सिर्फ एक बूंद.... और पता लग जाएगा कि व्हिस्की असली है या नकली
लंदन ! भारतीय मूल के तीन भौतिकविज्ञानियो ने एक तकनीक विकसित की है जिसकी मदद से सिर्फ एक बूंद की जांच से ही पता लग जाएगा कि व्हिस्की असली है या नकली। सेंट एंड्रूज विश्वविद्यालय के प्रवीण अशोक, किशन ढोलकिया और बविश्ना प्रवीण का कहना है कि उनका लेजर डिटेक्टर तत्काल इस बात की जांच कर सकता है कि परीक्षण से गुजारा जा रहा तरल असली है या नकली। परीक्षण के तहत मनुष्य के बाल से भी पतली प्रकाश की एक किरण को तरल की बूंद से गुजारा जाता है। एक आप्टिकल फाइबर से गुजरने वाले प्रकाश को दूसरे आप्टिकल फाइबर में इकट्ठा कर व्हिस्की से परावर्तित होने वाली व्हिस्की का विश्लेषण किया जा सकता है। डेली मेल की खबर के अनुसार, इससे सटीक तौर पर यह जाना जा सकता है कि किसी नमूने मेें कितना अल्कोहल है। फर्जी व्हिस्की में आमतौर पर वांछित 40 प्रतिशत अल्कोहल से कम मात्रा पायी जाती है।