Re: एक अनोखी सीख
इस कहानी का मर्म ये है कि अगर किसी बच्चे को बहुत अधिक सुरक्षित रख जाये और उसे सब कुछ प्रदान किया जाये तो उसके अन्दर आत्म विश्वास कि कमी रहेगी और साथ मे उसके अन्दर इस प्रकार कि भावना पैदा हो जायेगी वो हर वस्तु जो वो चाहे, उसका पात्र है, उसे अपने माता पिता कि प्रयासो का कोई अनुभव नहीं होगा , वो सदा ऐसा चाहेगा कि लोग केवल उसे सुने और उसकी माने। वो कभी दूसरों कि भाव्नाओ का , उनकी पीडा का महत्व नहीं समझेगा , ऐसा बच्चा आगे चल कर पढने लिखने मे तो बहुत तेज हो सकता है लेकिन जीवन मे उसमे कभी उपलब्धि कि भावना नहीं रहेगी, अगर हम इस तरह के माता पिता है तो हम अपने बच्चों को लाभ नहीं बल्कि नुकसान ही पहुंचा रहे हैं।
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