My Hindi Forum

My Hindi Forum (http://myhindiforum.com/index.php)
-   Religious Forum (http://myhindiforum.com/forumdisplay.php?f=33)
-   -   साईं बाबा नाम है विश्वास का (http://myhindiforum.com/showthread.php?t=13396)

rajnish manga 03-07-2014 01:06 PM

साईं बाबा नाम है विश्वास का
 
साईं बाबा नाम है विश्वास का
^
^

पंडितजी चुपचाप बैठे अपने भविष्य के विषय में चिंतन कर रहे थे| उन्हें पता ही नहीं चला कि कब एक आदमी उनके पास आकर खड़ा हो गया है| जब पंडितजी ने कुछ ध्यान न दिया तो, उसने स्वयं आवाज दी|

"
राम-राम पंडितजी|"

पंडितजी चौंक गये|

"
क्या बात है, किस सोच में पड़े हो ?"

पंडितजी ने देखा तो देखते ही रह गये| उनके सामने लक्ष्मण खड़ा था|

"
लक्ष्मण...तुम...|"

"
हां पंडितजी|"

"
कब आये?" -पूछा पंडितजी ने|

"
बस सीधे आपके पास ही चला आ रहा हूं|" लक्ष्मण पंडितजी के पास बैठ गया|

पंडितजी अभी भी उसे एकटक देखे जा रहे थे| कोई दो साल के बाद लक्ष्मण को देखा था| लक्ष्मण शिरडी का मशहूर बदमाश था| दो साल की सजा भुगतने के बाद अब वह जेल से सीधा आ रहा था| लक्ष्मण का इस दुनिया में कोई न था| वह एकदम अकेला था| आवारागर्दी, चोरी, गुंडागर्दी, छेड़छाड़, मारपीट करना ही उसके काम थे|

लक्ष्मण बोला - "क्या बात है, बड़े चुपचाप और उदास से बैठे हैं आज आप ?"

"
हां|" - पंडितजी ने एक गहरी सांस छोड़ते हुए कहा|

"
क्या बात हो गयी ?"

rajnish manga 03-07-2014 01:09 PM

Re: साईं बाबा नाम है विश्वास का
 
"कुछ न पूछ लक्ष्मण! इस गांव में एक चमत्कारी बाबा आया है| उसने मेरा सारा धंधा-पानी ही चौपट कर दिया है| अब तो भूखों मरने की नौबत आ गयी है|"

लक्ष्मण आश्चर्य से बोला - "कौन है वह ?"

"
लोग उसको साईं बाबा कहते हैं|"

"
अच्छा कहां का है वह?"

"
क्या पता ?" पंडितजी ने कहा - "तुम अपना हालचाल कहो|"

"
बस ! सीधा जेल से छूटते ही यहां चला आ रहा हूं|" लक्ष्मण मुस्कराया - "यदि तुम कहो तो बाबा को अपना चमत्कार दिखा दूं|" और वह हँसने लगा|

वैसे इससे पहले कई बार लक्ष्मण की सहायता से पंडित अपने विरोधियों को धूल चटवा चुका था| वह सोचने लगा, सांप की उस चमत्कारी घटना के कारण, जो स्वयं उसके साथ घटित हुई थी, वह भुला न पा रहा था|

"
बोलो पंडितजी ! क्या विचार है ?"

"
कोशिश कर लो!"

"
कोशिश क्यों ? मैं करके दिखा दूंगा| एक ही दिन में छोड़कर भाग जाएगा|" लक्ष्मण हँसने लगा|

"
जैसी तुम्हारी इच्छा|"


rajnish manga 03-07-2014 01:11 PM

Re: साईं बाबा नाम है विश्वास का
 
"क्या मैं तुम्हारे लिए इतना छोटा-सा काम नहीं कर सकता हूं ?" लक्ष्मण ने कहा - "आपके तो बहुत अहसान हैं मुझ पर|"

"
पंडित चुप रह गया|"

"
कहां रहता है वह चमत्कारी बाबा ?"

"
द्वारिका माई मस्जिद में|"

"
क्या पता, कभी वह मुसलमान बन जाता है और कभी हिन्दू! क्या है वह, कुछ पता नहीं|"

"
ठीक है, मैं देख लूंगा उसे|"

"
जरा सावधानी से|" पंडित बोला - "सुना है, बड़ा चमत्कारी है वह|"

"
अच्छा-अच्छा|" लक्ष्मण बोला - "ख्याल रखूंगा|"

"
ठीक है सुबह-शाम मेरे यहां आकर खाना खा गया जाया करो| रात मैं बरामदा सोने के लिए है ही|"

लक्ष्मण चला गया|

पंडित चिंता में पड़ गया| कहीं फिर उसने आत्मघाती कदम तो नहीं उठा लिया| यदि चमत्कार हो गया तो इस बार साईं बाबा उसे माफ नहीं करेगा| वह परेशान था कि आखिर यह साईं है क्या ?

