Re: मोटापा पर विशेष
नियंत्रित भोजन से काम नहीं चलेगा
"पिछले ४० सालों के अध्ययन से दिख रहा है कि भोजन को नियंत्रित करके (dieting) काम नहीं चलेगा। डायटिंग से कुछ खास फ़र्क नहीं पड़ने वाला, सब को पता है और इसीलिए अब मोटापा कम करने वाली दवाओं (Anti obesity pills) का फ़ैशन हो गया है जो अरबों का व्यापार करती हैं। चिकित्सक भी पीछे नहीं हैं। वो भी अब bariatric surgery की बात करते हैं, जो असल में आपके पाचन तंत्र को बदलने का हिस्सा है।"
"हमें इस बात पर बिल्कुल आश्चर्य नहीं करना चाहिए कि नियंत्रित भोजन (Dieting) बेकार बात है। मोटे लोगों के अपने जीवन के कई-कई साल सिर्फ़ डायटिंग करते बिताए, फ़िर भी उनकी समस्या का कुछ खास हल नहीं हुआ। ज्यादातर लोग, यह बात समझ जाते हैं और फ़िर इस सब झमेले को छोड़ देते हैं। सही मायने में मोटापा नामक बीमारी से ऐसे लोग हीं ग्रस्त हैं जिनके लिए कम खाने वाला नुस्खा कारगर नहीं होता है। तब फ़िर डाकटरों का यह कहना कि आप मोटापा से बचने के लिए कम खाईए - कितना कारगर होने वाला है?"
"अगर आप कम खाते हैं तो आप सारे दिन भूख महसूस करते रहते हैं - यह बिल्कुल सीधी और सच्ची बात है। पर इसके परिणाम स्वरूप आपका शरीर आपके उर्जा खपत को भी धीरे-धीरे कम कर देता है ताकि आपके शरीर में उर्जा की पर्याप्त मात्रा बनी रहे। जानवरों पर किए गए परीक्षण यह बताते हैं कि जब कम भोजन दिया जाता है तो उनके शरीर की कोशिका (cells) उर्जा की खपत कम कर देती है। इसीलिए, कई मोटापा विशेषज्ञ भी अकेले में ईमानदारी पूर्वक यह स्वीकारते हैं कि कम भोजन वाला सिद्धान्त हमारी इस समस्या का सही निदान नहीं है।"
|