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सिरदर्द में दर्दनिवारक दवाओं के अधिक इस्तेमाल से बचना चाहिए
नयी दिल्ली ! सिरदर्द से अक्सर पीड़ित रहने वाले लोगों को इसके लिए हमेशा दर्दनिवारक दवाओं का इस्तेमाल करने की बजाय चिकित्सक से सम्पर्क करके जांच करानी चाहिए ताकि मूल कारण का पता लग सके क्योंकि इन दवाओं का यकृत सहित पूरे शरीर पर विपरीत प्रभाव हो सकता है। राजधानी दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल की चिकित्सक डा. विद्या कुमारी का कहना है कि सिरदर्द के कई कारण हो सकते हैं जिनमें आंखों में विकार सबसे आम है। उन्होंने बताया कि रेटीना के आकार में परिवर्तन के चलते आंखों द्वारा देखे जाने वाली चीजें रेटीना पर ठीक तरह से प्रतिबिंबित नहीं हो पातीं जिसके कारण लोगों को पास या दूर की चीजें देखने में परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि चीजों को देखने के लिए आंखों पर अधिक जोर पड़ने के कारण इसका प्रभाव माथे की तंत्रिकाओं पर पड़ता है जिसके परिणामस्वरूप सिरदर्द की समस्या सामने आती है। उन्होंने बताया कि आंखों की जांच नेत्रचिकित्सक से कराकर और सही नम्बर के चश्मे लेकर इस समस्या से निजात मिल सकती है।
डा. विद्या ने बताया कि साइनस की समस्या तथा सर्दी के चलते भी सिरदर्द हो सकता है। सिरदर्द में नाक की तंत्रिकाओं में सूजन आ जाती है जिसके चलते सिरदर्द हो सकता है। इसके साथ ही उच्च रक्तचाप के कारण भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इसका भी पता चिकित्सक से जांच कराकर ही चल सकता है तथा इसकी दवा लेकर बीमारी का इलाज हो सकता है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को धूप अथवा शोर से भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है। यदि किसी मरीज को धूप अथवा शोर से सिरदर्द की समस्या हो रही है तो उसे इससे बचने की सलाह दी जाती है। उन्होंने बताया कि सिरदर्द की समस्या से ग्रसित मरीज के मामले में चिकित्सक सबसे पहले उनकी आंखों की जांच कराने के साथ ही रक्तजांच, रक्तचाप जांचते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार यह देखने में आता है कि कुछ लोगों को तनाव या चिंता के कारण भी सिरदर्द की समस्या हो जाती है। मरीज जब चिकित्सक के पास जाते हैं तो उनसे बातचीत के आधार पर वह इसकी पहचान कर लेते हैं और उन्हें इससे बचने की सलाह देते हैं। वहीं डा. मनीषा का कहना है कि कई बार सिरदर्द का कारण शरीर में कोई और समस्या के चलते हो सकता है। शरीर में कहीं ट्यूमर बनने पर भी इसका प्रभाव सिरदर्द के रूप में सामने आ सकता है। उन्होंने कहा कि इसीलिए सलाह दी जाती है कि जिन लोगों को अक्सर सिरदर्द की समस्या होती है उन्हें इसके लिए हमेशा दर्दनिवारक दवा लेने की बजाय इसके कारणों का पता लगाने के लिए चिकित्सकीय जांच करानी चाहिए। दर्दनिवारक दवा के इस्तेमाल से सिरदर्द में तात्कालिक लाभ तो मिल जाता है लेकिन इसका शरीर पर विपरीत प्रभाव भी हो सकता है। इसके अलावा मूल कारण उसी तरह से बरकरार रहता है।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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