प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह का मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में ब्रेन
हेमरेज की वजह से निधन हो गया है. वो ७० साल के थे.
इससे पहले १९९८ में उन्हें दिल का दौरा भी परा था. २००७ में एक बार खून की कमी के कारण हॉस्पिटल में भर्ती भी हुए थे.
उनका संगीत काफ़ी मधुर था, और उनकी आवाज़ संगीत के साथ खूबसूरती से विलय होती है। खालिस उर्दू जानने वालों की मिल्कियत समझी जाने वाली, नवाबों-रक्कासाओं की दुनिया में झनकती और शायरों की महफ़िलों में वाह-वाह की दाद पर इतराती ग़ज़लों को आम आदमी तक पहुंचाने का श्रेय अगर किसी को पहले पहल दिया जाना हो तो जगजीत सिंह का ही नाम ज़ुबां पर आता है। उनकी ग़ज़लों ने न सिर्फ़ उर्दू के कम जानकारों के बीच शेरो-शायरी की समझ में इज़ाफ़ा किया बल्कि ग़ालिब, मीर, मजाज़, जोश और फ़िराक़ जैसे शायरों से भी उनका परिचय कराया।