लक्ष्मण पंडित के पास से उठकर सीधे द्वारिकामाई मस्जिद गया| टूटी-फूटी द्वारिका मस्जिद का कायाकल्प देखकर वह हैरान रह गया| मस्जिद में चहल-पहल थी| साईं बाबा की धूनी जली हुई थी| वह उनकी धूनी के पास जाकर बैठ गया|


rajnish manga 03-07-2014 01:12 PM

Re: साईं बाबा नाम है विश्वास का
 
साईं बाबा के पास उनके शिष्य बैठे थे| लक्ष्मण ने देखा, साईं बाबा कोई विशेष नहीं है| दुबला-पतला, इकहरा बदन है| एक ही हाथ में जमीन सूंघ जाएगा| हां, चेहरे पर एक अजीब-सा आकर्षक-तेज अवश्य था|"

साईं बाबा ने लक्ष्मण की ओर नजर उठाकर भी न देखा| अजनबी होने के बावजूद उससे पूछताछ न की|

शिष्यगण चले गए| लक्ष्मण अकेला बैठा रह गया|

उसकी उपस्थिति की सर्वथा उपेक्षा कर साईं बाबा आँखें मूंदकर लेट गए| मौका अच्छा जानकर, लक्ष्मण बाबा को धमकी देने के बारे में विचार कर रहा था|

इससे पहले कि वह कुछ बोलता, साईं बाबा ने स्वयं कहा -

"
मैं जानता हूं कि तू मुझे मारने आया है|"

यह बात सुनते ही लक्ष्मण बुरी तरह से चौंक गया| वह बुरी तरह घबरा गया|

"
मार, मार दे मुझे और अपनी इच्छा पूरी कर ले|"

साईं बाबा का चेहरा बुरी तरह से तमतमा गया|

लक्ष्मण को काटो तो खून न था| वह काठ के समान जड़ होकर रह गया| साईं बाबा का रौद्र रूप देखकर वह घबरा गया| उसका शरीर पसीने से तर-ब-तर हो गया|

"
कोई हथियार लाया है या खाली हाथ आया है?" - साईं बाबा बोले|

वह घबरा गया|


rajnish manga 03-07-2014 01:16 PM

Re: साईं बाबा नाम है विश्वास का
 
"बोल, जवाब दे|"

लक्ष्मण पसीने-पसीने हो गया| वह घबराकर साईं बाबा के चरणों पर गिर गया और गिड़गिड़ाने लगा - "क्षमा कर दो बाबा| क्षमा कर दो|"

"
मेरे पैर छोड़|"

"
जब तक आप मुझे क्षमा नहीं करेंगे, तब तक मैं आपके पैर नहीं छोड़ूंगा| आप तो अंतर्यामी हैं| मैं आपकी महिमा को न जान सका|"

"
जा माफ किया| नेक आदमी बन|"

लक्ष्मण चुपचाप सिर झुकाकर चला गया|

तब साईं बाबा खिलखिलाकर हँस पड़े| एकदम बच्चों के समान थी उनकी हँसी| यह अंदाजा लगाना मुश्किल था कि कुछ समय पूर्व उनका रूप बेहद रौद्र हो गया था|

साईं बाबा के पास उनका एक शिष्य आया, तो वह बड़बड़ा रहे थे - "कुत्ते की पूँछ क्या भला कभी सीधी हो सकती है?"

शिष्य इस बात को समझ न पाया|

लक्ष्मण ने पंडित के पास जाकर हाथ जोड़कर सारा किस्सा बताया, तो पंडित का मन ग्लानी, पश्चात्ताप से भर गया| वह साईं बाबा को मान गया| उसने साईं बाबा का विरोध करना बंद कर दिया और उनका परमभक्त बन गया|


**



rafik 03-07-2014 03:57 PM

Re: साईं बाबा नाम है विश्वास का
 
http://humour.amulyam.com/images/hum...312/373839.jpg

Dr.Shree Vijay 04-07-2014 10:49 PM

Re: साईं बाबा नाम है विश्वास का
 
साईं नाम हें श्रधा और विश्वास का........

http://4.bp.blogspot.com/-Mry0AHcfpo...nand+Sai-2.jpg


All times are GMT +5. The time now is 02:21 AM.

Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.