Re: उल्लुं शरणं गच्छामि…उल्लू की खिदमत में खड&
आखिर लक्ष्मी का वाहन है- उल्लू। लक्ष्मी तक पहुचने के लिए उल्लू को सिद्ध करना आवश्यक रूप से जरूरी है। हम सभी की ये परंपरागत मजबूरी है। तंत्र साधना में उल्लू का बड़ा महत्व है और प्रजातंत्र में तो और भी ज्यादा। अरे इन उल्लुओं को मक्खन लगाए बिना,लक्ष्मी तक पहुंच जाने की अवैज्ञानिक सोच रखनेवालों को क्या कहें-काठ का उल्लू। भौंदू. या झक्की। ये जिंदगी में कैसे कर पाएंगे तरक्की। अरे चाहे खेत हो या खदान, मजदूर हो या किसान,गरीब हो या धनवान, सरकार हो या संस्थान सभी कर रहे हैं उलूकराज का सम्मान। आज प्रतिभाएं बिकती नहीं हैं हाफ रेट में। सब गईं उल्लू के पेट में। इसलिए आज यदि आप होना चाहते हैं कामयाब तो पूरे ज़ोर से कहिए- उल्लुं शरणं गच्छामि…।
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बेहतर सोच ही सफलता की बुनियाद होती है। सही सोच ही इंसान के काम व व्यवहार को भी नियत करती है।
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