Re: मिलावट
क्यों खतरनाक है कु़ट्टू
चिकित्सकों के मुताबिक कुट्टू का आटा गरम होता है। इससे शरीर में काबरेहाइड्रेट और ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है। कुट्टू में वसा अधिक होती है। इसका सावधानी से प्रयोग किया जाना चाहिए। कुट्टू का आटा एक माह तक ही उपयोग में लाया जा सकता है। जहां तक हो सके तो ताजा आटा ही प्रयोग में लाएं।
बासी आटे में बैक्टीरिया और फंगस उत्पन्न हो जाते हैं। कुट्टू के आटे के ज्यादा दिनों तक रखे होने की स्थिति में माइक्रोटाक्सिन का निर्माण हो जाता है, जो घातक है।
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