Quote:
Originally Posted by balamrasia
भारतीय उप महाद्वीप एक भोगोलिक-सांस्कृतिक अवधारणा है . १९४७ के पहले भारत कभी भी राजनितिक दृष्टि से एक देश नहीं रहा . आज के भारत को ,जो की एक राजनितिक देश है ,हम पुराने भारत के साथ मिला कर भ्रम पैदा करते हैं. ब्रिटिश भारत में भी सैंकड़ों रियासतें थी .पटेल ने इन रियासतों को लगभग जबरन भारत में शामिल किया था .भारतीय संस्कृति को हमने हिन्दू संस्कृति से मिला दिया .जो राष्ट्रीय था वो सांप्रदायिक हो गया . धर्म के नाम पर ब्रिटिश भारत का बंटवारा होने के बावजूद भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनाने दिया और मुस्लिम तुष्टिकरण में लगे रहे. भारतीय नेताओं ने तमिल भाषाई कट्टर पंथियों के सामने घुटने टेक दिए और अंग्रेजी से हिंदी हार गई .
|
ऐसा नहीं है. कई बार भारत एक हुआ पूर्ण रूप से तो नहीं लेकिन काफी हद तक.
मौर्य काल
मराठा राज्य
मुग़ल साम्राज्य
तो ऐसा है की भारत का नक्शा मौर्य काल से हिसाब से होना चाहिए. पाकिस्तान १९४७ में अलग हो गया जो की नहीं होना चाहिए था.
और आपने जो बातें कही है वो अंग्रेजो द्वारा फैलाया हुआ भ्रम था ताकि भारतवासी अपने प्राचीन गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा ना ले सके और उनके गुलाम बन कर रहे.