जाता है। दीपावली से पहले ही घर-मोहल्ले, बाज़ार सब साफ-सुथरे व सजे-धजे नज़र आते हैं।

ABHAY 30-10-2010 09:13 AM

धार्मिक संदर्भ
दीप जलाने की प्रथा के पीछे अलग-अलग कारण या कहानियाँ हैं। राम भक्तों के अनुसार दीवाली वाले दिन अयोध्या के राजा राम लंका के अत्याचारी राजा रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। उनके लौटने कि खुशी मे आज भी लोग यह पर्व मनाते है। कृष्ण भक्तिधारा के लोगों का मत है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था। दीप जलाने की प्रथा के पीछे अलग-अलग कारण या कहानियाँ हैं। राम भक्तों के अनुसार दीवाली वाले दिन अयोध्या के राजा राम लंका के अत्याचारी राजा रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। उनके लौटने कि खुशी मे आज भी लोग यह पर्व मनाते है। कृष्ण भक्तिधारा के लोगों का मत है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था। तथा इसी दिन समुद्रमंथन के पश्चात लक्ष्मी व धन्वंतरि प्रकट हुए। जैन मतावलंबियों के अनुसार चौबीसवें तीर्थंकर महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस भी दीपावली को ही है। सिक्खों के लिए भी दीवाली महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन ही अमृतसर में १५७७ में स्वर्ण मन्दिर का शिलान्यास हुआ था। और इसके अलावा १६१९ में दीवाली के दिन सिक्खों के छठे गुरु हरगोबिन्द सिंह जी को जेल से रिहा किया गया था। नेपालियों के लिए यह त्योहार इसलिए महान है क्योंकि इस दिन से नेपाल संवत में नया वर्ष शुरू होता है।


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