Re: MyHindiForum की बेडियाँ!
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मेरी नजरो में जितेन्द्र भाई का दर्जा और उचा हो जाता अगर वो इस पद पाने की दोड का परित्याग करते ! वो भी इतने एक अच्छे दोस्त होते हुए क्या यही दोस्ती होती हे दोस्ती का नाम होता एक दूसरे पर जान दे देना ना की एक पद पाने के लिए लडना ! :cryingbaby::cryingbaby: ये केसी दोस्त ये केसा प्यार |
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इतनी खामियां गिनाकर आप इनके अच्छे काम को नही भूल सकते हैँ | फोरम के गेम जोन मे इनका ही हाथ है | जो कि काफी सराहनीय कार्य है |भविष्य मे इस गेम के कारण अधिक से अधिक सदस्य जोडे जा सकते है | |
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दोस्तों जल्द ही फैसला होगा, पर्दा जल्द ही उठेगा. कौन सही है कौन गलत इसका फैसला जनमत से होगा.
अब यह फोरम किसी एक व्यक्ति की निजी संपत्ति नहीं है, सभी सदस्य यहाँ महत्वपूर्ण हैं. अगर जीतेन्द्र गर्ग अपना पॉइंट prove कर दे तो मैं इस्तीफा देने के लिए तयार हूँ. |
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वो चाहे हमसफर , युवराज या मै खुद तो मेरे लिए भी कोई अलग नियम नही है | नियामानुशार मुझ पर भी कार्यवाही होगी | हमसफर या युवराज को छोड़कर किसी अन्य सदस्य से जितेन्द्र जी का कोई पंगा नही हुआ है |मै भी पिछले पांच महीनोँ से फोरम पर हूं लेकिन आजतक मेरा जितेन्द्र जी के साथ कोई भी पंगा नही हुआ है | |
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प्रबंधन के सदस्यों को पंगो से बचना चाहिए. और जीतेन्द्र भाई इस क्षेत्र में बिलकुल ही नाकाम रहे हैं. |
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अब जो भी फैसला हो जनमत का हो | क्योँ कि जनता जर्नादन होती है | |
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जितेन्द्र जी
जैसा कि अभिषेक जी ने कहा है कि ये फोरम पर प्रशाशक बनना चाहते हैं...और इनके द्वारा बनाये गए इस सूत्र से तो यही लगता है लेकिन हम कहते हैं क्यों?? ....ये हमेशा ऑनलाइन रहते हुए भी पता नहीं कहाँ खोये रहते हैं...? ...क्या प्रबधन के सदस्य से यही उम्मीद की जाती है कि वो ऑनलाइन रहे और गेम खेलने में व्यस्त रहे..उनकी जिम्मेदारी कौन देखेगा? ...फोरम के किसी सदस्य से इनका कोई मेल जोल नहीं है...ऐसे में कैसे को सदस्य फोरम पर बना रहना चाहेगा जहाँ के प्रबंधन के सदस्यों से उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिलता... ..सूत्रों पर विवादस्पद प्रविष्टि करना तो जैसे इनकी आदत सी हो गयी है...लाख समझाया कि अपनी गलती मानकर माफ़ी मांगो...लेकिन नहीं ये जिद पर अड़े रह कि में तो सही हूँ दुनिया चाहे जो कहे.... ...क्या इनका कोई ऐसा सूत्र है जो फोरम पर काफी लोकप्रिय ना हो,,,जबकि ये तो फोरम पर शुरुआत से हैं...चलो लोकप्रिय ना सही....इन्होने जितने भी सूत्र बनाये हैं क्या ये उन पर अब भी प्रविष्टियाँ करते हैं??? ...सूत्र बनाकर और उस पर एक दो प्रविष्टि करना...क्या यही एक फोरम के प्रबधन सदस्य की पहचान है... ऐसे में कैसे ये कह सकते हैं कि इन्हें प्रशाशक बनाया जाय?? |
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