Re: मोटापा पर विशेष
आपको उन चीजों को खाना होगा जो इंसुलिन के स्तर को कम रखते हैं
हम अपने वसा कोशिकाओं को बैंक-खाता की तरह मानते हैं जहाँ हमारा शरीर अतिरिक्त उर्जा को वसा-अम्लों के रूप में जमा करता रहता है उस दिन के लिए जब हम भूखे होंगे और हमें अपना जीवन चलाने के लिए उर्जा की जरुरत पड़ेगी। पर सच्चाई यह है कि वसा कोशिका बैंक-खाता नहीं हमारी जेब में पड़ा पर्स (wallet) है और हमारा भोजन है ATM । हम जानते है कि जेब के पैसे और ATM का प्रयोग कैसे करना है। हम पहले अपने जेब के पैसे को धीरे-धीरे खर्च करते हैं, फ़िर जब जेब काफ़ी हल्की हो जाती है तो ATM जा कर पैसे निकालते हैं और जेब को एक सीमा तक भर लेते है। पर इंसुलिन हमारी जेब में ताला लगा देता है। मतलब हम जेब के पैसे नहीं खर्च पाते और बार-बार ATM जा कर पैसे निकालते रहते है, जेब भारी करते रहते हैं। अर्थात, हमारी वसा कोशिका लगातार मोटी, और मोटी होती रहती है और हम कभी भी उन वसा अम्लों का प्रयोग नहीं कर पाते जो वहाँ जमा है। हमें भूख लगता रहता है और हम खाते रहते है...बार-बार ATM जाने की तरह।
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